अफ़ग़ानिस्तान ने दिया ट्रंप को जवाब

अफगानिस्तान के एनएसए मोहिब ने अजित डोभाल से मुलाकात के दौरान अफगानिस्तान को मिल रही भारत की मदद की सराहना की. उन्होंने अफगानिस्तान में आर्थिक विकास और पुनर्निर्माण में भी भारत के योगदान को सराहा.

नई दिल्ली : अफगानिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उन्हीं के अंदाज में आइना दिखाया है. अफगानिस्तान ने कहा है कि उनके देश में शांति स्थापित करने में भारत का सबसे बड़ा योगदान है. दरअसल एक दिन पहले ही ट्रंप ने कथित रूप से कम मदद के लिए भारत पर चुटकी ली थी. इस पर अब अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्लाह मोहिब ने जवाब दिया है. शुक्रवार को दिल्ली में एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की. उनकी ये मुलाकात हैदराबाद हाउस में हुई.  

मोहिब ने अजित डोभाल से मुलाकात के दौरान अफगानिस्तान को मिल रही भारत की मदद की सराहना की. उन्होंने अफगानिस्तान में आर्थिक विकास और पुनर्निर्माण में भी भारत के योगदान को सराहा. मोहिब ने कहा, भारत के साथ बैठक अच्छी रही. अजित डोभाल के साथ बैठक में हमने क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर बात की. इसके साथ ही अफगानिस्तान में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाने और अफगानिस्तान में सुरक्षा के मुद्दे पर भी बात की गई.

एनएसए अजित डोभाल ने कहा, भारत अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा में अपना सहयोग देता रहेगा. भारत कई बड़ी निर्माण परियोजनाओं को लागू कर रहा है, साथ ही अफगानिस्तान में लोगों की जरूरतों के मुताबिक सामुदायिक विकास कार्यक्रमों को लागू कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह का सहयोग देश को आर्थिक रूप से समृद्ध और स्थिर करने के लिए जारी रहेगा.

क्या कहा था ट्रंप ने…
अफगानिस्तान में एक ‘पुस्तकालय’’ का वित्त पोषण करने के लिए ट्रंप ने मोदी पर तंज कसा था और कहा था कि युद्ध से प्रभावित देश में इसका कोई मतलब नहीं है. साथ ही उन्होंने उस देश की सुरक्षा के लिए पर्याप्त काम नहीं करने को लेकर भारत एवं अन्य देशों की आलोचना की थी.
नये साल में बुधवार को कैबिनेट की पहली बैठक में ट्रंप ने भारत, रूस, पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों से कहा था कि अफगानिस्तान की सुरक्षा की जिम्मेदारी लें.

ट्रंप ने कहा,‘‘मैं आपको मेरे, भारत और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अच्छे तालमेल का एक उदाहरण दे सकता हूं, लेकिन वह लगातार मुझे बता रहे हैं कि उन्होंने अफगानिस्तान में पुस्तकालय बनवाया. पुस्कालय.’

बुआ-बबुआ का गठबंधन कांग्रेस की परंपरागत 2 सीटों पर नहीं लड़ेंगे चुनाव

सूत्रों के अनुसार सपा और बसपा के बीच गठबंधन का फॉर्मूला पिछले साल नवंबर में तैयार हो गया था.

नई दिल्‍ली : लोकसभा चुनाव 2019 के लिए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच शनिवार को सामने आया सीट बंटवारे का फॉर्मूला पहले ही तैयार कर लिया गया था. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि पहले भी नहीं की गई थी, और अब भी दोनों पार्टियां इसकी घोषणा करने से अभी बच रही हैं. सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को दिल्‍ली में हुई मायावती और अखिलेश यादव के बीच बैठक में उत्‍तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों को लेकर नया फॉर्मूला तैयार कर लिया गया है. सूत्रों के अनुसार सपा और बसपा यूपी की 37-37 सीटों पर अपने प्रत्‍याशी उतारेगी. अन्‍य सीटों को कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और अन्य छोटी पार्टियों के लिए छोड़ा जाएगा.

साथ ही दोनों के बीच इस बात पर भी सहमति बनी है कि कांग्रेस को इस गठबंधन से दूर रखा जाएगा. लेकिन दोनों दलों ने इस पर भी सहमति जताई है कि कांग्रेस को दो लोकसभा सीटों पर राहत दी जाएगी. यानी कि कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली दो सीटों अमेठी और रायबरेली में सपा-बसपा अपने-अपने प्रत्‍याशी नहीं उतारेगी. वहीं सपा-बसपा ने राष्‍ट्रीय लोक दल (आरएलडी) को करीब 2 सीटें देने का फैसला लिया है.

