Friday, March 7

जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम खजूरीखास,गली नंबर-6, मकान नंबर-140 के अंकित शर्मा (26) अपने साथियों के साथ इस रास्ते से गुजर रहे थे तो ताहिर हुसैन के घर पर जमा हुई जिहादी भीड़ ने इन लड़कों को घर में घसीट लिया। इस आपाधापी में कुछ जान बचाकर भागने भी सफल रहे लेकिन जो फंस गया उन्हें इस भीड़ ने नंगा करके पहले जमकर मारा और अंत में चाकुओं से गोदकर हत्या की और चांदबाग के नाले में मारकर फेंक दिया.अंकित शर्मा के पिता रविंदर शर्मा भी IB में हेड कॉन्स्टेबल हैं। उनका कहना है कि पिटाई के साथ अंकित को गोली भी मारी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया है। अंकित के पिता रविंदर शर्मा ने मौके पर मौजूद मीडिया को बताया कि उनका बेटा अंकित 2017 में IB में शामिल हुआ था। अंकित की अभी तक शादी नहीं हुई थी। उनके लिए लड़की की तलाश की जा रही थी।

नई दिल्ली: 

दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) पर आरोप लग रहा है कि हिंसा भड़काने में उनका हाथ है. हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मी अंकित शर्मा के परिजनों ने साफ तौर पर Tahir Hussain पर हत्या करने का आरोप लगाया है. ताहिर पर यह भी आरोप लग रहा है कि 25 फरवरी को उनके चांदबाग स्थित घर से उपद्रवियों ने लोगों पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके. ताहिर इससे इंकार करते रहे लेकिन अब जो एक वीडियो सामने आया है, उसमें उनके घर की छत पर काफी मात्रा में पत्थर और पेट्रोल बम मिले हैं.

ताहिर हुसैन के घर की छत पर बोरों में भरे पत्थर और कैरेट में रखे पेट्रोल बम मिले हैं. ताहिर फिलहाल अपने घर पर नहीं हैं. ताहिर के घर की छत से पथराव और पेट्रोल बम फेंके जाने के वीडियो इससे पहले भी सामने आए थे लेकिन ताहिर ने उनका खंडन किया था. उनका कहना था कि घटना के समय वह अपने घर पर नहीं थे. बीजेपी नेता उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.

इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के आरोप से घिरे आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की प्रतिक्रिया आई है। आरोपों से घिरे ताहिर हुसैन पर संजय सिंह ने कहा कि अगर वह दोषी हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। 

बताते चलें कि दिल्ली हिंसा मामले में बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की थी. इस दौरान जस्टिस एस. मुरलीधर ने ‘हेट स्पीच’ देने वाले नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज न करने पर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी. आज (गुरुवार) भी इस मामले में सुनवाई की जानी है लेकिन आज की सुनवाई जस्टिस एस. मुरलीधर नहीं करेंगे क्योंकि बीती रात ही उनका पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में तबादला कर दिया गया है. कोलेजियम ने एक हफ्ते पहले ही उनके तबादले की सिफारिश की थी, जिसपर बुधवार रात को ही सरकार ने मुहर लगा दी.

गौरतलब है कि 24 और 25 फरवरी को दिल्ली में भड़की हिंसा में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 200 से ज्यादा लोग घायल हैं. ज्यादातर घायल दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती हैं. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इनमें से 10 की हालत काफी गंभीर है. हिंसा को लेकर अलग-अलग थानों में 18 केस दर्ज किए गए हैं. 106 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. संवेदनशील इलाकों में फिलहाल हिंसा थम गई है लेकिन तनाव अब भी बरकरार है. दिल्ली हिंसा के पीड़ितों की कहानियां इंसानियत के खात्मे की गवाही दे रही हैं.