जब सदन जय श्री राम के नारों से गूंज उठा

आज सदन उस समय जय ‘श्री राम’ के नारों से गूंज उठा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट के गठन का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि कैबिनेट की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि राम जन्म भूमि के लिए ट्रस्ट बनाया गया है. जिसका नाम ‘श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र” होगा. पीएम मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह ट्रस्ट बनाया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए राज्य सरकार अलग से जमीन देगी. ट्रस्ट की घोषणा के साथ ही लोकसभा में जय श्री राम के नारे लगे.

नई दिल्ली: 

राम मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट के गठन का प्रस्ताव लोकसभा में पारित हो गया है. कैबिनेट ने राम मंदिर ट्रस्ट बनाने को मंजूरी दे दी है. बुधवार को लोकसभा में संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए योजना तैयार कर ली है. उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार कैबिनेट की बैठक में इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. पीएम ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार ने योजना तैयार कर ली है. राम मंदिर ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ होगा. पीएम ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है. 

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर को अयोध्या मामले पर फैसला सुनाते हुए सरकार को राम मंदिर ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था. कोर्ट ने ट्रस्ट के गठन के लिए नौ फरवरी तक की तारीख तय की थी. मंदिर निर्माण की पूरी रुपरेखा तैयार करने और उसे क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी ट्रस्ट की होगी.

इससे पहले मंगलवार को अयोध्या में बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा था कि वह चाहते हैं की अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जल्द से जल्द ट्रस्ट का निर्माण करें. जिससे राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो सके. उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से मांग की थी कि सुप्रीम कोर्ट ने जो मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि दी है उस भूमि को जल्द से जल्द चिन्हित किया जाए. जिससे वहां पर मस्जिद का निर्माण किया जा सके.

यही नहीं उनका यह भी कहना है की अयोध्या के विकास के लिए राम मंदिर निर्माण जल्द से जल्द शुरू हो क्योंकि हिंदू समाज के लोग भी अब यह सवाल कर रहे हैं कि 9 फरवरी को 3 महीना सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का बीत जाएगा और अभी तक राम मंदिर निर्माण शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में भगवान श्री राम कब तक टेंट में रहेंगे यह सवाल बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा था.

कमलनाथ सरकार अब मंदिरों की ज़मीनें बिल्डरों को बेचेगी

बीजेपी ने मध्य प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव को हिंदू विरोधी बताया है. उसका कहना है कांग्रेस सिर्फ एक धर्म को निशाना बना रही है. हिंदुओं को दबाकर कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। आने वाले समय में मंदिर अपने खुले स्थानों पर गो – शाला अथवा या गुरुकुल इत्यादि स्थापित कर धर्म और गोवंश के महत्व को बढ़ावा दें इस लायक बनें उनकी, ज़मीनें बेच दी जाएँ और पैसे सरकार के खाते में जाएँ। यदि एस होना अतिआवश्यक है तो फिर यह गाज मंदिरों पर ही क्यों गिरे?

नयी दिल्ली:

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मंदिरों की जमीन बिल्डर्स को देने की तैयारी है. सरकार ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रखा है. पांच फरवरी को होने वाली कैबिनेट बैठक (Cabinet Meet) में इस पर मुहर लगना भर बाकी है. बिल्डर्स इस पर मकान-दुकान कुछ भी बना सकते हैं. जमीन बेचने पर जो पैसा मिलेगा वो मंदिर, जिला प्रशासन और सरकारी खजाने में जाएगा.

दरअसल कमलनाथ सरकार (Kamalnath Government) ने प्रदेश के मंदिरों की जमीन बिल्डरों को देने का प्रस्ताव तैयार किया है. सरकार इस प्रस्ताव को पांच फरवरी को होने वाली कैबिनेट की बैठक में लेकर आएगी. बिल्डर्स इस जमीन पर निर्माण कार्य कर उसे बेच सकते हैं. इससे जो पैसा मिलेगा वो मंदिर, जिला और राज्य सरकार के देवस्थान कोष में जाएगा. इसके पीछे सरकार की मंशा है कि ऐसा करने से मंदिरों की प्राइम लोकेशन वाली बेशकीमती जमीन को अतिक्रमण और कब्जे से बचाया जा सकेगा.