बता दें कि इससे पहले पिछले साल नवंबर में पांच राज्‍यों विधानसभा चुनाव के समय भी ऐसी ही खबरें सूत्रों के अनुसार आई थीं. इन चुनावों के नतीजे आने से पहले ही लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर उत्तर प्रदेश में गठबंधन की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी थी. तब भी कहा जा रहा था कि सपा और बसपा के बीच सबकुछ फाइनल हो चुका है. सीटों को लेकर बात फाइनल हो चुकी थी. रिपोर्ट की मानें तो सपा-बसपा ने उस समय ही अपने गठबंधन फॉर्मूले से कांग्रेस को अलग कर दिया था.

इस गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) को भी शामिल किया गया था. हालांकि ऐसी भी चर्चा थी कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर बीजेपी का दामन छोड़कर इस गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. मौजूदा समय में राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, लेकिन वे लगातार अपनी ही सरकार को निशाने पर लेते रहे हैं.  नवंबर में सामने आई रिपोर्ट में यह बात साफ हो चुकी थी कि गठबंधन में बसपा को तवज्जो दी जा रही है. यह भी उम्मीद जताई गई थी कि बसपा को 35 से 40 सीटें मिल सकती हैं. साथ ही RLD को भी 3 से 4 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी. अगर, राजभर भी गठबंधन का हिस्सा बनते हैं तो उनके खाते में 2-3 सीटें आ सकती हैं. अन्‍य सभी सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में आएंगी.

सूत्रों के हवाले से पिछले साल नवंबर में ही यह साफ हो गया था कि भले ही कांग्रेस इस गठबंधन में शामिल नहीं है, लेकिन अमेठी और रायबरेली से गठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा करेगा. ये दोनों सीटें राहुल गांधी और सोनिया गांधी की परंपरागत सीटें हैं.

मध्य प्रदेश में कांग्रेस और सपा में गठबंधन नहीं होने को लेकर पिछले दिनों अखिलेश यादव ने खुलकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नहीं चाहती थी कि इस गठबंधन में बसपा शामिल हो, इसलिए गठबंधन कोई रूप नहीं ले पाया. सपा किसी भी सूरत में मायावती को नाराज नहीं करना चाहती है. इसलिए, सपा और कांग्रेस का भी गठबंधन नहीं हो पाया. 

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेतृत्व को लेकर यह भी कहा था कि यूपी में हमारा गठबंधन बीजेपी के खिलाफ है. बीजेपी को अगर सत्ता से हटाना है तो हमें एकजुट होने की जरूरत है. इसी दौरान उन्होंने कहा था कि, कांग्रेस गैर बीजेपी दलों को एकजुट करने में नाकामयाब रही है क्योंकि वह बहुत ज्यादा एरोगेंट है. अखिलेश यादव ने परोक्ष रूप से कहा था कि हम तो गठबंधन के लिए तैयार थे, लेकिन कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए तैयार नहीं थी.

कांग्रेस के राज्यों में पेट्रोल की कीमतें बढ़ीं


इंटरनेशनल मार्केट में चल रही गिरावट के बीच डब्ल्यूटीआई क्रूड गिरकर 47.96 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार हो रही कटौती के बावजूद राज्य की कांग्रेस सरकार का यह फैसला चौंकाने वाला है

दिल्ली/ बेंगलुरू : दिल्ली समेत देश के अलग-अलग शहरों में भले ही पेट्रोल और डीजल के रेट में लगातार कटौती हो रही हो. लेकिन देश के एक राज्य में पेट्रोल और डीजल 2 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो गया. दरअसल कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) के गठबंधन वाली कर्नाटक सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर सेल्स टैक्स बढ़ाकर क्रमश: 32 और 21 प्रतिशत कर दिया है. कर्नाटक सरकार ने मोटर फ्यूल प्रोडक्ट्स पर करीब 2 रुपये प्रति लीटर का सेल्स टैक्स बढ़ा दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में इसका कारण बताते हुए कहा गया है कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार गिरती कीमतों से राज्य के राजस्व पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है.

पेट्रोल पर सेल्स टैक्स बढ़कर 32 प्रतिशत
राज्य में पेट्रोल और डीजल पर कर की दर क्रमश: 28.75 और 17.73 प्रतिशत थी, जिसे बढ़ाकर आदेश के बाद 32 और 21 प्रतिशत कर दिया गया है. इस बढ़ोतरी के बाद राज्य में पेट्रोल की कीमत 70.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल की 64.66 रुपये प्रति लीटर हो गई है. हालांकि, इस बढ़ोत्तरी के बावजूद कर्नाटक में ईंधन की खुदरा कीमत पड़ोसी राज्यों से कम ही हैं. 1 जनवरी 2019 को इन ईंधनों के आधार मूल्य को देखते हुए दाम पड़ोसी राज्यों से कम रहे हैं.

कांग्रेस सरकार का चौंकाने वाला फैसला
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार हो रही कटौती के बावजूद राज्य की कांग्रेस सरकार का यह फैसला चौंकाने वाला है. पिछले काफी दिनों से पार्टी की तरफ से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी करने की मांग की जा रही है. जबकि उसके शासन वाले राज्य में कीमतों का बढ़ना काफी चौंकाने वाला है. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कीमतों में इजाफे पर कहा कि तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और केरल को भी देखना चाहिए. इन राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमत अब भी कर्नाटक से ज्यादा है.

