Friday, January 10

CAA के नाम पर हों या फीस बढ़ौतरी के नाम पर सभी ने अपनी अपनी रोटियाँ सेंकीं। विपक्ष (वाम दल, काँग्रेस, सपा आदि) ने प्रदर्शन कारियों को न केवल पराश्रय दिया अपितु प्रोत्साहित भी किया और तो और उन्हे प्रोत्साहन राशि देने की बात भी कही।(शर्मनाक) टुकड़े टुकड़े गैंग फिर से प्रकट हुआ और फिर से काश्मीर की आज़ादी के नारे लगे यह सब हुआ विपक्षी दलों के वरदस्त प्राप्ति के पश्चात। JNU में जो कुछ भी हुआ वह न सिर्फ निंदनीय है अपितु माफ करने लायक भी नहीं है। दोषियों को पहचान कर उन्हे त्वरित दंड मिलना चाहिए, और यह भी ध्यान रहे की यह कार्यवाही एक तरफा न हो। जो वां पंथी छात्र हड़ताल पर बैठे हैं उन्हे भी इस बात का एहसास करवाया जाये की उनके कारण पढ़ने वाले छात्रों का नुकसान हो रहा है। वह छात्र इनकी दलगत राजनीति के शिकार क्यों हों। यहाँ एक बात तो तय है की हड़ताल, बंद के पीछे विपक्ष ही है और वह CAA, NRC के मद्दे पर अपनी राजनीती चमकाना चाहते हैं। आज जब वीसी असल में प्रभावित छात्र है उनके लिए गुहार लगाई तो उन्हे पदमुक्त होने की सलाह दे दी गयी।

नई दिल्ली: 

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर यूनिवर्सिटी के वीसी एम. जगदीश कुमार ने सवाल उठाए हैं. JNU वीसी ने सवालिया लहजे में कहा कि प्रदर्शनकारियों के पक्ष में हस्तियां क्यों खड़ी हैं. वीसी ने कहा कि उन हजारों छात्रों और शिक्षकों का क्या जिन्हें उनके अधिकार से वंचित किया गया है? 
 
गौरतलब है कि एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण मंगलवार को दिल्ली के जेएनयू कैंपस में वामपंथी छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हुईं थी. इस दौरान कन्हैया कुमार और जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष मंच पर मौजूद थीं. दीपिका वहां करीब 10 मिनट तक मौजूद रहीं लेकिन उन्होंने वहां पर छात्रों को संबोधित नहीं किया. हालांकि दीपिका की मौजूदगी में वहां आजादी के जोरदार नारे लगाए गए. लेकिन दीपिका ने प्रदर्शन या JNU से जुड़ी किसी बात पर कोई टिप्पणी नहीं की. वैसे दीपिका की फिल्म छपाक शुक्रवार को रिलीज होने वाली है.  

जेएनयू के वीसी जगदीश कुमार ने अपने एक बयान में कहा, “मैं प्रदर्शनकारियों के पक्ष में खड़ी होने वाली सभी हस्तियों से पूछना चाहता हूं कि उन हजारों शिक्षकों और छात्रों का क्या जिन्हें उनके मूलभूत कार्य मसलन रिसर्च और पठन-पाठन से वंचित किया जा रहा है? आप उनके पक्ष में क्यों खड़े नहीं होते? और हजारों छात्र नए सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. कुछ ऐसी अफवाहें आ रही हैं कि यूनिवर्सिटी बंद होने वाली है?  जेएनयू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हम सामान्य शैक्षणिक प्रकिया चाहते हैं. कुछ छात्र हिंसात्मक व्यवहार कर रहे हैं. कोई भी प्रदर्शन शांतिपूर्वक होना चाहिए.” 

उन्होंने आगे कहा, “प्रदर्शनकारी अपना चेहरा क्यों ढंक रहे हैं? हमारे चीफ प्रोक्टर सभी पहलुओं पर जांच कर रहे हैं और वह अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे. पुलिस टीम आई थी. हमने हिंसा से संबंधित सभी वीडियो, फोटोज सौंप दिए हैं.” 

वहीं दूसरी ओर राजनीति से प्रेरित चिदम्बरम वीसी जगदीश कुमार को पद से मुक्त होने की सलाह दे रहे हैं।