डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, चण्डीगढ़ :
चण्डीगढ़ में कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले अब सावधान हो जाएं। चण्डीगढ़ पुलिस ने ड्रोन की मदद से ऐसे लोगों को ढूंढ कर दबोचने की तैयारी शुरू कर दी है।
आज चण्डीगढ़ के पुलिस प्रमुख संजय बैनीवाल और चंडीगढ़ की एसएसपी नीलांबरी जगदाले को इस संदर्भ में चण्डीगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ ड्रोन के डायरेक्टर सनी कुमार ने भेंट कर महामारी के कारण पैदा हुए संकट के दौरान अपनी सेवाएं मुफ्त देने की पेशकश की जिससे दोनों अधिकारी प्रभावित हुए। सनी ने इसके लिए पुलिस हेडक्वार्टर्स में स्थान उपलब्ध करवाने व अपने 5-6 कर्मचारियों के लिए मूवमेंट पास देने की गुजारिश की।
इस मौके पर एसपी विनीत और एसपी रोशनलाल भी मौजूद थे। कर्फ्यू के बावजूद चण्डीगढ़ में लोग इसका सही पालन नहीं कर रहे। खासकर कॉलनियों में लोग झुंड बनाकर खड़े रहते हैं। वहीं जब पुलिस के जवान पेट्रोलिंग के लिए आते हैं तो सायरन की आवाज सुनकर लोग अपने घरों में छिप जाते हैं। ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए ड्रॉन का सही उपयोग कर पुलिस की भागदौड़ को कम किया जा सकता है व पुलिस अधिकारी इस पर प्रभावी नजर रख सकते हैं। सनी ने बताया कि ऐसा प्रपोजल पंजाब सरकार को भी भेजा है। ड्रोन से शहर के सभी क्षेत्रों की सर्चिंग करेंगे तो पुलिस प्रशासन को इस कार्य में बहुत सहायता मिलेगी। लाॅकडाउन और कर्फ्यू में लोग अभी भी नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे। लोग अपने घरों की छतों पर इकट्ठा होकर बैठ रहे हैं। गलियों में झुंड बनाकर खड़े हैं, ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए ड्रोन सबसे कारगर साबित होगा। अगर पुलिस प्रशासन की तरफ से हरी झंडी मिलती है तो ड्रोन में थर्मल कैमरा भी इंस्टॉल किया जाएगा। थर्मल कैमरा से किसी भी इंसान का बॉडी टेंपरेचर उसी वक्त जांच जा सकेगा । उसके अलावा इलाके को सेनिटाइज करने के लिए भी ड्रोन काफी कारगर साबित होगा।
कर्फ्यू-लाॅकडाउन में देखा जा रहा है कि पुलिस अपने वाहनों में लोगों को घरों में बैठने के लिए अनाउंसमेंट कर रही है। इससे ईंधन की भी खपत ज्यादा हो रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ड्रोन में ही स्पीकर की सुविधा भी होगी इसके लिए एसपी रोशन लाल ने कॉर्डलेस स्पीकर उपलब्ध करवाने की सहमति दी।
जो लोग कर्फ्यू का पालन नहीं कर रहे हैं, ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए ड्रोन ही सबसे अच्छा रास्ता है। घरों के ऊपर, तंग गलियों से लेकर खुले पार्क और सड़कों हर जगह का मुआयना कम समय में हो जाएगा। जो लोग नियमों के उल्लंघन कर रहे हैं उनके खिलाफ पुलिस को एक्शन लेने में भी आसानी होगी।