Monday, December 23

 कोरोना की जंग में खादी सुरक्षा कवच के तौर पर आमजन को सुरक्षित रखेगी। मास्क के जरिये खादी घर-घर पहुंचाई जाएगी। यही नहीं खादी के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कदम भी बढ़ाया गया है। कोरोना माहमारी के दौर में खादी को नई पहचान मिलने जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने खादी के मास्क हर घर तक पहुंचाने की पहल की है।

जंगशेर राणा, पंचकुला:

कोरोना की लड़ाई में खादी भी अहम भूमिका निभाएगी। प्रदेश में 120 खादी ग्रामोद्योग केंद्रों पर मास्क बनाने का काम जोरों पर है। खादी और ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना के निर्देशानुसार जिला स्तर पर प्रशासन को 500-500 मास्क दिए जा रहे हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में सेनिटाइजर व लोगों को खाद्य सामग्री मुहैया करवाई जा रही है।

खादी ग्रामोद्योग केंद्र के सचिव सतपाल सैनी बताते हैं कि केंद्र सरकार के फैसले से आजादी के बाद पहली बार घरों तक पहुंचने से खादी की ब्राडिंग हो रही है। उनके केंद्र के साथ दो से तीन हजार बुनकर, कतिन व कारीगर जुड़े हुए हैं, जो सभी ग्रामीण क्षेत्रों से संबंध रखते हैं। सरकार की पहले से ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था में नया सुधार होगा। खादी से तैयार मास्क मानक के अनुसार पूरी गुणवत्ता युक्त हैं। यह तीन लेयर के हैं और खास बात यह है कि इस मास्क को बारी-बारी से प्रयोग किया जा सकता है। इससे कोरोना के अलावा वायरस जनित और रोगों से भी सुरक्षा होगी।

बिजनौर जाएंगे तैयार किए 10 हजार मास्क

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की ओर से 10 हजार मास्क तैयार किए गए हैं। जिन्हें जल्द ही यूपी के बिजनौर जिले में पहुंचाया जाएगा। सतपाल सैनी का कहना है कि खादी संघ की ओर से ग्राम पंचायतों के जरिये गांवों में भी ग्रामीणों को मास्क वितरित किए जा रहे हैं। यही नहीं आयोग के चेयरमैन के निर्देशानुसार हर बुनकर व कारीगर को एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता के लिए कारीगर कल्याण कोष ट्रस्ट में राशि जमा कराई गई है। संघ की ओर से 21 हजार रुपये प्रधानमंत्री सहायता कोष में भी जमा कराए गए हैं।

बाजारी मास्क को देगी मात

खादी ग्रामोद्योग बड़े पैमाने पर रंगीन फैशनेबल मास्क बनाए जा रहे हैं। इन मास्क का दाम भी बड़े वाजिब रखे गए हैं। बाजार में महंगे मास्कों को खादी का साधारण मास्क मात देने की तैयारी कर रहा है। बाजार की कीमतों के अनुरूप इस मात्र 15 रुपये में दिया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग खादी के मास्क को खरीदने के लिए प्रेरित हों।