मध्य प्रदेश सियासी उलटफेर के बाद होगा सचिवालय में होंगे बड़े बदलाव
सियासी गलियारों में नई सरकार के साथ ही भावी प्रशासनिक बदलावों की चर्चा भी तेज है. सरकार के निशाने पर वो अफसर हो सकते हैं जो हनीट्रैप और माफिया राज के नाम पर पार्टी विशेष के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चर्चा में रहे हैं.
भोपाल.
प्रदेश में कांग्रेस सरकार के विदा होते ही सियासी गलियारों के साथ ही अब प्रशासनिक गलियारों में भी बदलाव की चर्चा तेज हो गई है. सरकार के जाते ही नई सरकार के निशाने पर वो आईएएस और आईपीएस होंगे, जो बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. हनीट्रैप से लेकर माफिया राज के बहाने पार्टी विशेष और नेताओं को निशाना बनाने वाले अफसर नई सरकार के रडार पर होंगे.
नए मुख्य सचिव के लिए चर्चा में हैं ये नाम
सियासी उथलपुथल के बीच आनन फानन में पदभार संभालने वाले मुख्य सचिव से लेकर कई अफसरों की बदली होना तय है. मुख्य सचिव पद के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गये दीपक खांडेकर, राधेश्याम जुलानिया और इकबाल सिंह बैंस का नाम चर्चा में हैं, वहीं बीजेपी सरकार में सबसे चर्चित रहने वाले अफसर फिर से कमान संभालेंगे. मंत्रालय से लेकर मैदानी अफसरों को बदला जाएगा. गुना, ग्वालियर में हाल ही में हटाये गये कलेक्टरों को दोबारा उन जिलों की कमान मिल सकती है. सिंधिया के बीजेपी में जाते ही कांग्रेस सरकार ने इन जिलों के कलेक्टरों की बदली कर नई पदस्थापना की थी.
मध्यप्रदेश में सर्वाधिक विरोध प्रदर्शन का सामना करने वाले आईएएस राधेश्याम जुलानिया अब डेप्यूटेशन पर जा रहे हैं। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष व 1982 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी एसआर मोहंती का मप्र का नया मुख्य सचिव बनना लगभग तय हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को इसकी मंजूरी दे दी। सोमवार को इसके आदेश जारी हो सकते हैं।
राजगढ़ कलेक्टर सबसे पहले ‘निशाने’ पर
सीएए के समर्थन में रैली के दौरान राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता से बीजेपी नेताओं का विवाद सबसे ज्यादा चर्चा में आया था, इसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ सकता है. सीएम हाउस से मुख्य सचिव दफ्तर तक नए सिरे से होगी अफसरों की तैनाती होगी. मंत्रालय में सीएम और मुख्य सचिव कार्यालय से लेकर प्रमुख विभागों में अधिकारी नए सिरे से तैनात होंगे. 1985 बैच के अधिकारी एम गोपाल रेड्डी की जगह नये मुख्य सचिव की तैनाती होगी.
पुलिस महकमें में भी होगा बदलाव
कांग्रेस सरकार में पुलिस विभाग में अहम जिम्मेदारी संभालने वाले अफसरों को बदला जाएगा. सीएम के ओएसडी से लेकर आधा दर्जन जिलों केएसपी बदले जाएंगे. सबसे ज्यादा चर्चा में हनीट्रैप मामला रहा है. इसकी जांच के लिए बनी एसआईटी के चीफ को भी बदला जा सकता है. एसआईटी चीफ राजेंद्र कुमार समेत एडीजी इंटेलीजेंस एसडब्ल्यू नकवी, पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के संजय माने, उज्जैन, रतलाम, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, राजगढ़ में तैनात पुलिस अफसरों को बदला जा सकता है.
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