ऐसा है सरकार का प्रस्ताव

आध्यात्म विभाग के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार के अधीन आने वाले मंदिरों की खाली जमीन व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए निजी व्यक्तियों को बेचने का प्रस्ताव लाया जा रहा है. इसकी शुरुआत भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के साथ दूसरे बड़े शहरों के मंदिरों से होगी. जिस व्यक्ति को जमीन दी जाएगी, वो उस पर निर्माण कार्य कर बेच सकेगा. इससे मिलने वाला पैसा तीन हिस्सों में बांटा जाएगा. 20 फीसदी मंदिर, 30 फीसदी जिला स्तर और 50 फीसदी राज्य स्तर के देवस्थान कोष में जमा होगा. सरकार केवल जमीन देगी. उस पर मकान-दुकान या बिल्डिंग बिल्डर अपने खर्च पर बनवाएगा. बिल्डर अपनी मर्जी के मुताबिक उस जमीन पर फ्लैट, डुप्लेक्स, दुकान, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सहित दूसरा कर्मिशियल निर्माण कर सकता है.

स्ताव की वजह

इस प्रस्ताव के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि मंदिरों की खाली जमीन पर कब्जा हो जाता है. प्रशासन कार्रवाई कर इन कब्जों को बार-बार हटाती है, लेकिन इन पर फिर कब्जा जमा लिया जाता है. साथ ही मंदिरों की खाली पड़ी जमीन का कोई उपयोग नहीं हो पाता है. प्रशासन के पास अमला नहीं होने की वजह से मंदिरों की मॉनिटरिंग में दिक्कत आती है. ऐसे में सरकार का मानना है कि इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने से मंदिरों का विस्तार के साथ विकास भी होगा.

बीजेपी ने कहा- ये हिंदू विरोधी

बीजेपी ने सरकार के इस प्रस्ताव को हिंदू विरोधी बताया है. उसका कहना है कांग्रेस सिर्फ एक धर्म को निशाना बना रही है. कांग्रेस हिंदुओं को दबाकर तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. मंदिर में कोई अवैध कब्जा नहीं होता है. सरकार अगर मंदिरों को बड़े-बड़े बिल्डर्स को देने की कोशिश करेगी तो बीजेपी इसका विरोध करेगी. ये निर्णय पूरी तरह बड़े बिल्डर्स को संरक्षण देने का है. कांग्रेस सरकार हर तरह के हिंदू विरोधी फैसले कर रही है.

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH – 05.02.2020

One arrested for consuming liquor at public place

A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place on 04.02.2020. Later he was released on bail.

Action against Gambling

Chandigarh Police arrested Butta Singh R/o # 2993, Mouli Jagran, Chandigarh, Amar Singh R/o # 1073, NIC, Mani Mara, Chandigarh and Vikash R/o # 243, NIC, Mani Majra, Chandigarh while they were gambling near Public Toilet, NIC, Mani Majra, Chandigarh on 04.02.2020. Total cash Rs. 950/- was recovered from their possession. In this regard, a case FIR No. 20, U/S 13-3-67 Gambling Act has been registered in PS-IT Park, Chandigarh. Later they were bailed out. Investigation of the case is in progress.

Theft

          Dr. Radha Krishan Dhiman R/o # 1028, Sector-24/B, Chandigarh reported that unknown person stole away 2 wheels of complainant’s Swift Dzire car No. CH01BD-2062 while parked near his house on the night intervening 03/04-02-2020. A case FIR No. 23, U/S 379 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

जैन ब्रदर्स भाग 2::2017 की पुलिस रिपोर्ट के बाद भी अजय चढा व अन्य पर मामला नही हुआ दर्ज!ऐसा क्यों:अर्पण जैन।

अंजलि वर्मा, जालंधर:

