अपने पहले भाषण में पार्टी को अपनी मां बताते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा वो मां (पार्टी) के दूध की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.उन्होंने कहा सबको साथ लेकर चलेंगे. कमलनाथ सरकार के बारे में शिवराज सिंह चौहान ने कहा-पिछले 15 महीने में पूरे प्रदेश की व्यवस्था चौपट हो गयी है. उसे सुधारा जाएगा.
मध्य प्रदेश में सीएम के नाम पर लग रहे कयासों पर विराम लग गया है. अब तय हो गया है कि अगले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होंगे. सोमवार शाम हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में शिवराज के नाम पर मुहर लग गई. BJP विधायक दल की बैठक में उन्हें सीएम बनाने प्रस्ताव रखा गया जिसका समर्थन सभी विधायकों ने किया. राजभवन में आज रात 9 बजे शिवराज सिंह चौहान का शपथ ग्रहण होगा. वह अकेले शपथ ग्रहण करेंगे. मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी.
शिवराज ने कहा
इस मौके पर अपने पहले भाषण में पार्टी को अपनी मां बताते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा वो मां (पार्टी) के दूध की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.उन्होंने कहा सबको साथ लेकर चलेंगे. कमलनाथ सरकार के बारे में शिवराज सिंह चौहान ने कहा-पिछले 15 महीने में पूरे प्रदेश की व्यवस्था चौपट हो गयी है. उसे सुधारा जाएगा.
भोपाल में बीजेपी दफ्तर में हुई बैठक में शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, राजेन्द्र शुक्ल सहित सभी विधायक मौजूद थे. केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर अरुण सिंह और विनय सहस्त्रबुद्धे वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े.
आनन-फानन में बैठक
शिवराज के नाम पर सोमवार दोपहर पार्टी आलाकमान ने मोहर लगायी. उसके बाद आनन-फानन में बीजेपी विधायक दल की फिर बैठक बुलायी गयी. इससे पहले कोरोना संक्रमण के कारण बैठक टाल दी गयी थी और विधायकों को अपने क्षेत्र में जाने का निर्देश दे दिया गया था. लेकिन आलाकमान का फैसला आते ही फौरन विधायकों को भोपाल पहुंचने का निर्देश दिया गया.
अकेले आएं
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए बीजेपी विधायक दल की बैठक में काफी एहतियात बरता गया. प्रदेश अध्यक्ष बी डी शर्मा ने ट्वीट कर सभी विधायकों अनुरोध किया था कि वो अपने सहयोगी और सुरक्षाकर्मी लेकर बैठक में ना आएं. यहां कोरोना से बचाव की सभी गाइडलाइंस को फॉलो करें. बैठक में मार्क्स और सेनेटाइजर की व्यवस्था की गयी थी.कार्यकर्ताओं ने शर्मा ने अपील की थी कि वो कार्यालय ना आएं.
मीडिया क नो एंट्री
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मीडिया के लिए भी बीजेपी दफ्तर और राजभवन नो एंट्री ज़ोन था. मीडिया को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया. सिर्फ एक न्यूज एजेंसी और दूरदर्शन को ही एंट्री दी गयी थी. पूरा प्रोग्राम जनसंपर्क वेबकास्टिंग के जरिए लाइन दिखाने की व्यवस्था की गयी थी.