Tuesday, November 26

एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। 

चंडीगढ़ – 14 अप्रैल:

कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू 21 दिन के लॉकडाउन का अंतिम दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे, जिसको लेकर जनता काफी उत्सुक है। हालांकि, राज्यों के साथ व्यापक तौर पर हुई चर्चा के बाद लॉकडाउन को दो हफ्ते तक बढ़ाने को लेकर आम सहमति बनती दिखी थी।

इस बीच, यह उम्मीद बढ़ी है कि प्रधानमंत्री क्रमवार तरीके से आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की योजना पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश ने सोमवार को लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक विस्तार देने की आधिकारिक घोषणा की। इन दोनों राज्यों के अलावा ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक पहले ही यह कदम उठा चुके हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल 2020 को सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।” प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च को 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की, जिसकी अवधि मंगलवार यानी आज खत्म हो रही है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 905 नए मामले सामने आए जबकि 51 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही सोमवार को संक्रमितों की कुल संख्या 9,352 तक पहुंच गई और मृतकों की संख्या 324 हो गई। इसके मुताबिक, 979 मरीजों को सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि, राज्यों से प्राप्त सूचनाओं पर आधारित समाचार एजेंसी पीटीआई के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में संक्रमितों की संख्या 9,594 रही जबकि 335 की मौत हो चुकी है। 

एक अच्छी खबर के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित हुये 15 राज्यों के 25 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं, देश में चिन्हित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थान सभी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये इसके परीक्षण के दायरे को बढ़ाने के तरीकों से अवगत करायेंगे जिससे देशव्यापी स्तर पर कोविड-19 की जांच की व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इसके लिये दिल्ली स्थित एम्स, चंडीगढ़ में पीजीआई और बेंगलुरु स्थित निमहांस सहित 14 उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थानों को देश के सभी निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों को कोरोना वायरस के परीक्षण हेतु प्रयोगशालायें शुरू करने में तकनीकी एवं कौशल संबंधी मदद मुहैया कराने के लिये चिन्हित किया है। 

इस दौरान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा, ” कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए अब तक 2,06,212 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें पिछले 24 घंटे के दौरान 156 सरकारी प्रयोगशालाओं में किये गये 14,855 परीक्षण और निजी क्षेत्र की 69 प्रयोगशालाओं में किये गये 1913 परीक्षण भी शामिल हैं। हमारे पास छह हफ्ते तक परीक्षण करने के लिए उपयुक्त भंडार है।” 

कोरोना के परीक्षण की त्वरित जांच करने वाली किट की चीन से आपूर्ति के सवाल पर उन्होंने बताया कि जांच किट की पहली खेप चीन से 15 अप्रैल को पहुंचने की संभावना है। शनिवार को प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई चर्चा के बाद आम सहमति बनती दिखी कि लॉकडाउन को कम से कम दो हफ्ते और विस्तार देना चाहिए।

चर्चा के दौरान कई मुख्यमंत्रियों ने कई ऐसे इलाकों में जहां संक्रमण के मामले नहीं हैं, वहां खेती जैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने पर जोर दिया था। एक अधिकारी के मुताबिक, सरकार देश में कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम और आर्थिक गतिविधियों को क्रमबद्ध तरीके से शुरू करने के तहत व्यपाक तौर पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 

कई केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को अपने-अपने कार्यालयों से काम करना शुरू कर दिया। इस कदम के तहत सरकार ने कोरोना वायरस संकट के कारण बने हालात से निपटने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। कोयला और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ” मैं लॉकडाउन के दौरान अधिकतर समय घर से ही काम कर रहा था। एक हफ्ते बाद आज मैं शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय आया हूं। वापस आने पर अच्छा महसूस हो रहा है। मोदी सरकार अब सभी मोर्चों पर पूरी तरह से काम पर है।”

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने सोमवार को राज्य में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की घोषणा की और कहा कि यह कदम चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य विशेषज्ञों की सिफारिश के आधार पर उठाया गया है। तमिलनाडु में रविवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 1075 मामले थे।

Leave A Reply