जगंशेर राणा, चंडीगढ़:
यमुनानगर के गांव शादीपुर में आज एक करोना पॉजिटिव का केस सामने आने पर हड़कंप मच गया। मामला सामने आते ही कवरेज पर गए मीडिया से डीआर अभिषेक बिबलयान उलझ गए और उनसे दुर्व्यवहार ही नहीं किया बल्कि उन्हें डराने के लिए जनता द्वारा उपलब्ध करवाई गई कुर्सियों को पटकना प्रारंभ कर दिया। गुस्साए डी आर ओ शब्दों की मर्यादा भी भूल गए और उन्होंने एक विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि इन की वजह से हम पहले ही परेशान हैं ऊपर से मीडिया ने नाक में दम कर रखा है। उन्होंने कहा कि वीडियो अलाउड नहीं है।
यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र के गांव शादीपुर में कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने पर जब मीडिया कवरेज के लिए पहुंचा तो डीआरओ अभिषेक बिबल्यान भड़क गए।
बताया जाता है कि डीआरओ द्वारा सबसे पहले दैनिक सवेरा के फोटो जर्नलिस्ट रविंद्र मेहता से दुर्व्यवहार किया। उन्हें फोटो खींचने से मना किया । इसके पश्चात इंडिया न्यूज़-आज समाज के संवादाता राकेश भारतीय से उलझ पड़े।
दरअसल डी आर ओ महोदय अभिषेक एसडीएम दर्शन लाल बिश्नोई एवं डीएसपी सुभाष चंद्र के साथ चाय पी रहे थे जो कि समाजसेवी एवम भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता रवि कांत ने मानवता के नाते पुलिस को उपलब्ध करवाई थी। चाय पिलाने के उपरांत रवि ने कहा कि प्रशाशन पुलिस के लोग दिन भर यहां रहेंगे क्या वह पीने के पानी का कैंपर या पानी की बोतलें यहां रख दें तो डीआरओ ने कहा कि उन्हें गांव वासियों की किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता नहीं है और वह ना ही वह इस गाँव से केस आने के चलते कुछ खा पी सकते हैं। डी आर ओ ने समाजसेवी रवि से से कहा कि ज्यादा हीरोपंती करने की आवश्यकता नहीं है और वह घर में चला जाए यदि उन्हें किसी चीज की आवश्यकता होगी तो वह बुला लेंगे। रवि ने अपने गांव के निकट के ही और मोके पर कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी राकेश भारतीय को एक साइड में बुलाकर पूछा कि यदि अगले आदेश तक वापस नहीं आना तो क्या कुर्सियां उठा ले जिस पर राकेश भारतीय ने कहा कि इनसे पूछ लो यदि कहते हैं तो कुर्सियों उठा लो । यह सुनते ही डीआरओ ने पास पड़ी प्लास्टिक की कुर्सियों को सड़क पर पटकना आरंभ कर दिया जो रवि कांत ने उपलब्ध करवाई थी और एक धर्म विशेष के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि हमें पहले ही धर्म विशेष के लोगों ने दुखी कर रखा है ऊपर से मीडिया वाले परेशान कर रहे हैं। इस बीच डीआरओ ने इंडिया टीवी के यमुनानगर से पत्रकार कुलवंत सिंह और दैनिक सवेरा के पत्रकार रवींद्र को देखा तो वह आग बबूला हो गए।
कुलवंत एक साइड में वॉकथ्रू कर रहे थे। डी आर ओ ने पुलिस को आदेश देने के साथ-साथ अपशब्द बोलते हुए कहा कि मीडिया आर नॉट अलाउड, निकालो इन को यहां से। पत्रकार राकेश भारतीय ने डी आरओ से कहा कि आप आराम से बात करे और ऐसे तीखे शब्दों का प्रयोग ना करने की बात कही तो डी आर ओ तिलमिला गए और कहा कि चुपचाप यहां से चले जाओ वरना सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के साथ-साथ ऐसे केस में अंदर कर दिए जाओगे कि 6 महीने तक कोई जमानत भी नहीं करा पाएगा। पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों को वहां से जाने के लिए कहा तो वह अपनी फोटो और वीडियो लेने के बाद चले गए, इस बीच डी आर ओ हाथ में लाठी लिए पत्रकारों के बारे में अनाप-शनाप बोलते रहे। इंडिया टीवी के पत्रकार कुलवंत ने जाते समय डी आर ओ से कहा कि पत्रकार अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी कर रहे है। डी आर ओ ने कहा कि पत्रकार घरों पर बैठे जिस पर पत्रकार कुलवंत ने कहा कि यदि पत्रकार घर बैठेंगे तो संपादक गन और मैनेजमेंट पत्रकारों की छुट्टी कर देंगे और उन्हें मजबूरी में घर ही बैठना पड़ेगा तो ऐसे में पत्रकारों को रोटी कौन खिलाएगा? जिस पर डीआरओ ने कहा कि सभी पत्रकार घर बैठे मैं खिलाऊंगा खाना। डीआरओ ने पत्रकार राकेश भारतीय को कहा कि शादीपुर तो क्या यमुनानगर में भी कही न्यूज़ कवर करने आये तो बहुत पछताओगे जेल भी जाना पड़ेगा और शायद इस दुनिया से भी।
दूसरी और इस बारे जब जिला उपायुक्त मुकुल कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नही हो सकी हालांकि उनके पक्ष का इंतजार रहेगा ।
पार्टी हाईकमान से करेंगे शिकायत:रवि
समाजसेवी एवं भाजपा से जुड़े रवि कांत ने कहा कि जब उनका गांव सील किया जा रहा था तो वह छत पर खड़े थे कि मानवता के नाते उन्होंने पुलिसवालों और अधिकारियों को पानी पिलाया तो डी आरओ ने स्वयं ही उन्हें चाय पिलाने को कहा था। पानी का कैंपर रखे जाने की बात पर ना जाने क्यों डीआरओ भड़क गए। उन्होंने कहा कि यदि मानवता के नाते हाथ आगे बढ़ाने वाले लोगों से डीआरओ जैसे अधिकारी ऐसा दुर्व्यवहार करेंगे तो आम अधिकारियों से क्या अपेक्षा की जा सकती है। रविकांत ने कहा कि पार्टी हाईकमान के साथ-साथ विधायक घनश्यामदास अरोड़ा से भी इस मामले की शिकायत करेेंगे।