आज भी नेता विपक्ष का जज़्बा रखते हैं अभय सिंह चौटाला
अभय सिंह चौटाला बेशक अपनी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल के अकेले विधायक हैं परंतु विधानसभा में उसी तरह अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं जैसे उस समय कराते थे जब वे इसी विधानसभा में विपक्ष के नेता नेता हुआ करते थे l उनकी सीट जरूर बदल गई है परंतु तासीर नहीं बदली है l विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन उन्होंने बिजली मंत्री और अपने चाचा श्री चौधरी रणजीत सिंह से उनके विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे l
धर्मपाल वर्मा –चंडीगढ़
अभय सिंह चौटाला ने गृहमंत्री अनिल विज से प्रश्न और पूरक प्रश्न पूछे lसरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेराl एसवाईएल और दादूपुर नलवी नहर की चर्चा की और इस बात पर सवाल उठा दिया कि सरकार ने जिस आयोजन औपचारिकता पर साढे 5लाख खर्च किए उसमें से लोक संपर्क विभाग की भजन और नाटक मंडली के सदस्यों को मात्र ₹15000 नसीब हो पाए l
अपनी बात को सही सिद्ध करने , पूरा समय देने की कशमकश में वे स्पीकर तथा डिप्टी स्पीकर से भी नाराजगी दिखाने से नहीं चूके और उस समय विधानसभा से बहिर्गमन कर गए जब उनकी भाभी नैना चौटाला अपनी बात कहने के लिए उठ रही थी lश्री चौटाला यह कहते हुए सदन से चले गए कि आप लोग सुनना नहीं चाहते संयोग से उस समय डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा सदन की कार्रवाई चला रहे थे l
श्री चौटाला के सवाल पर बिजली मंत्री रंजीत सिंह ने कहा कि जिन बड़े संस्थानों स्कूल अस्पताल आदि के ऊपर से बिजली की तारें बड़ी लाइने गुजर रही हैं उन्हें स्थानांतरित किया जाएगा और खर्च विद्युत विभाग ही वहन करेगा l
गृह मंत्री ने उनके सवाल के जवाब में यह बताया कि वर्ष 2015 से 2019 के बीच विभिन्न सरकारी विभागों के 811 कर्मचारियों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज हुए थे इनमें से 567 टू कोर्ट में 195 का इकविट्ठल हुआ मतलब उन्हें छोड़ दिया गया l कितने बरी हुए कितने अंडर ट्रायल हैंl
इस पर उन्होंने एक नया सवाल खड़ा कर दिया कि जिन केसों में कर्मचारी बरी हुए हैं उनमें सरकार ने शिकायत कर कर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की l उन्होंने एक यह सवाल भी उठाया कि 9 दिसंबर को पंचकूला में पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर जो आयोजन किया उसमें काफी फिजूलखर्ची हुई परंतु कुल ₹553000 में से नाटक और भजन मंडली के सदस्यों को मात्र ₹15000 देकर विदा कर दिया गया l उन्होंने धान घोटाला सरसों और सूरजमुखी की सरकारी खरीद की अनियमितताओं को भी हक से उजागर किया उनकी अंबाला के भाजपा विधायक असीम गोयल से नोकझोंक भी हुई lउन्होंने औद्योगिक सुरक्षा बल के उन लोगों के पक्ष में भी खूब जद्दोजहद की जिन्हें नौकरी से हटा दिया गया था l
अब भी पुलिस के लिए धड़कता है धर्म सिंह का दिल l
बेशक समालखा के कांग्रेस के विधायक धर्म सिंह छोकर राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी हो गए हैं परंतु वह पहले पुलिस में थे और पुलिस के लिए अब भी उनका दिल धड़कता है l यह बात आज विधानसभा की कार्यवाही के दौरान साबित हुई lविधानसभा में कई दिन इंतजार करा कर आज पहुंचे धर्म सिंह सदन में बोलने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे l बात नहीं बन रही थी तो उन्होंने कई बार हाथ उठाए l बीच-बीच में उठकर यह संदेश देने की कोशिश करते रहे कि उन्हें भी समय दिया जाना चाहिएl जब स्वीकृति मिली तो वे पुलिस के लिए दो वरदान मांगते नजर आए l यह अलग बात है कि अभी यह तय होना बाकी है कि सरकार यह वरदान देगी भी या नहीं l धर्म सिंह छोकर ने मांग की कि हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतन वेतनमान दिया जाए और अनुसंधानकर्ता अर्थात जांचकर्ता पुलिसकर्मी को स्टेशनरी का खर्च भी दिया जाए l उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ऐसा करना भी जरूरी है lउन्होंने इसके अलावा हल्के की भी कुछ मांगे प्रस्तुत की l