अर्पण जैन व उनके भाई पर अजय चड्ढा द्वारा ठगी के आरोप लगाए गए वह सब पुलिस की रिपोर्ट के हिसाब से बेबुनियाद साबित हुए है। जालन्धर पुलिस के साल 2017 की एक एसीपी इन्वेस्टीगेशन की रिपोर्ट के हिसाब से देखा जाए तो नियो फिटनेस के मालिक अजय चड्ढा व राजेश सहगल द्वारा जो शिकायत अर्पण जैन पर दी गई थी उनमें कोई सचाई नही पाई गई, साल 2017 पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक जो दुबई का बिज़नेस कार्ड अजय चड्ढा द्वारा बतौर सबूत पुलिस को दिया गया था वह भी जाली तैयार किया गया है।

वही इसी रिपोर्ट की माने तो नियो फिटनेस के अजय चढा द्वारा पुलिस में अपने दिए बयानों में कहा गया था कि उन्होंने तीन लाख रु अर्पण जैन को 30-06-2016 को दिए थे जोकि 2017 की एसीपी जसवीर सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक उस वक्त अर्पण जैन का विदेश में होना साबित हुआ है। इस रिपोर्ट में एसीपी इन्वेस्टिगेशन द्वारा डीए लीगल से ओपिनियन मांग कर बनती कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है।

उक्त रिपोर्ट के बाद कई सवाल खड़े होते है:

क्या नियो फिटनेस के मालिक द्वारा जैन बंधुओ को बदनाम करने के लिए ये षड्यंत्र रचा जा रहा है?

नियो फिटनेस के मालिक अजय चड्ढा द्वारा जैन बंधुओं को आखिर क्यों बदनाम करने की कोशिश की जा रही है?

नियो फिटनेस के मालिक अजय चड्ढा का जैन बंधुओ को बदनाम करने के पीछे क्या मकसद हो सकता है?

जैन बंधुओ को बदनाम करने के लिए अजय चढा ने शहर के एक निजी वेब पोर्टल का सहारा क्यों लिया!

दोस्तो ये था आज का “द स्टोरी ऑफ जैन ब्रदर्स” का भाग 2। भाग तीन में आपको बताएंगे कि डीए लीगल की रिपोर्ट में किस किस पर मामला दर्ज करने और किन किन धाराओं में मामला दर्ज करने को कहा गया है।

तीसरे भाग हम आपको ये भी बताएंगे कि नियो फिटनेस के मालिक अजय चड्ढा व उनके साथी अर्पण जैन व उनके भाई को क्यों इस तरीके से बदनाम कर रहे है इसके पीछे उनकी क्या मंषा है?

कपिल गुर्जर का आआपा संबंध उजागर होते ही बचाव में आये संजय सिंह

“भाजपा के इशारे पर कठपुतली की तरह काम ना किया जाए. कल हम इस अधिकारी को नोटिस भेजेंगे और चुनाव आयोग से भी बात करेंगे. ऐसे कभी किसी अधिकारी को काम करते देखा है? पुलिस ने एक भी बार बजरंग दल का नाम लिया, आखिर बीजेपी करना क्या चाहती है? हजारों लोग पार्टी में शामिल होते हैं, सबका प्रमाण पत्र चेक करना किसी के लिए संभव नहीं? ” संजय सिंह।

  केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा, “यह कैजुअल फोटो नहीं है. कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहा है और संजय सिंह उसका स्वागत कर रहे हैं. यह दिखाता है कि कैसे आम आदमी पार्टी युवाओं को भड़काती है और उनका गलत इस्तेमाल करती है. इसलिए, दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी एक्सपोज हो गई है.”  

नई दिल्ली: दिल्ली में शाहीन बाग फायरिंग मामले में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ कि कपिल बैसला उर्फ कपिल गुर्जर  का संबंध आम आदमी पार्टी से है. क्राइम ब्रांच के इस खुलासे के बाद आम आदमी पार्टी में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आप नेता संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर सफाई दी. सिंह ने कहा कि किसी के साथ तस्वीर है, तो इसका क्या अर्थ निकलता है. वहीं, बीजेपी ने भी आम आदमी पार्टी पर पलटवार किया है.

सिंह ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “अमित शाह देश के गृह मंत्री हैं, इसलिए अभी चुनाव से पहले तस्वीरें और साजिश सामने आएंगे. चुनाव में 3-4 दिन बचे हैं. इससे पहले बीजेपी जितना चाहती है, उतनी घटिया राजनीति करेगी. किसी के साथ तस्वीर है, तो इसका क्या अर्थ निकलता है?” 

राज्यसभा सांसद सिंह ने कहा, “भाजपा के इशारे पर कठपुतली की तरह काम ना किया जाए. कल हम इस अधिकारी को नोटिस भेजेंगे और चुनाव आयोग से भी बात करेंगे. ऐसे कभी किसी अधिकारी को काम करते देखा है? पुलिस ने एक भी बार बजरंग दल का नाम लिया, यह इनकी हार की बोखलाहट है. आखिर बीजेपी करना क्या चाहती है? हजारों लोग पार्टी में शामिल होते हैं, सबका प्रमाण पत्र चेक करना किसी के लिए संभव नहीं? ” 

बीजेपी ने किया पलटवार:

वहीं, शाहीन बाग में फायरिंग करने वाले युवक कपिल गुर्जर की आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के साथ फोटो सामने आने पर बीजेपी हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संजय सिंह पर पलटवार करते हुए कहा, “यह कैजुअल फोटो नहीं है. कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहा है और संजय सिंह उसका स्वागत कर रहे हैं. यह दिखाता है कि कैसे आम आदमी पार्टी युवाओं को भड़काती है और उनका गलत इस्तेमाल करती है. इसलिए, दिल्ली चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी एक्सपोज हो गई है.”  

इससे पहले, क्राइम ब्रांच को कपिल गुर्जर के मोबाइल में कुछ फोटो भी मिले हैं. इन फोटो में आरोपी कपिल गुर्जर और उसके पिता गजे सिंह आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी, आप सांसद संजय सिंह तस्वीरों में नजर आ रहे हैं. पिता की तस्वीर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ दिख रहे हैं. 

आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः माघ़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः एकादशी रात्रि 09.31 तक है, 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः मृगशिरा रात्रि 01.59 तक, 

योगः वैधृति रात्रि 03.35 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः वृष 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.11, 

सूर्यास्तः 05.59 बजे।

नोटः आज जया एकादशी व्रत है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

देश द्रोह का मामला दर्ज होने पर फरार हुई उर्वशी चूड़ावाला

नयी दिल्ली ब्यूरो:

1 फरवरी को मुंबई में आयोजित एलजीबीटी प्राइड परेड के दौरान देशद्रोह के आरोपी शरजील इमाम के समर्थन में नारेबाजी करने वाली लड़की उर्वशी चूड़ावाला और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज किया है. अब मुंबई पुलिस नारेबाजी करने वाली उर्वशी चूड़ावाला की तलाश कर रही है.

हर साल की तरह इस बार भी मुंबई में एलजीबीटी प्राइड परेड का आयोजन किया गया. इस बार मुंबई पुलिस ने अगस्त क्रांति मैदान की जगह मुंबई के आजाद मैदान में एलजीबीटी प्राइड परेड की इजाजत दी. 1 फरवरी को हुए इस प्राइड परेड में सैकड़ों समलैंगिक, ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग शामिल हुए.

गौरतलब है कि जेएनयू के छात्र रह चुका शरजील इमाम विवादित और देश को तोड़ने वाली भाषण दे चुका हैं. देश के कई राज्यों में शरजील इमाम के खिलाफ मामला दर्ज है. फिलहाल दिल्ली पुलिस ने शरजील इमाम को गिरफ्तार कर जांच शुरू की है.

मुंबई पुलिस ने बताया नारा आपत्तिजनक

उर्वशी चूड़ावाला नाम की लड़की ने नारे लगवाए कि “शरजील तेरे सपनों को, हम मंजिल तक पहुंचाएंगे”. इस वीडियो के सामने आने के बाद आजाद मैदान पुलिस ने उर्वशी सहित 51 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है. मुंबई पुलिस प्रवक्ता प्रणय अशोक ने बताया कि आजाद मैदान में लगाया गया नारा आपत्तिजनक है.

आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है. मामला दर्ज होने के बाद आरोपी उर्वशी फरार है. उर्वशी मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस की छात्रा है. उर्वशी इसके पहले मुंबई में CAA और NRC के खिलाफ आयोजित सभी बड़े विरोध प्रदर्शन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती रही है.

