भारत में कोरोना वरस का इलाज संभव है: ऑन्कोलॉजिस्ट विशाल राव
बेंगलुरु:
दुनिया भर में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस ने भारत में भी तांडव मचा रखा है. भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 114 नए मामले सामने आए हैं. अब तक 17 की मौत हो चुकी है जबकि 808 संक्रमित हैं. दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के लिए टीका (वैक्सीन) विकसित करने में लगे हुए हैं. इस बीच बेंगलुरु के एक डॉक्टर ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना का प्रभावी उपचार खोज निकाला है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु के ऑन्कोलॉजिस्ट विशाल राव ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोनो वायरस के लिए उपचार विकसित किया है. उनका दावा है कि ये उपचार इस सप्ताह के अंत तक परीक्षण के लिए तैयार हो जाएगा.
डॉक्टर ने कहा ये उपचार व्यक्ति के इम्यून सिस्टम को रीट्रिगर करेगा जो Sars-Cov-2 वायरस के चलते प्रभावित हो जाता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि ये दवा कोरोना वायरस की “वैक्सीन नहीं” है बल्कि ये मरीज के इम्यून सिस्टम को बढ़ाने का काम करेगाी जिससे मरीज का शरीर कोरोना वायरस से मजबूती से लड़ करे.
उन्होंने कहा, ”हमने साइटोकिन्स (Cytokines) का निर्माण किया है जो कोविड-19 के रोगियों का इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए उन्हें इंजेक्शन के जरिए दिया जा सकता है. हम एक बहुत ही प्रारंभिक चरण में हैं. इस हफ्ते के अंत तक इसके पहले सेट के तैयार होने की उम्मीद है.”
डॉक्टर राव ने कहा कि हमने संभावित उपचार की शीघ्र समीक्षा के लिए सरकार को एक आवेदन भी दिया है.
बेंगलुरु के इस ऑन्कोलॉजिस्ट ने कहा कि मानव शरीर की कोशिकाएं वायरस को मारने के लिए इंटरफेरॉन केमिकल छोड़ती हैं. Sars-Cov-2 से संक्रमित होने के बाद कोशिकाओं की ये प्रक्रिया बंद हो जाती है. जिससे इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ने लगता है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 से लड़में में इंटरफेरॉन प्रभावी हैं.
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