एक साल में सबसे कम रेट
आपको बता दें 18 अक्टूबर के बाद से एक दिन को छोड़ दें तो पेट्रोल और डीजल में लगातार गिरावट जारी है. पिछले एक साल से भी ज्यादा के पेट्रोल के रेट पर गौर करें तो मौजूदा समय में पेट्रोल जनवरी 2018 से भी नीचे के स्तर पर आ गया है. वहीं डीजल के मौजूदा रेट पिछले साल मार्च में देखे गए थे. शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल 68.29 रुपये लीटर और डीजल 62.26 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. इंटरनेशनल मार्केट में चल रही गिरावट के बीच डब्ल्यूटीआई क्रूड गिरकर 47.96 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है.

आरएसएस के दफ्तर ओर एमएलए के घर हमला

राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 1,700 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

कन्नूर (केरल) : सबरीमाला मंदिर में 50 वर्ष से कम उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश को लेकर हिंसा अब भी जारी है जिसमें कुछ अज्ञात लोगों ने भाजपा सांसद के पैतृक मकान पर शनिवार को एक देशी बम फेंका और यहां स्थित आरएसएस कार्यालय को आग लगा दी. इस पर बीजेपी ने केरल सरकार और मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्‍य सरकार वोटबैंक की राजनीति करती है. बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्‍हा राव ने कन्‍नूर में हुई हिंसा को पिनाराई सरकार की साजिश बताया. उन्‍होंने कहा कि केरल सरकार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया है. केरल सरकार सबरीमाला के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति करती है.

पुलिस ने बताया कि हिंसा की इन घटनाओं से कुछ ही घंटे पहले अज्ञात लोगों ने माकपा विधायक एएन शमशीर और पार्टी के कन्नूर जिला के पूर्व सचिव पी शशि के घरों पर देशी बम फेंके थे.

उन्होंने बताया कि भाजपा से राज्यसभा सदस्य वी मुरलीधरण के पैतृक मकान पर शनिवार तड़के यह हमला हुआ हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. मुरलीधरण ने बताया कि तलासरी के पास वदियिल पीड़िकिया स्थित उनके पैतृक मकान पर हमला हुआ हालांकि कोई घायल नहीं हुआ.

आंध्रप्रदेश में मौजूद सांसद ने बताया, “हमले के वक्त मेरी बहन, जीजा और उनकी बेटी घर में मौजूद थे.” पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक अन्य घटना में अज्ञात लोगों ने शनिवार सुबह परियारम इलाके में स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यालय को आग लगा दी. पिछले साल सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने वाले उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद से पहली बार बुधवार को मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश को लेकर केरल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी हैं.

मुरलीधरण ने माओवादियों से संपर्क रखने वाली दो महिलाओं को पुलिस सुरक्षा में सबरीमला मंदिर पहुंचाए जाने के ‘षड्यंत्र’ की एनआईए से जांच कराने की मांग की है.

राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 1,700 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मीडिया से बातचीत करते हुए शनिवार सुबह शशि ने कहा कि उनके मकान पर फेंके गए “शक्तिशाली” बम से इमारत को नुकसान पहुंचा है.

आज का पांचांग

पंचांग 06 जनवरी 2019

विक्रमी संवत्ः 2075, 

शक संवत्ः 1940, 

मासः पौष़, 

पक्षःशुक्ल पक्ष, 

तिथिः प्रतिपदा (तिथि की वृद्धि है जो कि सोमवार को प्रातः 09.19 तक है), 

वारः रविवार, 

नक्षत्रः पूर्वाषाढ़ा सायं 05.43 तक, 

योगः व्यातिपात रात्रि 02.49 तक, 

करणःकिस्तुघ्न, 

सूर्य राशिः धनु, 

चंद्र राशिः धनु, 

राहु कालः सायं 4.30 से सायं 6.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.19, 

सूर्यास्तः 05.34 बजे।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।

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आज का राशिफल

06 जनवरी 2019: आज आप किसी भूमि को खरीदने के लिए लोगों के साथ इधर-उधर चर्चाए करते हुए दिखेंगे। जिसमें कुछ हद तक आपको सफलता भी प्राप्त होगी। स्वास्थ्य में सिर दर्द व दांत के दर्द आपको परेशान कर सकते है। जिसके लिए आपको दवा खानी पड़ सकती है। प्रेम संबंधों में आज नाराजगी होगी। अप्रिय न कहे। 

06 जनवरी 2019: आज आप तन से स्वास्थ्य व मन में काम करने के हौसलों से युक्त होगे। आज आपका व्यवसाय अधिक समृद्धि होने के संकेत देगा। यह आप पर ही है, आप इस दिन को किस प्रकार से लेते हैं। वैवाहिक जीवन में खुशियों के पल होगे। पत्नी व बच्चों के साथ आज कुछ नई खरीद को अंजाम देगे।

