क्या भाजपा में शामिल हो सकते हैं सिंधिया?
कमलनाथ सरकार के सभी मंत्रियों ने सीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. भोपाल में हुई आपात कैबिनेट में कमलनाथ के प्रति आस्था जताते हुए सभी मंत्रियों ने सीएम को इस्तीफा सौंप दिया है. ऐसा बताया जा रहा है कि आस्था जताने और बगावतियों पर दबाव बनाने का ब्रह्मास्त्र. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों की मानें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी ने राज्यसभा सीट और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने का ऑफर दिया है. एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन ने अपनी छुट्टी कैंसिल कर दी है. राजभवन के सूत्रों के हवाले से ये खबर मिल रही है.
डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, भोपाल:
मध्य प्रदेश की सियायत में बड़े फेरबदल की आशंका से जुड़ी खबर आ रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों की मानें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी ने राज्यसभा सीट और मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने का ऑफर दिया है. फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली में मौजूद हैं. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. लेकिन फिलहाल उनका सोनिया गांधी से मिलने का वक्त तय नहीं है.
मध्य प्रदेश का राजनीतिक संकट गरमा गया है. मुख्य मंत्री कमलनाथ ने सोमवार शाम को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की और फौरन ही भोपाल रवाना हो गए. सीएम भोपाल जाने से पहले कह गए कि कहीं किसी मसले पर ना कोई विवाद है और न ही संकट. आगे की रणनीति भोपाल में बनेगी. सूत्रों के अनुसार, ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने के साथ डिप्टी सीएम भी बनाया जा सकता है. हालांकि कमलनाथ उनके नाम पर राजी नहीं हैं. उधर सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायकों के फोन स्विच ऑफ हैं. खबर है कि सिंधिया समर्थक 6 मंत्री और 12 विधायक बंगलुरू में हैं.
सीएम ने जारी किया बयान
कैबिनेट बैठक खत्म हो गई है. जबकि मध्य प्रदेश में जारी सियासी ड्रामे के बीच सीएम कमलनाथ ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि मैं सूबे में माफिया के सहयोग से अस्थिर करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा. प्रदेश की जनता का विश्वास और उनका प्रेम मेरे लिए सबसे बड़ी शक्ति है. साथ ही कमलनाथ ने कहा कि अब इस मामले पर दिल्ली से जो भी फैसला होगा वह सभी को मानना होगा. इसके अलावा कमलनाथ समर्थक सभी विधायकों और मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सीएम को सौंपा है. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, सीएम पर निर्भर करता है कि वो कौन सा फैसला लेंगे. इसके अलावा मंगलवार सुबह 11:30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है.
भाजपा अध्यक्ष ने कही ये बात
एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा का कहना है कि दिग्विजय सिंह रिमोट कंट्रोल से ये सरकार चला रहे हैं. शर्मा ने यह भी कहा कि कांग्रेस आंतरिक संकट से गुजर रही है. जबकि भाजपा के विश्वास सारंग ने कहा कि जब से सरकार बनी है तब से सिर्फ असंतोष की आग में जल रही है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में सिंधिया खेमे के 20 विधायक कर्नाटक गए में जिसमें 6 मंत्री भी शामिल हैं. वहीं राज्य में जारी सियासी घटनाक्रम के बाद मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने अपनी होली की छुट्टियां कैंसिल कर दी और वह वापस भोपाल लौटेंगे. राज्यपाल 5 दिन की छुट्टी पर लखनऊ गए हुए थे.
कमलनाथ सरकार के सभी मंत्रियों ने सीएम को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. भोपाल में हुई आपात कैबिनेट में कमलनाथ के प्रति आस्था जताते हुए सभी मंत्रियों ने सीएम को इस्तीफा सौंप दिया है. ऐसा बताया जा रहा है कि आस्था जताने और बगावतियों पर दबाव बनाने का ब्रह्मास्त्र.
राज्यपाल ने कैंसिल की छुट्टी
एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन ने अपनी छुट्टी कैंसिल कर दी है. राजभवन के सूत्रों के हवाले से ये खबर मिल रही है. दरअसल, राज्यपाल लालजी टंडन लखनऊ गए हुए थे, लेकिन राजनीतिक आपाधापी के बीच उनके भोपाल वापस लौटने की जानकारी मिल रही है. राज्यपाल मंगलवार को वापस लौट रहे हैं.
