सुशील पंडित, डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम – यमुनानगर
पूरे देश मे कोरोना जैसी महामारी के चलते लॉकडाउन में जहां पूरे देश के अस्पतालों में ओपीडी की सुविधा भी बंद है। मरीज केवल इमरजेंसी में ही देखे जा रहे हैं, वही दूसरी तरफ जिले में स्थित लगभग सभी ब्लड बैंक भी रक्त की कमी से जूझ रहे हैं। हर जरूरतमंद को रक्त के लिए एक ब्लड बैंक से दूसरी ब्लड बैंक चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। उसके बाद भी रक्त उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऐसे में स्माइल फाउंडेशन द्वारा लगातार रक्त उपलब्ध करवा कर जरूरतमंद की मदद की जा रही है। संस्था द्वारा सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तवीरों के माध्यम से 35 यूनिट रक्तदान कराया गया।
संस्था के कॉर्डिनेटर सचिन जोशी ने बताया कि सिविल अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित मरीज जिन्हें कि सिविल अस्पताल में हर 10-12 दिन बाद रक्त चढ़ता है, उन्हें बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है।
सिविल सर्जन विजय दहिया ने कहा इस लॉकडाउन के दौरान जहाँ रक्तवीरों का घरों से निकलना आसान नहीं है वहीं लोग इस संकट की घड़ी में सरकार की हिदायतों के अनुसार घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। उसके बावजूद स्माइल फाउंडेशन के रक्तदाता अपनी जान की परवाह ना करते हुए ब्लड बैंक में जाकर अपना बहुमूल्य रक्त देकर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों और गर्भवती महिलाओं की जान बचाने में अपना फर्ज निभा रहे हैं ।
इस कोविड19 में जो भी रक्तदाता शहर के दूरदराज के इलाकों से रक्तदान की सेवा करना चाहेगा उस रक्तवीर को घर से लाने औऱ छोड़ने के लिए सिविल अस्पताल की तरफ से विशेष वाहन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। तथा ब्लड बैंक की तरफ से विशेष तौर पर समान्नित भी किया जाएगा। डाक्टर विजय दहिया ने बैच लगाकर रक्तदाताओं का होंसला बढ़ाया।
संस्था के संस्थापक संजीव मेहता ने बताया की संस्था के पास सिविल अस्पताल से फोन आया की इस महामारी के दौरान शहर में कैम्प नही लगने से ब्लड बैंक में रक्त की बेहद कमी हो रही है तो स्माइल फाउंडेशन के रक्तवीरों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए रक्तदान कर के रक्त की जरूरतों को तत्काल प्रभाव से पूरा किया।