06 जनवरी 2019: आज का दिन आपको आर्थिक रूप से उतना सहयोग देने वाला नहीं होगा। बल्कि आगामी योजनाओं व विक्रय लक्ष्य को भेदने के लिए ठीक होगा। जिससे आपको किसी स्थानीय बाज़ार तक जाना पड़ सकता है। स्वास्थ्य के लिहाज से आज का दिन कुछ प्रतिकूल होगा। जिससे आपको किसी अस्पताल तक जाना होगा।

06 जनवरी 2019: आज आप अपने ज्ञान को निखारने के लिए किसी किताब की खरीद को उत्सुक होगे। जिससे आगामी समय में अच्छे प्रर्दशनों का रिकार्ड बनाया जा सके। आप देखेंगे कि आज का दिन अधिक शुभ व सकारात्मक है। अर्थ लाभ भी कुछ मात्रा में होगा। प्रेम संबंधों में सकारात्मक स्थिति आपको प्राप्त होगी। किसी अधीन कर्मी से तनाव होगे।

06 जनवरी 2019: आप आज अपने कार्यों में सुधारों की राह को अपनाएंगे। जिससे अधिक अच्छे तरीके से कार्यों को अंजाम दिया जा सके। आज इन्हे लागू करने के लिए पूरी तरह से सक्रिय होगे। घर परिवार में खुशी का माहौल होगा। राजनीति व समाजिक जीवन में कामयाबी होगी। संतान पक्ष को लेकर आपको चिंता होगी। 

06 जनवरी 2019: आज आप अध्ययन व प्रतियोगिता के कार्यों को पहले से अधिक तेज कर देंगे। इन प्रयासों को सफलता में तब्दील करने की पूरी कोशिश होगी। आप देखेंगे कि भौतिक सुख के साधनों को और बढ़िया करने के अवसर आ चुके है। वहीं परिवार के साथ भी तालमेल की स्थिति अच्छी हो रही है। किन्तु वाहन के मामलों में परेशानी होगी।

06 जनवरी 2019: आज आप धन निवेश की दिशा में और तीव्रता से बढ़ना चाहेंगे। जिसमें कुछ सफलता की स्थिति होगी। आप देखेंगे कि नौकरी के मामलों में आज अधिक भाग-दौड़ करनी पड़ रही है। जिससे स्वास्थ्य कुछ थका हुआ पीड़ा दायक होगा। आपको उपचार हेतु अस्पताल तक जाना पड़ सकता है। प्रेम मामलों में गिरावट होगी।

06 जनवरी 2019: आज आप अपने घर को और अधिक संवारने के लिए कुछ जरूरी निर्णय लेना चाहेंगे। आप देखेंगे कि आज जहाँ व्यवसाय को आगे ले जाने में सफलता मिल रही है। वही पारिवारिक जीवन भी सामान्य रूप से चल रहा है। किन्तु भूमि व अदालत के मामलों मे न चाहते हुए भी धन व समय बर्बाद हो रहा है।

06 जनवरी 2019: आप आज के दिन को एक अवसर के रूप में परिवर्तित करने की पूरी कोशिश में होगे। आपके यह प्रयास आगामी समय में सफलता के रूप में आपके सामने होगे। आप देखेंगे कि यह काम कुछ चुनौती भरा है। जिसके लिए धन व साधन दोनों ही लगाने होगे। सेहत के लिहाज से आज का दिन प्रतिकूल होगा।

06 जनवरी 2019: आज आप अपने बेटे व बेटी को पढ़ाने तथा उन्हें रोजगार से लगाने के लिए तत्पर होगे। आप उन्हें कुछ अपने अनुभव बताना चाहेंगे। जिसे वह सुन तो लेंगे, लेकिन अमल में लाने में आना-कानी होगी। आज आपके लाभ मे कुछ वृद्धि होने के आसार है। निजी संबंधो में मधुरता होगी। यात्रा में विवादों से बचें। 

06 जनवरी 2019: आज आप अपने काम-काजी जीवन को और सुखद व सुन्दर बनाने के अवसर प्राप्त कर लेगे। किन्तु यह आप पर ही है। कि आप उन्हें किस प्रकार से लेते हैं। भौतिक सुखों की कमी को आज आप पूरा करने के लिए अधिक तत्पर होगे। स्वास्थ्य सामन्य होगा। प्रेम संबंधों में उपहारों को लेने-देने का क्रम होगा।

06 जनवरी 2019: आज रोजी-रोटी के मामलों में नई उम्मीदें होगी। आज आपके पराक्रम में वृद्धि की स्थिति और मज़बूत होगी। आप माता-पिता को धर्म लाभ की यात्राओं के लिए सहयोग देने को कहेंगे। यदि नौकरी करते हैं, तो आज अधिक परिश्रम करना होगा। स्वास्थ्य कुछ खास नहीं होगा। जिससे आपको परेशानी होगी। 

कांग्रेस अब मुसलमानों का नहीं बल्कि सेकंड लरजेस्ट मेजोरिटी का तुष्टीकरण करेगी

कांग्रेस का 2019 का घोषणापत्र तैयार हो रहा है. इस बार कांग्रेस जनता से रूबरू है. कांग्रेस के नेता शहर और कस्बों में जाकर लोगों से राय मशविरा कर रहे हैं. इस संवाद की महत्वपूर्ण बातें कांग्रेस के मेनिफेस्टो में नजर आ सकती हैं. कांग्रेस में ये प्रक्रिया पहली बार अपनाई गई है.

इस सिलसिले में अल्पसंख्यक वर्ग से बातचीत का दायरा बढ़ाया गया है, जिसमें राहुल गांधी के करीबी सचिन राव और सलमान खुर्शीद इस वर्ग से बातचीत कर रहे हैं, जिसमें कई प्रमुख बातें निकलकर आ रही हैं. मुस्लिम वर्ग की तरफ से कांग्रेस को कई सुझाव दिए जा रहे हैं. इस वार्ता में मुस्लिम बुद्धिजीवी वर्ग को बुलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के सूत्रधार सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट फुज़ैल अहमद अय्यूबी का कहना है कि डॉयलाग और डिस्कशन से ही रिजल्ट निकल सकता है. पहली बार कांग्रेस ड्राइंग रूम से निकलकर लोगों की राय जानने की कोशिश कर रही है.

ये अच्छी पहल है, जिसके नतीजे सकारात्मक हो सकते हैं. वहीं पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कांग्रेस को समर्थन करने की अपील की है.

ना ले मुसलमान का नाम

दिल्ली में हुई इस बैठक में कई लोगों ने सुझाव दिया कि इन चुनाव में मुसलमान का नाम ही ना लिया जाए तो बेहतर है बल्कि सेकेंड लार्जेस्ट मेजॉरिटी कहा जाए तो ज्यादा अच्छा है. ऐसे लोगों का डर है कि जैसे कांग्रेस मुसलमान का नाम लेती है, वैसे बीजेपी ध्रुवीकरण का खेल शुरू कर लेती है. कई लोगों की राय थी कि कांग्रेस सिर्फ देश के संविधान की बात करे, जिसमें सभी लोगों को समान अधिकार दिया गया है. संविधान में जो अल्पसंख्यक को अधिकार दिया गया है वही काफी है. ऐसे लोगों की तादाद ज्यादा थी, जो मुसलमान के हक की बात कर रहे है.

कांग्रेस उचित दूरी ना बनाए

इस बैठक में शामिल कई लोग ये कह रहे हैं कि कांग्रेस डर गई है. बीजेपी के हिंदुत्व के जवाब में सॉफ्ट हिंदुत्व की लाइन पर चल रही है. कांग्रेस को बीजेपी के हिंदुत्व का जवाब अपनी पार्टी की विचारधारा के आधार पर देना चाहिए, ना कि सॉफ्ट हिंदुत्व की लाइन पर चलना चाहिए.

पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि कांग्रेस मुसलमान से उचित दूरी ना बनाए क्योंकि फिर मुसलमान क्या करेगा? कांग्रेस को इस माहौल में डटकर खड़ा होना चाहिए कि कांग्रेस सिर्फ सुरक्षा का वायदा करे क्योंकि मुल्क के हालात बदल गए हैं. मुसलमान को अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए रोजाना कहा जा रहा है इसलिए कांग्रेस को बीजेपी के विरोध की राजनीति करनी चाहिए ऐसा नहीं दिखना चाहिए कि कांग्रेस बीजेपी की बी टीम बनती जा रही है.

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदर कमाल फारूकी ने सवाल किया कि यहां सभी तबके के लोगों को क्यों नहीं बुलाया गया है? जिससे ये पता चल सके कि मुस्लिम क्या सोचता है उसकी राय क्या है? जिससे इस डायलॉग का बेहतर नतीजा निकल सकता है. हालांकि इसकी सफाई में कहा गया कि पंजाब और कश्मीर में भी इस तरह का कार्यक्रम किया जा रहा है.

मॉब लिंचिंग पर सख्त कानून

मॉब लिंचिंग की वजह से लोग दहशत में है. इसलिए ऐसा कानून बनना चाहिए कि इस तरह के लोगों पर काबू किया जा सकता है. लिंचिंग पर कानून इस तरह बनना चाहिए कि हर समुदाय पर लागू हो सकता है. भीड़ तंत्र का इंसाफ भयावह होता जा रहा है. इसलिए ये सुझाव दिया गया कि लिंचिंग की वारदात के बाद फौरन एनएसए और मकोका को फौरन लगाया जाए, ये अमल जिला प्रशासन पर ना छोड़ा जाए. जो राजनीतिक दबाव में आ सकता है. ज़ाहिर है कि जैसे ही इस तरह की घटना हो वैसे ही सभी मुल्जिमों को इस कानून के दायरे में कार्रवाई होनी चाहिए.

सच्चर कमेटी पर विरोधाभासी राय

मुसलमानों की हालात पर बनी सच्चर कमेटी पर लोगों की राय अलग थी. कुछ लोगों का कहना था कि सच्चर कमेटी का नाम लेते ही बीजेपी का राग शुरू हो जाता है. ऐसे में सच्चर का नाम न ही लेना बेहतर है बल्कि सच्चर कमेटी की सिफारिश में से कई बात निकालकर मेनिफेस्टो में डाला जा सकता है. जैसे आवासीय विद्यालय, कई लोगों का कहना था कि नवोदय की तर्ज पर बने आवासीय विद्यालय से पढ़े बच्चे कौम की जाहलियत को दूर करने में मदद कर सकते हैं. हालांकि रिजर्वेशन की बात भी उठाई गई है लेकिन इसका स्वरूप स्पष्ट नहीं है.

राजनीतिक हिस्सेदारी की कमी

कांग्रेस पार्टी से सीधे सवाल पूछा गया कि आखिर राजनीति में हिस्सेदारी क्यों कम है? कांग्रेस ज्यादा लोगों को टिकट क्यों नहीं दे रही है. ये सवाल भी उठाया गया कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सिर्फ तीन टिकट दिए, जिसमें दो जीतकर आए, वहीं राजस्थान में सात लोग जीते. टिकट देने में बीजेपी से थोड़ा बेहतर ही कांग्रेस है. कांग्रेस ज्यादा मुस्लिम को टिकट देगी तो ज्यादा लोग संसद में जा सकते है.

क्या करेगी कांग्रेस?

कांग्रेस अभी सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है. बीजेपी के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद से मुकाबला है. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सॉफ्ट हिंदुत्व पर अपनी लाइन खींच रहे हैं लेकिन बीजेपी से मुकाबला करना मुश्किल है. प्रधानमंत्री के हालिया बयान में राम मंदिर/अयोध्या विवाद पर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है. कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इस मसले पर देरी कांग्रेस की वजह से हो रही है, जिससे कांग्रेस को जवाब देना मुश्किल है. कांग्रेस के लिए इस माहौल में इस तरह के इमोटिव मुद्दों पर बीच का स्टैंड ही सूट करता है. यही कांग्रेस की मुश्किल है. इस तरह के मसले पर कांग्रेस न इधर दिखाई दे सकती है ना ही उधर दिखाई दे सकती है. बीजेपी कांग्रेस की इस मुश्किल का फायदा उठाती है.

2019 की लड़ाई

आम चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है. सभी दल अपने हिसाब से भूमिका बांध रहे हैं. राजनीतिक खेमेबंदी भी शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री के इंटरव्यू से साफ हो गया है कि बीजेपी अपने कोर वोट के साथ को साधना चाहती है. इसके साथ बीजेपी के विरोध में मुखर हो रहे तबकों को भी साथ लेकर चलने की तैयारी कर रही है. बीजेपी इस वर्ग की तरफ हाथ बढ़ा रही है, जिससे कांग्रेस फिक्रमंद हो रही है. कांग्रेस की विडंबना है कि रीजनल पार्टियों ने अल्पसंख्यक वोट में सेंध लगा रखी है. ये सेंध भी 1992 के बाद लगी है. ये वोट कांग्रेस के पास वापिस नहीं आ पा रहा है. ये मेनिफेस्टो मीट इस आबादी को विश्वास में लेने की कवायद है, जिसकी कामयाबी पर कांग्रेस का भविष्य टिका है.

In Kerala, Congress is the protector of a Hindu tradition, elsewhere in India, the party is the champion of women’s rights. This affliction has a name: ‘intellectual bankruptcy’.

What Congress wants to do is this: It wants to defeat BJP as well as CPM in Kerala by taking the stand that menstruating women must not enter Sabarimala temple. It wants to defeat BJP in the rest of India with the position that all women can enter Swami Ayyappa’s shrine that bars entry to the women between age of 10 and 50 years.

You can’t dance at two weddings.

That’s what a popular German saying means in English. But that’s what Congress matriarch Sonia Gandhi wants to do — or wants her party to do — on the Sabarimala fracas.

Sonia Gandhi is no longer the Congress president but only the chairperson of UPA. But this apparently didn’t stop her from issuing a diktat to Congress MPs telling them not to wear black arm bands to protest against entry of women into Sabarimala temple on Wednesday. Doesn’t Congress stand for gender equality, she chided them. The genuflecting loyalty and unquestioning obedience that are part of the Congress culture ensured that the attempt to support the Sabarimala protestors in Parliament was quickly abandoned.

But at the same time, Sonia had no problem letting the party continue its protests in Kerala against the temple entry of women to suit the state’s “local politics”. So Congress dances to the tune of Hindus who are angry with the violation of a tradition in Kerala, and also to the tune of those singing the song of gender justice in the rest of India.