वन मंत्री उमंग सिंगार ने दिया ये बयान
वहीं कमलनाथ सरकार के वन मंत्री उमंग सिंगार का कहना है कि कांग्रेस में हर तरह के रास्ते खुले हुए है. उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान दिल्ली से इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सिंधिया से बातचीत कर रही हैं. साथ उन्होंने यह भी कहा कि एमपी में कमलनाथ सरकार पूरी तरह स्थिर है. इस मामले में चले आ रहे विवाद पर और सिंधिया की नाराजगी पर सिंगार का कहना है कि किसी भी तरह की नाराजगी होगी तो पार्टी हाईकमान इसका समाधान निकालेगा.
मध्य प्रदेश में ये है गणित
एमपी विधानसभा में 230 सीटे हैं. जबकि विधानसभा में फिलहाल विधायकों की संख्या 228 है. इसमें कांग्रेस के 114 और बीजेपी के 107 विधायक हैं. निर्दलीय विधायकों की संख्या 4 है, जिसमें बीएसपी के 2 और एसपी का 1 विधायक है. यही नहीं, एमपी में पूर्ण बहुमत के लिए 116 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है. विधानसभा में फिलहाल 2 सीटें रिक्त हैं. अगर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अपना पाला बदलते हैं, तो कमलनाथ सरकार के लिए सियासी संकट गहरा सकता है.
सोनिया गांधी से मुलाकात
मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच सीएम कमलनाथ आज दिल्ली आए और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले. कुछ देर की मुलाकात के बाद वो बाहर निकले और मीडिया से बात भी की. कमलनाथ ने कहा, ‘भोपाल जा रहा हूं. आगे की रणनीति वहीं बनाई जाएगी.’ उन्होंने कहा राज्यसभा सीट और दावेदारी को लेकर कोई विवाद नही हैं. हमारी नेता सोनिया गांधी से मेरी हर मुद्दे पर चर्चा हुई है. राज्यसभा के नामों को फैसला जल्दी किया जाएगा.
घोटालों के खुलासे से बीजेपी परेशान
सीएम कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के ताजा राजनीतिक हालात के बारे में विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ‘बीजेपी नेताओं से रहा नहीं जा रहा है. 15 साल के घोटाला का खुलासा होने जा रहा है. इस वजह से भाजपा के नेता परेशान हैं. सीएम ने कहा कि सब जानते हैं मध्य प्रदेश कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. मैंने हर कांग्रेस कार्यकर्ता का साथ दिया है. मेरा कोई गुट नहीं है.’ गायब हुए विधायकों के बारे में कमलनाथ ने कहा- विधायकों ने तो यह बात भी बोली है कि वह तीर्थ यात्रा पर गए थे. सीएम ने राज्य के लोगों होली को शुभकामनाएं भी दीं और भोपाल के लिए रवाना हो गए.
सिंधिया समर्थक मंत्री- विधायकों के फोन बंद
इस बीच सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायकों का नया पैंतरा सामने आया है. सिंधिया खेमे के मंत्रियों और विधायकों के फोन स्विच ऑफ हैं. इसमें विधायक जसवंत जाटव, मुन्नालाल गोयल, गिर्राज दंडोतिया, ओपीएस भदौरिया के अलावा कमलनाथ सरकार में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, महिला विकास मंत्री इमरती देवी और स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट जैसे बड़े नाम शामिल हैं. पता चला है कि ये 6 मंत्री और 12 विधायक बंगलुरू में हैं.
ये हैं 6 मंत्री और 12 विधायक
सिंधिया के समर्थक मंत्रियों में तुलसी सिलावट, गोविन्द सिंह राजपूत, प्रधुम्न सिंह तोमर, इमरती देवी,प्रभुराम चोधरी और महेन्द्र सिसोदिया शामिल हैं. जबकि विधायकों में मुन्ना लाल गोयल, गिरिराज दंडोतिया, ओपीएस भदोरिया, विरजेंद्र यादव, जसपाल जजजी, कमलेश जाटव, राजवर्धन सिंह, रघुराज कंसना, सुरेश धाकड़, हरदीप डंग और रक्षा सिरोनिया जसवंत आदि शामिल हैं.
यूथ कांग्रेस चुनाव टले
एमपी में जारी सियासी घमासान के बीच मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के चुनाव टाल दिए गए हैं. अब राज्यसभा चुनाव के बाद कार्यक्रम बनेगा. कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं से मुलाकात की और उसके बाद चुनाव टालने का फैसला लिया गया.
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