उर्वशी चूड़ावाला की मां ने कहा

देश के टुकड़े करने के बयान देने वाले जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम के समर्थन में नारे लगाने वाली कार्यकर्ता उर्वशी चूड़ावाला पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद मंगलवार दोपहर उर्वशी चूड़ावाला की मां ने पुलिस थाने पहुंचकर अपना बयान दर्ज करवाया। उर्वशी चूड़ावाला की मां ने कहा, उनकी बेटी से गलती हुई है, लेकिन उसे इसके लिए उकसाया गया था। मुंबई से मिली जानकारी के अनुसार, 1 फरवरी को आजाद मैदान में एलजीबीटीक्यू के कार्यक्रम में जामिया मिल्लिया इस्लामिया में देश विरोधी बयान के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम के समर्थन में राष्ट्र विरोधी नारे लगाए गए थे।

इससे पहले फ्री कश्मीर का पोस्टर आ चुका है सामने

यह नारेबाजी विवाद इतना तूल पकड़ता जा रहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए कहा कि यह मुंबई में क्या हो रहा है? महाराष्ट्र सरकार क्यों इसे सहन कर रही है? इसके पहले भी मुंबई में महक मिर्जा नाम की लड़की ने फ्री कश्मीर का पोस्टर गेटवे ऑफ इंडिया के बाहर लहराया था.

मुंबई पुलिस ने महक मिर्जा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि इस केस की पहले समीक्षा की जाएगी उसके बाद इस केस पर आगे बढ़ जाएगा.

बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने निर्भया के तीन दोषियों के वकील एपी सिंह को नोटिस जारी किया

  • कोर्ट ने भेजी थी नोटिस, पेश नहीं हुए थे वकील एपी सिंह
  • दोषियों की फांसी को लेकर दिया था विवादित बयान

दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद अब बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने निर्भया के तीन दोषियों के वकील एपी सिंह को नोटिस जारी किया है. काउंसिल ने दो हफ्ते के भीतर उनका जवाब मांगा है. हाल ही में दिल्ली बार काउंसिल को हाईकोर्ट ने एपी सिंह पर कार्रवाई करने को कहा था.

बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने एपी सिंह पर 25 हजार का जुर्माना भी लगाया था. दरअसल कोर्ट ने एपी सिंह को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था. कोर्ट के निर्देश के बाद भी एपी सिंह पेश नहीं हुए थे. इस मामले में कोर्ट ने उन्हें सूचना भी भेजी थी. इसके अलावा सिंह को बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी नोटिस भेजी थी.

क्या है पूरा मामला

बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने एपी सिंह के खिलाफ यह कदम उनके उस बयान को लेकर उठाया है, जो उन्होंने 13 दिसंबर को दिया था.एपी सिंह ने हैदराबाद में पशु चिकित्सक के साथ रेप के आरोपियों के एनकाउंटर पर समाचार एजेंसी एएनआई से 13 दिसंबर को बात की थी. सिंह ने कहा था कि जिस तरह से सांसद यह बयान दे रहे हैं कि ऐसे अपराधियों को गोली मार देनी चाहिए, यह संविधान का अपमान है.

उन्होंने निर्भया के दोषियों को लेकर कहा था कि अगर दोषियों को फांसी हो जाए तो महिलाओं के साथ होने वाली रेप की वारदातें रुक जाएंगी, क्या कोई इस बात की गारंटी दे सकता है? सिंह के इस बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया. बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने इसे लेकर एपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था.

‘दिल्ली के शाहीन बाग फायरिंग करने वाला कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी से जुड़ा है’: पुलिस तफतीश

समझने ही नहीं देती सियासत हम को सच्चाई

कभी चेहरा नहीं मिलता कभी आईना नहीं मिलता

कपिल के पिता गजे सिंह दिल्ली में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ तस्वीरों में नजर आ रहे हैं. करीब एक साल पहले 2019 की इन फोटो में कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेते नजर आ आया है. उस वक्त कपिल और उसके पिता के साथ कपिल के करीब एक दर्जन से ज्यादा साथियों ने भी आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी.

