पंजाब व चंडीगढ़ के निरंकारी यूथ सिम्पोजियम का समापन
पंचकुला 6 जनवरी,
सन्त निरंकारी मिशन की प्रमुख माता सुदीक्षा की अध्यक्षता में आयोजित पंजाब व चंडीगढ़ के निरंकारी यूथ सिम्पोजियम का समापन आज पंचकुला के सेक्टर -5 स्थित शालीमार ग्राउंड में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर सद्गुरु माता सुदीक्षा जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि – सत्संग, सेवा और सुमिरण यह केवल 3 शब्द बनकर न रह जाये बल्कि हमारी रोज़मर्रा कि जिंदगी में ऐसे बसा ले ।
जिसमें पहले प्रदर्शन किया जिससे यहीं भाव निकलता निरंकारी यूथ सिम्पोजियम के दूसरे दिन तीन तत्वों वायु, आकाश व जीव को विभिन्न कलाओं व संवाद के सहयोग से दर्शाया गया जिसमें बाबा हरदेव सिंह जी के विचार ‘‘नफरत करने वाले से ईष्या न करें, बल्कि जिनके लिए भी नफरत के भाव मन में पनपते हैं, उनकी सूची बनाकर उसे समाप्त करने पर बल देना है। यह विचार भी उभरकर आया कि आज पदार्थों की अंधी दौड़ में हमारी जीवन यात्रा प्रभु परमात्मा की ओर जाने की बजाए सांसारिक पदार्थों की और जा रही है। अपनी ज़रूरतों को पूरा करने में कहीं हम प्रभु भक्ति से दूर न हो जाएं, जिसके लिए हमें यह मनुष्य जीवन प्राप्त हुआ है। दुनियावी कार्य करते हुए भी प्रभु सुमिरण में एकमिक होकर सत्संग, सेवा व सुमिरण को प्राथमिकता दें। गाँधी जी के सिद्धांतों का भी उल्लेख हुआ जिसमें ‘‘बुरा न देखें, बुरा न कहें व बुरा न सुने‘‘ पर ज़िक्र हुआ और इन सबमें सबसे अधिक ज़ोर दिया कि ‘‘बुरा न सोचें।“ जब सोच अच्छी होगी तो ऐसा कोई कर्म ही नहीं हो पायेगा।