25 हजार के बदले फाइनांसर ने कर्जदार की जवान बेटियों को धोखे से रखा गिरवी
फाइनांसर की मार, धोखे से जवान बेटियां गिरवी रखने के लिए बाप को किया लाचार
25 हजार के बदले फाइनांसर ने कर्जदार की जवान बेटियों को धोखे से रखा गिरवी
कोरल, चंडीगढ़, 2 जनवरी, 2019:
मामला है लुधियाना के अंबेदकर नगर में रहने वाले प्रवासी मजदूर राम प्रताप तथा रामशाम के परिवार का। जो आज अपनी आपबीती सुनाने के लिए लुधियाना के गण्यमान्य व्यक्तियों पूर्व विधायक तरसेम जोधा तथा पंचायत यूनियन मोहाली के अध्यक्ष बलविंदर ङ्क्षसह कुंभड़ा सहित चंडीगढ़ में पत्रकारों के सामने पेश हुए। इन गण्यमान्यों में रोहित कुमार नामक वह व्यक्ति भी हाजर था, जिसके नाम अधीन उक्त फाइनांसर ने उक्त प्रवासी परिवार के खिलाफ पुलिस के पास मामला दर्ज करवाया था। दिल दहलाने तथा शर्मनाक उदाहरण लुधियाना में देखने को मिली है। जहां एक फाइनांसर ने महज 25 हजार रुपए के कर्ज के बदले एक प्रवासी मजदूर की दो जवान बेटियां ही गिरवी रखवा ली। उस मजबूर बाप से धोखे से लिखवाए हलफिया बयान में फाइनांसर ने यहां तक लिखवा रखा है कि बाप की मौत हो जाने या पैसे पूरे न होने की सूरत में यह लड़कियां उसके पास ही रहेंगी। इतना ही नहीं उक्त फाइनांसर ने उक्त प्रवासी परिवार पर दबाव बनाने के लिए किसी गैर व्यक्ति के फर्जी नाम अधीन पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवा दी। मामला उस समय सामने आया जब फर्जी शिकायतकर्ता ने खुद पेश होकर पुलिस को स्पष्ट किया कि यह शिकयात उसने नहीं दी।
बातचीत दौरान यह बात सामने आई कि दरअसल 50 वर्षीय फाइनांसर जसविंदर सिंह वड़ैच उर्फ जस्सी की बुरी नजर उक्त प्रवासी परिवार की 21 वर्षीय लडक़ी पर थी, जिसको बहलाने के लिए उस फाइनांसर ने पहले भी एक ब्यूटी पार्लर की संचालक महिला द्वारा उनके घर राशन आदि भेजकर लडक़ी को बहलाने की नाकाम कोशिश की थी। उक्त लडक़ी की मां ने बताया कि उक्त फाइनांसर पहले भी अपने रुतबे तथा पहुंच का नाजायज फायदा उठाते हुए उनके परिवार को परेशान करता रहा है। उन्होंने बताया कि उक्त फाइनांसर अपने कर्मचारी मोनू के अलावा एक पुलिस अधिकारी महिला मैडम अमृता बराड़ के द्वारा भी उन पर दबाव बनाने की कोशिश करता रहा है। उन्होंने कहा कि मैडम बराड़ के कथित दबाव के कारण पुलिस उनको परेशान करती रहती है।
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