  • क्राइम ब्रांच SIT की तफ्तीश में हुआ खुलासा
  • तस्वीरों में AAP की सदस्यता लेते दिखा कपिल

नयी दिल्ली ब्यूरो:

दिल्ली के शाहीन बाग फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि शाहीन बाग में पिछले दिनों फायरिंग करने वाला शख्स कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी से जुड़ा है. कपिल के पिता गजे सिंह भी आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं. कपिल ने बताया है कि उसने और उसके पिता ने 2019 के शुरुआती महीने में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी.

कपिल गुर्जर के इस बयान को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम अदालत में भी बता चुकी है. कपिल गुर्जर के मोबाइल फोन से यह खुलासा हुआ है. बता दें, क्राइम ब्रांच को कपिल गुर्जर के मोबाइल में कुछ फोटो मिले हैं. इन फोटो में आरोपी कपिल गुर्जर और उसके पिता गजे सिंह आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी, सांसद संजय सिंह के साथ नजर आ रहे हैं.

कपिल के पिता गजे सिंह दिल्ली में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ तस्वीरों में नजर आ रहे हैं. करीब एक साल पहले 2019 की इन फोटो में कपिल गुर्जर आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेते नजर आ आया है. उस वक्त कपिल और उसके पिता के साथ कपिल के करीब एक दर्जन से ज्यादा साथियों ने भी आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली थी.

क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव ने कहा, अपनी शुरुआती जांच में हमें कपिल के फोन से कुछ तस्वीरें मिलीं जो बताती हैं वह (कपिल) और उसेक पिता एक साल पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. उसने इसका पहले ही खुलासा कर दिया है. हमने उसका 2 दिन का रिमांड लिया है.

जांच में कपिल गुर्जर फिलहाल क्राइम ब्रांच की एसआईटी की कस्टडी में है. कपिल ने फायरिंग के बाद अपने व्हाट्सएप को डिलीट कर दिया था. तफ्तीश में क्राइम ब्रांच ने व्हाट्सएप चैट और बाकी चीजें फोन से बरामद की जिससे यह खुलासा हुआ. बता दें, 30 जनवरी को कपिल बाइक से सार्थक के साथ शाहीन बाग पहुंचा था. उसने शाहीन बाग में दो राउंड फायरिंग भी की थी. उधर क्राइम ब्रांच ने सार्थक से भी पूछताछ की है.

कपिल के पिता पहले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और फिर एमसीडी का चुनाव लड़ चुके हैं. कपिल ने शाहीन बाग पहुंच कर अपना मोबाइल और बाइक सार्थक को दे दिया था. फिर फायरिंग की थी. इसके बाद उसे घटनास्थल से पकड़ लिया गया था. पुलिस ने फायरिंग में इस्तेमाल किए गए हथियार को भी बरामद किया था.

सिद्धू अपने हालात के स्वयं उत्तरदायी

एक हैं नवजोत सिंह सिद्धू, ताली ठोकते ठोकते बहुतों को ठोक चुके हैं। जनाब पहले भाजपा में थे तब सोनिया गांधी को क्या क्या नहीं कहा, लेकिन जेटली के लिए अमृतसर की सीट की कुर्बानी क्या दी जनाब के मिजाज बिगड़ गए इसके बदले इनाम में मिली राज्यसभा की सीट चुनावों से मात्र 6 महीने पहले छोड़ कर पंजाब के मुख्यमंत्री पद की लालसा लिए कभी ‘आआपा’ और कभी कांग्रेस के पास भटके फिर हार कर सोनिया गांधी के पाँव पकड़ लिए, और लगे मोदी को ठोकने। राहुल गांधी के नजदीकी होने के नाते इन्हे लगा कि यह कैप्टन को पछाड़ कर खुद मुख्य मंत्री के दावेदार होंगे, बस तभी से ‘कभी हाँ कभी ना’ वाली स्थिति है। इनका पाकिस्तान प्रवास भी बहुत विवादों में रहा वह दीगर बात है कि यह वहाँ राहुल गांधी की सहमति से गए थे।

चंडीगढ़: 

