Monday, February 3

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः फाल्गुऩ, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी सांय 07.03 तक है, 

वारः शनिवार, 

नक्षत्रः श्रवण प्रातः 11.19 तक, 

योगः वरीयान प्रातः 07.13 तक, 

करणः शकुनि, 

सूर्य राशिः कुम्भ, 

चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 06.12, 

सूर्यास्तः 06.12 बजे।

नोट: आज रात्रि 12.29 से पंचक प्रारम्भ हो रहे है। पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं। पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है। चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दान देकर यात्रा करें।