दशकों बाद दिल्ली दंगों से दहल गयी, करोड़ों की संपत्ति नष्ट कर दी गयी, शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों को आम आदमी पार्टी ने खुला समर्थन दे रखा था, नागरिकता संशोधन act के विरोध में इस प्रदर्शन को आम आदमी के सत्ता में पुनर्स्थापित होते ही दंगों में परिवर्तित होते समय न लगा। आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन हों या रिकार्ड मतों से जीतने वाले अमानतुल्लाह खान हों सभी की दंगों को फैलाने अथवा भड़काने में अहम भूमिका रही है। दिल्ली की राजनीति को धर्म विशेष से जोड़ने वाले अरविंद केजरीवाल की दिल्ली अब कोरोना वाइरस से जूझ रही है। संपूरण दिल्ली लॉकडाउन में है, दिल्ली का प्रवासी सांप्रदायिक दंगों से पहले ही डरा हुआ था, अरविंद केजरीवाल सरकार की भूमिका पर उन्हे अब विश्वास नहीं रह गया। अब कोरोना वाइरस के चलते केजरीवाल से मोहभंग हुआ प्रवासी समुदाय दिल्ली से पालयन करने के मौके ढूंढ रहा था जिसका एक रूप कल दिल्ली की सड़कों पर दिखाई पड़ा। इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी कामगारों के पालायन का उत्साह कोरोना के डर के अलावा कोई और ही दास्तान ब्यान करता है।
नई दिल्ली:
कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जारी महायुद्ध में आज लॉकडाउन (Lock Down) का चौथा दिन है. इस दौरान सभी देशवासियों ने खुद को घरों में कैद कर लिया है. चंद लोग लॉकडाउन को फेल करने की साजिश रच रहे हैं. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई जिसका नतीजा यह निकला कि शनिवार शाम को हजारों की संख्या में लोग आनंद विहार बस अड्डे (Anand Vihar Bus Stand) पर उमड़ पड़े.
बताया जा रहा है कि किसी ने सोशल मीडिया के जरिए ये अफवह फैलाई थी कि सरकार द्वारा लॉकडाउन में 24 घंटे की राहत दी गई है ताकि लोग कहीं भी आ जा सकें. इस कोरी अफवाह ने सोशल मीडिया पर ऐसा जोर पकड़ा कि देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग अपना बोरिया बिस्तर लिए आनंद विहार बस अड्डे पर पहुंच गए. देश की राजधानी में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ गईं.
दिल्ली में ITO-विकास मार्ग पर लोगों से बात में ये सामने आया कि टीवी और सोशल मीडिया पर देखकर ये लोग अपने घर जाने के लिए निकले हैं. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर मैसेज चल रहा था कि दो दिन का समय है घर जाने का और सरकार ने बसों का इतंजाम भी कर दिया है.
लॉकडाउन के दौरान लोगों के जमावड़े की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच जहां हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ को देख पुलिस भी सकते में आ गई. पूरी जानकारी करने पर पुलिस ने लोगों को समझानें की कोशिश की और उनसे घर वापस लौटने की अपील की लेकिन लोग ने पुलिस की किसी भी बात को मानने से साफ इंकार कर दिया.
इसी बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलायन करने वालों से अपील की है कि वह जहां हैं, वहीं रहें. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के 800 ऐसे केंद्र हैं, जहां लोगों को खाना खिलाया जा रहा है. केजरीवाल ने कहा, “लॉकडाउन का पालन करें और घर छोड़कर न जाएं. हजरत निजामुद्दीन, शकूर बस्ती, आनंद विहार में खाने का इंतजाम किया गया है.”