पंजाब कांग्रेस से खफा नवजोत सिंह सिद्धू अभी तक कांग्रेस आला कमान के बुलावे पर दिल्ली विधान सभा चुनाव में प्रचार के लिए भी नहीं पहुंचे हैं. हालांकि अब दिल्ली विधान सभा चुनाव में मात्र चार दिन का समय बचा है, जिनमें से प्रचार के केवल दो दिन ही बाकी हैं. हालांकि कांग्रेस उम्मीद जता रही है कि सिद्धू प्रचार के लिए दिल्ली जाएंगे लेकिन विरोधी कह रहे हैं कि सिद्धू का सितारा अब अस्त हो चुका है. कांग्रेस के तेजतरार स्टार प्रचारक नवजोत सिंह सिद्धू की चुप्पी दिल्ली विधान सभा चुनाव भी नहींं टूटी है. 

हालांकि कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू को स्टार प्रचारक की सूची में रखा था और ख़ास बात यह भी कि पंजाब कांग्रेस से स्टार प्रचारकों में केवल तीन ही नाम शामिल किये थे. जिनमें से एक मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, दूसरा कुलजीत नागरा और तीसरा नाम सिद्धू का था जबकि मुख्यमंत्री के इलावा किसी मंत्री को भी स्टार प्रचारकों की श्रेणी में नहीं रखा गया था. लेकिन सिद्धू अभी तक दिल्ली में कांग्रेस का चुनाव प्रचार करने नहीं पहुंचे हैं.

इसे भी पढ़ें: Navjot Singh Sidhu’s cross-border “hug diplomacy” would mark the beginning of a long and fruitful political innings.

हालांकि कांग्रेस उम्मीद जता रही है कि सिद्धू दिल्ली जरूर जाएंगे. पंजाब कांग्रेस के विधायक और चुनाव ऑब्जर्वर पवन कुमार आदिया ने कहा कि नवजोत सिद्धू कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में रहेंगे और जल्द ही दिल्ली चुनाव प्रचार के लिए भी जाएंगे.

हालांकि विपक्षी नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साध रहे हैं. विरोधी तंज कस रहे हैं कि नजवात सिद्धू का सितारा अब अस्त हो गया है. शिरोमणि अकाली दल के विधायक पवन टीनू  और भाजपा के विधायक अरुण नारंग  ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू अब स्टार नहीं हैं और अब उनको कोई सुनने वाला नहीं है.

दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में मंत्री का सिंहासन त्यागने के बाद से ही मौन हैं. पंजाब में विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू को सरकार बनने पर मंत्री पद से नवाजा गया था मगर कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीधे चुनौती देने की वजह से सिद्धू पंजाब कांग्रेस की आंखों से दूर होते चले गए.

याद रहे: सिद्धू ने कैप्टन की कैबिनेट को त्यागा

कांग्रेस आला कमान की नजदीकी की खुशफहमी में सिद्धू अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ इतना बड़ा मोर्चा खोल बैठे थे कि आखिर उनको पंजाब कांग्रेस यानि कैप्टन की टीम से जंग लड़नी ही पड़ी और यही जंग उनकी कुर्सी की बलि ले गई. मुख्य मंत्री ने उनका अहम स्थानीय निकाय विभाग बदल कर उनको बिजली महकमा थमा दिया था जिसे अस्वीकार करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्री पद ही त्याग दिया और उसके बाद अनिश्चितकालीन चुप्पी साध ली.

सनद रहे: “राहुल मेरे ‘कप्तान’ उनके कहने पर ही मैं पाकिस्तान गया” सिद्धु

दिल्ली चुनाव में कांग्रेस द्वारा उनको स्टार प्रचारक भी बनाया गया मगर सिद्धू अभी तक नहीं पहुंचे. हालांकि इससे पहले राजस्थान , मध्य्प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव में स्टारप्रचारक के तोर पर नवजोत सिद्धू ने धुआंधार रैलियां की थी और इसी प्रचार यात्रा पर मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की लीडरशिप को भी ललकार दिया था.

फिलहाल दिल्ली चुनाव में प्रचार के बाकी बचे दो दिन क्या कांग्रेस के इस स्टार प्रचारक की चुप्पी तुड़वा पाएंगे इसकी उम्मीद कम ही नजर आ रही है. 

Navjot believes Pak is not terrorist supporter, he demands talks to continue no matter what