Sonia Gandhi

Ideology? Take this new definition: For Congress, ideology is region-specific and vote-sensitive and, like cuisine and ingredients, it can change from place to place, perhaps even from time to time. But never mind if Congress ends up not having an opinion on gender justice. The only opinion Congress has is that it must defeat BJP in the upcoming Lok Sabha election, even if the party has no clue as to how it must go about achieving it.

What Congress wants to do is this: It wants to defeat BJP as well as CPM in Kerala by taking the stand that menstruating women must not enter Sabarimala temple. It wants to defeat BJP in the rest of India with the position that all women can enter Swami Ayyappa’s shrine that bars entry to the women between age of 10 and 50 years. In Kerala, Congress is the protector of a Hindu tradition. Elsewhere in India, the party is the champion of women’s rights.

Ideological perversion

What kind of women’s rights Congress is fighting for is another thing. In all of India minus Kerala, Congress supports those who suffer from an ideological perversion, which equates a Hindu tradition confined to one single temple among a million across the country with gender discrimination, which means fighting for a right that women devotees do not want, and which only ends up ensuring that Leftist and supposedly atheist women get the chance to visit a god they do not believe in.

Besides this ideological distortion, the Janus-faced and double-tongued strategy of Congress suffers from two fundamental flaws. The first one is that in the age of internet and rambunctious television which live-telecasts even the sneezing of a politician in Pathanamthitta to helpless audiences in Guwahati, what Congress does elsewhere is not a secret in Kerala. Hindu voters in Kerala whom Congress is trying to woo can’t be unaware of the party’s contradictory stand on the issue outside the state.

This strategy, if it’s one, has a second shortcoming, which is that the party may politically end up achieving in Kerala the opposite of what it’s trying to do. Fighting for the same Hindu votes that BJP is eyeing, Congress can only lose the race to the benefit of CPM, its primary enemy in Kerala.

This trend was confirmed during November’s local body by-elections in Kerala.

In other words, if BJP and Congress scramble for Kerala’s Hindu votes, this is what could happen in the ensuing division of votes: BJP will gain, but not substantially enough to get seats for itself. Congress will lose, significantly enough to help CPM.

The “tough” stand that the CPM-led Left Democratic Front (LDF) government has taken on Sabarimala may have more to do with a diabolical electoral strategy aimed at indirectly marginalising Congress than any great zeal to fight for women. For CPM, self-preservation comes gift-wrapped in ideology.

Sonia’s directive to partymen on Sabarimala is in tune with Rahul’s own view, expressed earlier, that all women should be able to enter the Kerala shrine. Rahul, however, had said it was his “personal view”, while Sonia’s order amounted to an official action.

But what Sonia did runs contrary to Rahul’s attempts to style himself as a born-again Hindu. In one stroke, she undermined what Rahul had been trying to do by hopping from temple to temple during Assembly elections in various states beginning with Gujarat in December 2017, by undertaking a “religious and spiritual” trek to Kailash Mansarovar last year and by resorting to other ‘soft-Hindutva’ tactics.

After appeasing minorities for long for electoral profit but actually doing nothing for their welfare, Congress is now molly-coddling Hindus, with the preposterous belief that two wrongs will make a right. But after the random victories it scored in last month’s state Assembly elections, the party is evidently too euphoric to even think of possible consequences of its ham-handed electoral strategies that reek of fake secularism and copy-cat Hindutva.

The head-nodding and tail-wagging in Congress that follow every word uttered by Sonia and Rahul is not surprising. But what is surprising is the knee-jerk manner in which Left-leaning and dynasty-loving intellectuals turn their hostility to Narendra Modi, however justified it may be on some counts, into an unquestioning acceptance of whatever Congress does or says. This affliction has a name: intellectual bankruptcy.

Kharar woman arrested in cheating case.

