श्रीकृष्ण हुड्डा की बीमारी ने कांग्रेस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा की चिंताएं बढ़ा दी है
धर्मपाल वर्मा, चंडीगढ़:
बरोदा के कांग्रेस के विधायक चौधरी श्रीकृष्ण हुड्डा की बीमारी ने कांग्रेस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा की चिंताएं बढ़ा दी है। कल ही कुमारी शैलजा जब रोहतक के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल श्री कृष्ण हुड्डा का हाल चाल पूछने गई तो राजनीति के जानकारों के भी कान खड़े हो गए l दो बात साफ होती जा रही है एक यह कि कुमारी शैलजा राज्यसभा के लिए कांग्रेस की लगभग पक्की उम्मीदवार हैं और दूसरी यह कि भाजपा दोनों सीट जीतने का लगभग सारा सामान जुटा चुकी हैl उसका एक संकेत तो इसी बात से मिल जाता है कि 3 सीटें खाली हैं और 2 पर चुनाव हो रहा है l यह एक रणनीति है इसका पेच इतना खतरनाक तरीके से फंसा हुआ है कि एक तीर से तीन शिकार हो सकते हैं l
श्रीकृष्ण हुड्डा काफी बीमार हैl इतने बीमार कि वह हाल के विधानसभा सत्र में भी नहीं आए lपिछले दिनों अचानक अचेत होकर गिर गए l एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में आईसीयू में दाखिल हैं l
वे ज्यादा बीमार हैं यह चिंता का विषय है lराज्यसभा का चुनाव सिर पर है lहम सब परमात्मा से दुआ करते हैं कि श्री हुड्डा जल्दी स्वस्थ हो और अपनी जिम्मेदारी पर लौट आए lगौरतलब है कि किलोई और बरोदा से कई बार विधायक रह चुके श्रीकृष्ण हुड्डा 85 साल के हैं और ऐसा लगता है कि एक घटना से उन्हें जरूर मानसिक आघात पहुंचा है l
ऐसी घटना जिससे उनका उस तरह का कोई लेना-देना नहीं था जैसा मीडिया के एक वर्ग ने प्रचारित किया कि पिछले महीने उनके पैतृक गांव खिड़वाली से संबंधित एक युवक लगभग 1 करोड रुपए मूल्य की हेरोइन के साथ चंडीगढ़ में पकड़ा गयाl उसने यह कहकर बच निकलने की असफल कोशिश की कि वह तो विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा का पोता यानी पोत्र है जबकि ऐसा था नहींl वह उनके गांव का जरूर है।बाद में यह बात भी सामने आई कि उक्त युवक घटना से पहले हरियाणा एमएलए हॉस्टल में श्री हुड्डा के नाम के रूम में रुका भी था l
हुड्डा इस बात से आहत है कि मीडिया के एक वर्ग ने उनका पक्ष जाने बिना मामले की पड़ताल किए बिना उनका नाम इस तरह से उछाला कि जैसे वास्तव में आरोपी उसका कोई परिजन ही है lस्पष्टीकरण के बाद भी अपुष्ट खबरें छपती रही lइससे भी हुड्डा दुखी थे lइतनी बड़ी उम्र में बीमारी की रिकवरी बड़ी कठिन हो जाती है l इसीलिए हुड्डा के लिए अगले कुछ दिन बहुत ही महत्वपूर्ण हैंl आपको बता दें कि लगभग ऐसी ही स्थिति जींद में पूर्व विधायक डॉक्टर हरिचंद मिड्ढा के मामले में देखी गई थी l यह भी काबिले जिक्र है कि बरोदा के कांग्रेस के विधायक चौधरी श्रीकृष्ण हुड्डा का इस तरह से और इस उम्र में बीमार होना हरियाणा की राजनीति में नए हालात पैदा कर देगा l पाठकों को बता दें कि चौधरी श्रीीकृष्ण हुड्डा 1987 1996 2005 में कलोई से तथा 2009 2014 और 2019 में बरोदा से विधायक बने हैं lउन्होंने पहले दो चुनाव लोक दल के उम्मीदवार के रूप में लड़े बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए l सिटिंग एमएलए रहते हुए जब पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने उनकी टिकट काट दी तो वे कांग्रेस में शामिल हो गए lबता दें कि जब 2005 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाया गया तब वे रोहतक के सांसद थे और श्रीकृष्ण हुड्डा किलोई के कांग्रेस के विधायक l चौधरी श्रीकृष्ण हुड्डा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए सीट छोड़ दी थी l
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