निकम्मी सरकारों से चीन को बचाने उतरे ‘रविश कुमार’
चंडीगढ़:
पत्थरबाजों को बचाना हो, टेबल पर ओसामा बिन लादेन की मूर्ती रखने वाले NDTV के कर्मचारी को बचाना हो या फिर कोरोना पर दुनिया भर से झूठ बोलने वाले और दुनिया भर में कोरोना फैलाने वाले चीन को बचाना हो, ब्रह्माण्ड के सर्वश्रेष्ठ पत्रकार मैग्सेसे विजेता रवीश कुमार हाजिर हो जाते हैं। उन्हें लगता है वो एकलौते ज्ञानी और परम सत्यवादी हैं। इसलिए पूरी दुनिया उनकी बात मान लेगी। लेकिन ऐसा है नहीं। अपनी हर कोशिश के साथ ही रवीश कुमार खुद को एक्सपोज करते जा रहे हैं। इस बार वो चीन के वकील बन कर सामने आये। चीन को बचाने की उनमे इतनी अकुलाहट थी कि दुनिया भर के सरकारों पर उंगली उठा दी। अपनी सरकार पर तो हमेशा ही उठाते हैं। सारी दुनिया की सरकारें नकारा, निकम्मी, बस एक चीन की सरकार ही सबसे मेहनती और सबसे काबिल क्योंकि रवीश कुमार जी ने खुद उसे प्रमाणपत्र दिया है।
रवीश कुमार ने NDTV के प्राइम टाइम में चीन का वकील बन कर उसे बचाने के लिए दलीलें दी और समूचे ब्रह्माण्ड पर आरोप लगाते हुए कहा कहा कि सरकारें अपनी जवाबदेही से बचना चाहती है इसलिए वो कोरोना फैलाने के पीछे चीन की थ्योरी ले कर आ रही है। मीडिया के पास खबरों का अकाल है इसलिए वो चीन की थ्योरी को बढ़ा चढ़ा कर दिखा रही है। रवीश कुमार कहना चाहते हैं कि दुनिया भर की सरकारें चीन को दु’श्मन के तौर पर आपके सामने परोस रही हैं क्योंकि वो नकारी है। निकम्मी है, निठल्ली है।
महात्मा रवीश कुमार के अनुसार दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं डूबने के कगार पर है, और इसके लिए जिम्मेदार खुद वो देश ही हैं जिनकी अर्थव्यवस्थाएं डूब रही है. रवीश कुमार चाहते हैं कि चीन पर कोई ये इलज़ाम नहीं लगाए कि उसने उसी डॉक्टर को जेल में ठूंस दिया जिसने सबसे पहले कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दी थी, रवीश कुमार चाहते हैं कि उनके परम प्रिय और परम मित्र देश चीन को इसके लिए जिम्मेदार न ठहराया जाए कि वो दुनिया से कोरोना की जानकारी छुपा रहा था। परम सत्यवादी रवीश कुमार चाहते हैं कि उनके चहेते देश चीन पर की ये आरोप लगाए कि उसने जो रायता कोरोना के रूप में फैलाया है उससे पूरी दुनिया लॉकडाउन हो गई है, और इस वजह से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था डूबने के कगार पर है यह अपराध किसी और यानि मोदी – ट्रम्प पर लाग्ने चाहिए।
रवीश कुमार चाहते हैं कि उनकी बात मान कर पूरी दुनिया ये भूल जाए कि किस तरह से चीन ने WHO के साथ मिलकर पूरी दुनिया को कोरोना के ख’तरे के प्रति गुमराह किया। रवीश कुमार चाहते है कि दुनिया ये भी भूल जाए कि जब कोरोना फ़ैल रहा था तो चीन ये कह रहा था कि ये इंसानों से इंसानों में नहीं फैलता। दुनिया ये भी भूल जाए कि किस तरह से चीन ने अपने यहाँ कोरोना की वजह से हुई मौ’तों का आंकड़ा छुपाया। रवीश कुमार ये भी चाहते हैं कि कोरोना की रिपोर्टिंग करने वालों को चीन ने कैसे प्रताड़ित किया लोग ये भी भूल जाएँ। पूरी दुनिया सब भूल जाए, बस याद रखे तो परम सत्यवादी और ब्रह्माण्ड के सर्वश्रेष्ठ पत्रकार रवीश कुमार के ब्रह्म वाक्य।
साभार : आदर्श शर्मा