दिल्ली सियासत भाजपा को हल्के में नहीं ले सकती रोमांचक होगा चुनाव

पंचकुला (धर्मपाल वर्मा)

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है l अब नामांकन पत्र दाखिल करने और उम्मीदवारों के नाम तय करने का काम बाकी है lलोग अभी सभी दलों की तिकड़म बाजी और रणनीतियों के अलावा नेताओं के दिमाग की जंग भी देखेंगे l

बेशक बहुत लोग यह मानकर चल रहे हैं कि दिल्ली में मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अर्थात आम आदमी पार्टी का पलड़ा पहले दिन से ही भारी है और वे एक बार फिर अर्थात लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं l

उन्हें 70 मै से 50 से अधिक सीटें मिलने वाली हैं परंतु दिल्ली को किसी भी सूरत में जीतने को आमादा नजर आ रहे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं विशेषकर गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिमाग में कोई न कोई कैलकुलेटिव योजना ऐसी जरूर है जिस पर आम आदमी अभी अधिक गौर नहीं कर रहा l

मसलन यह विचारणीय विषय है कि भाजपा ने आप पार्टी के सभी 70 उम्मीदवारों की सूची का अध्ययन कर बहुत सोच समझकर कई चीजों को सामने रखकर उम्मीदवार तय किए हैं l अभी उनकी एक योजना और फलीभूत होनी है l यह गौर करने का विषय है कि दिल्ली में जो 50 दल एक होकर पूर्व डीजीपी पृथ्वीराज के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं उसे भाजपा की एक नियोजित मैनिपुलेशन माना जा रहा है l इन के चुनाव में आने का लाभ भी भाजपा को ही मिल सकता है l भाजपा का दिल्ली में वोट शेयर 32 33% है l वह एक और अपने वोट शेयर को थोड़ा बढ़ाने की कोशिश करेंगे वही आप पार्टी में डेंट करने के प्रयास में रहेंगे lयदि कई दलों के भानुमति के कुनबे के उम्मीदवार आप पार्टी के उम्मीदवारों की वोट काटने में सफल हो गए तो हैरान करने वाले नतीजे सामने आ सकते हैं l

पिछले चुनाव में बेशक भारतीय जनता पार्टी के 3 विधायक जीते थे परंतु आप पार्टी से आम मुकाबले भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों से ही थे और उनकी जीत का अंतर बहुत अधिक नहीं था l

जहां तक पृथ्वीराज का सवाल है वे खुद एक पार्टी के मुखिया हैं lयमुनानगर हरियाणा के निवासी हैं l उन्होंने पिछला लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी की टिकट पर अंबाला सुरक्षित सीट से लड़ा था lअब वह दिल्ली में जोर आजमाइश कर रहे हैं l आप मानकर चलें कि भाजपा वाले पेशेवर लोगों पर नजर रखते हैं और उनसे लाभ उठाना जानते हैं lइसलिए अब दिल्ली का चुनाव रोचक होने जा रहा है l

जहां तक साधनों का सवाल है, इस मामले में आप अर्थात अरविंद केजरीवाल का पक्ष भाजपा से कमजोर है lभाजपा को लेकर आम आदमी यह महसूस करके चल रहा है कि उसके नेता दिल्ली चुनाव में पैसा पानी की तरह बहाएंगे l लोग अभी से कहने लगे हैं कि अरविंद केजरीवाल जिन ऑटो चालकों को अपनी ताकत मानकर चल रहे है. हो सकता है भाजपा वाले उन्हें ही लालच देकर इस बात का ठेका देते देखे जाए कि पैसा लो और वोट डलवाओ lगरीब आदमी कई बार अपनी जरूरतों को देखते हुए लालच भी करने लग जाता है lभाजपा इस फंडे पर भी काम करती रहती है l

रही बात मीडिया की, यह कहने की जरूरत नहीं है lहमारा मीडिया कब क्या करने लग जाए यह कहा नहीं जा सकता l चुनाव शुरू बाद में होगा, इनके उल्टे सीधे सर्वे पहले आने शुरू हो जाएंगे l

वैसे लोग कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल भी कम समझदार नहीं है l वह भी अपनी पूरी समझ को दाव पर लगाएगा और भाजपा को काउंटर करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगा परंतु दिल्ली का चुनाव तीनों प्रमुख प्रमुख दलों भाजपा कांग्रेस आम आदमी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा पूर्ण चुनाव है lइसका देश की राजनीति पर सीधा असर जाएगा lइसे जीत कर भारतीय जनता पार्टी नागरिक संशोधन अधिनियम के जनमत संग्रह के रूप में भी पेश करना चाहेगी l

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply