जफरुल इस्लाम के विवादित बोलों पर आम आदमी पार्टी की चुप्पी

आआपा के पंचकुला इकाई के प्रमुख योगेश्वर शर्मा का मानना है की दिल्ली सरकार में अल्पसंख्यक आयोग के चेयर पर्स्न ‘जफरुल इस्लाम’ जिसे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तावित और मुख्यमंत्री द्वारा चयनित किया गया है वह आआपा से संबन्धित नहीं हैं और उनके बयान उनके जी बयान हैं इस बारे में उन्होने एक अड़वाइसरी भी जारी की है जिसमें उन्होने अपने पक्ष को रखा है। योगेश्वर ने अपनी तरफ से पल्ला झाड़ने की कोशिश की। योगेश्वर शर्मा जफरुल इस्लाम के ब्यान की निंदा करने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाये, जफरुल इस्लाम आआपा का हिस्सा भले ही न हों लेकिन वह दिल्ली सरकार का तो हिस्सा हैं ही। शाहीन बाग, AMU और दिल्ली दंगों में अपने पार्षद की लिप्तता से खिसियाई पार्टी के पदाधिकारियों से अधिक उम्मीद भी नहीं।

जफरूल इस्लाम ने लिखा, ”भारतीय मुस्लिमों के साथ खड़े होने के लिए धन्यवाद कुवैत. हिंदुत्व विचारधारा के लोग सोचते हैं कि कारोबारी हितों की वजह से अरब देश भारत के मुस्लिमों की सुरक्षा की चिंता नहीं करेंगे .वो भूल गए भारतीय मुस्लिमों का अरब और मुस्लिम देशों से कैसे रिश्ते हैं. जिस दिन मुसलमानों ने अरब देशों से अपने खिलाफ जुल्म की शिकायत कर दी, सैलाब आ जाएगा.” बता दें कि यह पोस्ट 28 अप्रैल को लिखी गई है.

नई दिल्ली: 

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भड़काऊ पोस्ट शेयर की है. जफर इस्लाम ने अरब राष्ट्रों को भारत में ‘हिंदु कट्टरता’ के खिलाफ बोलने के लिए धन्यवाद दिया है. इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. वहीं, नेशनल अल्पसंख्यक आयोग की तरफ से कहा गया कि ये बेतुका और बचकाना बयान है और दिल्ली सरकार को इस पर तुरन्त एक्शन लेना चाहिए.

जफरुल इस्लाम खान ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था, “भारतीय मुस्लिमों के साथ खड़े होने के लिए धन्यवाद कुवैत. जिस दिन मुसलमानों ने अरब देशों से अपने खिलाफ जुल्म की शिकायत कर दी, सैलाब आ जाएगा.” 

भड़काऊ पोस्ट पर बीजेपी ने निशाना साधा

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम के भड़काऊ पोस्ट पर बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी ने शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि जफरुल इस्लाम ने देश के खिलाफ पोस्ट किया है. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. 

उधर दिल्ली के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट के जरिये जफरुल इस्लाम पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, “घटिया और जहरीली सोच वाले जफरुल इस्लाम को तुरंत पद से हटाइए. आतंकी जाकिर नाइक का समर्थन कर रहा है. देश के अंदर हमलों की बात कर रहा है. ऐसे आतंकी सोच वाले को आम आदमी पार्टी ने दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग का मुखिया बना रखा है. हमारी मांग और चेतावनी है कि इसे तुरंत हटाइए.”

शजीय इलामी ने कड़े शब्दों में जफरुल इस्लाम की निंदा करते हुए सफर के इस्तीफे की मांग की है

दिल्ली सरकार से एक्शन की मांग

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान एक विवादित बयान को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने जफरूल का बयान बेतुका है और केजरीवाल सरकार को इस पर एक्शन लेना चाहिए. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद घयोरुल हसन रिजवी ने कहा, “उनको इस तरीके का बयान नहीं देना चाहिए था, ये एक धमकी भरा बयान है. इस देश में सभी धर्मो के लोग एक साथ रहते हैं, अरब कंट्री ने अपने देश का सबसे बड़ा सम्मान हमारे देश के प्रधानमंत्री को दिया था. दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की तरफ से यह बयान बिल्कुल ही बेतुका, बचकाना बयान है. इस बयान से इस देश में आपसी सद्भाव बिगड़ेगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इनके ऊपर जरूर एक्शन लेना चाहिए.”

विभोर आनंद ने टिवीटर पर खबर सांझा करते हुए लिखा की जफरुल इस्लाम पर हिंदुओं के खिलाफ उनके देशद्रोही और आपराधिक फेसबुक पोस्ट के लिए IPC की धारा 124A / 153A / 295A / 505 IPC और आईटी एक्ट की धारा 66A के तहत आपराधिक मामला दर्ज

बताते चलें कि जफरुल इस्लाम पर सीधी या टेढ़ी किसी भी प्रकार की कार्यवाही की उम्मीद, शाहीन बाग और AMU समर्थक सरकार से नहीं की जा सकती, हाँ जफरुल इस्लाम के बचाव में छद्म सेकुलरों को कूदा दिया जाएगा। और कोई बड़ी बात नहीं की जफरुल इस्लाम के बयान के लिए मोदी सरकार ही को जिम्मेदार ठहराया जाए।

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