05.01.2019
Chandigarh police achieved a major success by arresting one lady namely Jaspreet Kaur w/o Harjeet Singh R/o H. No. 503, Omega City, Kharar (PB), who use to cheat the gold smiths. Her modus operand is that she moved along with one another lady by wearing good cloths in order to make impression that she belong to well established family. She usually went to ornaments shop and selects the ornaments. Thereafter she use to say that she forgets the money and can made the payment by cheque. If the shopkeeper refused, she further asked the shopkeeper to send the ornaments to her house and she can make the payment over there. When the shopkeeper went to her house and hand over the jewellery, then she again give an excuse that she is not having money and the shopkeeper have no option at that time and take the cheque against the ornaments. Thereafter when the shopkeeper present the cheque in the bank, the same got dishonored. When the complainant asked for the payment, they both threatened him to implicate in false case of Rape & Molestation.  Case FIR No. 03 dated 04.01.19 U/s 420,406,506,120 B IPC was registered at Police Station Sector-17 on the complaint of Akhil Jain c/o Nikka Mal Babu Ram Jeweller Sector-22 D Chandigarh that two ladies namely Jaspreet Kaur & Balbir Kaur cheated him and also threatened his associates. Both purchased gold worth Rs. 3,21,000/- and give cheque and the cheques were bounced later on. When the complainant asked for the payment, they both threatened him to implicate in false case of Rape & Molestation.  Yesterday i.e. on 04.01.19, source information was received by Inspector Jaspal Singh Bhullar regarding the lady that the lady who use to cheat the gold smiths is roaming in Sector-22 Jewellery market and she came here with the motive to sell the Jewellery which she cheated from different Jeweller. A special team was constituted immediately and the team nabbed that lady namely Jaspreet Kaur w/o Harjeet Singh R/o H. No. 503, Omega City, Kharar (PB) from Sector-22 D Chandigarh. The gold ornaments comprising of 02 gold chains, 03 pair toppes, 1 locket, 1 Magalsutra, 3 Gent rings & 1 neckless were recovered from her possession and were sealed at the time of recovery. During investigation, it came light that she has committed the similar crime with Verma Jeweller Sector-56 Chandigarh and took the jewellery amount Rs. 1,91,000/- and from Shree Ram Jewller Sector-56 Chandigarh amount Rs. 2,21,000/-. She has also committed such crime at many places in Punjab and Himachal.  Yesterday she was produced before the Duty Magistrate and after taking permission of arrest. She was arrested in the present case. Today she was produced in the court of CJM, and procured 02 days police remand. The investigation of the case is in progress.

Know your case by Chandigarh Police

PRESS RELEASE

05.01.2019

 “Know Your Case Scheme & Public Grievances Redressal Camp” of Chandigarh police are organized in unified way i.e. on every 1st Saturday of every month. The objective of these schemes is to provide easily accessible and speedy machinery for redressal of grievances. Implementation of these directives on a sustained basis would go a long way in creating confidence in public.

 “Know your case” scheme was launched by Chandigarh Police in 2013 under the title to bring greater transparency and accountability in police functioning. Under this scheme, citizen visits the concerned Police Stations/units and also in Traffic Lines Sector-29, Chandigarh to check the status of their cases, complaints and also traffic challans. Under this scheme, complainant can visit the concerned police station/unit to know the status of investigation/inquiry.

To bring greater transparency and accountability in police functioning, Chandigarh Police also launched another scheme under title “Public Grievances Redress Campaign” in July 2017 in all police stations of Chandigarh to redress grievances/complaints of public. The main idea behind this scheme is to redress/dispose maximum complaints/grievances of general public more effectively and in the short span of time.

  Today i.e. 05.01.2019Know your case & Public Grievances Redressal Campaign was organized in all police stations/units from 10 AM to 2 PM. The SDPO’s and concerned DSP’s personally supervise this campaign. During this, total 440 persons visited the Police Stations, units under these schemes. 409 persons visited under Public Grievances camp and 31 persons visited under Know your case Scheme. Total 275 complaints have been disposed off during Public Grievances Redressal camp. SDPOs of each sub-division also reviewed the process personally by spending adequate time at police stations of their sub-division. The facts of complaints were discussed with complainants. During the camp problems/issues discussed and instructions/directions regarding these have been issued to concerned Police officials/Beat staff to comply with accordingly.

        During the meeting a healthy interaction was made between police and public. The police station wise detail is as under:-

Public Grievances Redress campaign

Sr. No. Police Station/Unit Number of persons visited Total Complaints disposed off during PGRC Campaign
SDPO/Central
1.     PS-03 08 15
2.     PS-11 28 17
3.     PS-SARANGPUR 07 07
4.     PS-17 12 10
SDPO/East
5. PS-19 16 12
6.     PS-26 16 16
7.     PS- IND. AREA 43 12
8.     PS-MM 13 11
9.                  PS-Mauli Jagran 07 06
10.                  PS-IT PARK 09 06
SDPO/South
11.                  PS-31 20 07
12.                  PS-34 20 20
13.                  PS-36 32 32
14.                  PS-39 40 50
15.                  PS-49 24 32
16.                  PS-MALOYA 15 10
Other Units
17. CCIC 17 06
18.                  EOW 06 00
19. W&CSU 74 04
20. Crime 00 00
21. Ops. Cell 00 00
22. Traffic  02 02
               Total 409 275

Detail of Know Your Case Scheme

         Sr. No. Police Station/Unit Number of persons visited during KYC
SDPO/Central
1.     PS-03
2.     PS-11 09
3.     PS-SARANGPUR 01
4.     PS-17
SDPO/East
5. PS-19
6.     PS-26 01
7.     PS- IND. AREA
8.     PS-MM
9.                  PS-Mauli Jagran 03
10.                  PS-IT PARK
SDPO/South
11.                  PS-31
12.                  PS-34 05
13.                  PS-36 02
14.                  PS-39 01
15.                  PS-49 02
16.                  PS-MALOYA
Other Units
17. CCIC
18.                  EOW 06
19. W&CSU 01
20 Crime
21. Ops. Cell
22. Traffic 
               Total 31

 Issued by

Chandigarh Police