- पंजाब कोविड-19 के विरुद्ध जंग में मिसाल कायम करेगा-बलबीर सिंह सिद्धू
- अगर आप प्रभावित मरीज़ों की मदद करना चाहते हो तो घरों में रहो और सरकार की हिदायतों की पालना करो
- जहाँ सामूहिक मामले सामने आएं हैं उन क्षेत्रों में लागू किया जा रहा कंटेनमैंट प्लान
- मरीज़ों के प्रबंधन के लिए विशेषज्ञों की कमेटी बनाई गई
- व्यक्तियों का टेस्ट किया गया, जिनमें से 4404 नेगेटिव पाए गए और 29 व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हुए
राकेश शाह, चंडीगढ़ – 16 अप्रैल:
कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार कोरोना वायरस महामारी के मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार और पंजाब को कोविड-19 के विरुद्ध जंग में मिसाल कायम करेगा। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने यहाँ जारी एक प्रैस बयान में दी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मामलों की संख्या के आधार पर भारत सरकार द्वारा पंजाब के 4 जि़लों को अति-संवेदनशील (हॉटस्पॉट) घोषित किया गया है। यह जिले एस.ए.एस. नगर, एस.बी.एस. नगर, जालंधर और पठानकोट हैं। यह वह जिले हैं जिनमें अब तक कोविड-19 के 15 से अधिक मामले सामने आए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब पंजाब दूसरी स्टेज में है और किसी भी तरह के अनिर्धारित हालातों का सामना करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की अग्रणी कतार वाली टीमें लगातार प्रभावित मरीज़ों के संपर्क में आए व्यक्तियों की पहचान करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं, जो कि इस संक्रामक रोग को फैलने से रोकने का एकमात्र तरीका है। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास एस.बी.एस. नगर की बेहतरीन मिसाल है, जहाँ पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस की चेन (श्रृंखला) को तोडऩे में सफलता हासिल की है और 26 मार्च से मरीज़ों की संख्या 19 पर ही रोक दी है।
उन्होंने बताया कि जहाँ भी सामूहिक मामले सामने आए हैं, वहाँ इन मामलों के आस-पास के 3 किलोमीटर के दायरे वाले क्षेत्र को कंटेनमैंन प्लान के अधीन लाया जाता है। इलाके को सील कर दिया जाता है और किसी को भी उक्त क्षेत्र में आने-जाने की आज्ञा नहीं दी जाती। लक्षण पाए जाने वाले व्यक्तियों की निगरानी और जांच की जाती है। अगर कोई व्यक्ति कोविड -19 से पॉजि़टिव पाया जाता है, तो उसको आइसोलेशन केन्द्रों में भेजा जाता है। स्वास्थ्य टीमें द्वारा लक्षण पाए जाने वाले व्यक्तियों की खोज के लिए नियमित रूप से सर्वे करती हैं। प्रशासन द्वारा लोगों को ज़रूरत की सभी वस्तुएँ घर-घर पहुंचाई जाती हैं।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने आगे कहा कि इसी तरह की रणनीति पंजाब सरकार द्वारा पहचान किए गए 9 जि़लों के 24 अति-संवेदनशील इलाकों में लागू की जा रही है, जबकि जिला एस.ए.एस. नगर और जालंधर पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है, क्योंकि यहाँ अब तक कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। प्रभावित मरीज़ों के संपर्क में आए व्यक्तियों के सैंपल लेने के अलावा इन दोनों जि़लों में टेस्टिंग की प्रक्रिया में और तेज़ी लाने के लिए 1000 रैपिड टेस्ट किटें दी गई हैं, जिससे इस बीमारी के फैलाव उसी इलाके तक ही रोक दिया जाए और जल्द से जल्द सभी नए पुष्टि किए गए मामलों को इलाज अधीन लाया जा सके।
कैबिनेट मंत्री ने खुलासा किया कि बीमार मरीज़ों को मानक क्लिनीकल प्रबंध मुहैया करवाने के लिए और मृत्यु दर को काबू करने के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाई गई है, जो मरीज़ों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को प्रबंधों सम्बन्धी फ़ैसले लेने में सहयोग देगी। कोविड-19 के मरीज़ों को आधुनिक इलाज सेवाएं मुहैया करवाने के लिए माहिर डॉक्टरों द्वारा लगातार वैबीनॉरस (ऑनलाइन विचार-विमर्श) का प्रबंध किया जा रहा है।
पंजाब की मौजूदा स्थिति को उजागर करते हुए स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि यहाँ कोविड -19 के 186 मामलों की पुष्टि की गई है, जबकि 5193 व्यक्तियों के टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 4404 व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है और 29 व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ हुए हैं।
कोरोना के ज़्यादातर मामले विदेशी यात्रा से सम्बन्धित हैं या इनके संपर्क में आए हुए व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि संदिग्ध मरीज़ों की पहचान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित इलाकों में निरंतर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं। पुलिस विभाग की सहायता से सभी अति-संवेदनशील इलाकों के साथ जुड़ी हुई सडक़ें, सामान्य रास्तों को बंद कर दिया गया है और बीमारी के फैलाव की श्रृंखला को तोडऩे के लिए कफ्र्यू के नियमों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा यदि आप प्रभावित मरीज़ों की मदद करना चाहते हो तो घरों में ही रहो और सरकार की हिदायतों की पालना करो।
पंजाब सरकार द्वारा कोरोना वायरस के मरीज़ों के लिए की गई तैयारियों संबंधी बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकारी और प्राईवेट स्वास्थ्य केन्द्रों में 5186 आइसोलेशन बिस्तरों की पहचान की गई है और इसके साथ ही 480 वेंटिलेटर और 1100 आई.सी.यू. बिस्तरों का भी प्रबंध किया गया है।
बहुत कम लक्षणों वाले मरीज़ों का ध्यान रखने के लिए 500-1000 बिस्तरों की सामथ्र्य वाले कोविड केयर आइसोलेशन केन्द्रों की योजना भी बनाई गई है, जबकि सभी गंभीर मरीज़ों को 3 सरकारी और 2 प्राईवेट मैडीकल कॉलेजों में भेजा जाएगा।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि पंजाब सरकार के पास ज़रूरी पी.पी.ई. किटों, एन-95 मास्क और ट्रिपल लेयर मास्क का स्टॉक मौजूद है, जिसको सभी अस्पतालों और सरकारी मैडीकल कॉलेजों को मुहैया करवाया जा रहा है।