पंचकूला में जिला स्तरीय रोजगार मेले में 20 कंपनियों ने 230 प्रार्थियों को शोर्टलिस्ट किया गया
पंचकूला, 17 दिसंबर-
जिला रोजगार विभाग द्वारा आईटीआई पंचकूला के सहयोग से आईटीआई सैक्टर-14 पंचकूला में जिला स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन किया गया। उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा मेले में मुख्य अतिथि रहे। 20 कंपनियों ने रोजगार मेले में 360 से अधिक प्रार्थियों के साक्षात्कार लिए जिनमें से 230 प्रार्थियों को शाॅर्टलिस्ट किया गया। जिला रोजगार अधिकारी ममता बूरा ने बताया कि मेले में 35 कंपनियों को निमंत्रण दिया गया था। इनमें से 20 कंपनियों ने मेले में भाग लिया। जिनमें एमबिट जाॅब कंसलटेंट मौहाली, आईसीआईसी बैंक पंचकूला, माइलस्टोन प्राईवेट लिमिटिड, सटाइलैम इंडस्ट्री लिमिटिड, महिंद्रा एवं महिंद्रा स्कूल, राजा गियरस प्राईवेट लिमिटिड, ऐकूरामा ट्रेनिंग प्रोग्राम, इंडिया सरकट पंचकूला, आईसीईआई फाॅर एक्सीस बैंक, दृशसूज लिमिटिड, अमित इंजिनियरिंग बद्दी, यूनाईटिड गियरस, तेजस प्राईवेट लिमिटिड, हरियाणा इंटर प्राइजेज, विनस रैमेडिज पंचकूला, बीएसडी इंटर प्राइजेज, सालूस फार्मा बद्दी, जौमैटो चंडीगढ, पंच आॅटो, एईन सिस्टम, ग्लोबल सिक्योरिटी, गणपती ट्रेडर्स, कंटोयर सीएनसी प्रोडेक्ट प्राईवेट लिमिटिड, आरडीएटी चंडीगढ़, बीएन हितेष, पल्लवी होटल आदि कंपनियां शामिल है।
रोजगार मेले में भाग लेने युवा प्रार्थियों एवं अपने उद्यमों के लिए मानवीय संसाधनों की भर्ती करने आए उद्यमियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि यह मेला एम्पलोयर और एम्पलोयी दोनों की जरूरतों को एक ही जगह पर पूरा करता है। उन्होंने कहा कि यहां हमें केवल रजिस्ट्रेशन तक ही सीमित नहीं रहना है अपितु युवाओं को रोजगार देकर जाना है। उन्होंने कहा कि यह सच है कि कार्य करने लिए अनुभव की जरूरत होती है पंरतु वे केवल अनुभव को ही प्राथमिकता पर न रखें बल्कि प्रतिभा और कार्य करने की भावना को भी तरजीह दें। उन्होंने कहा कि इन युवाओं को आईटीआई व अन्य संस्थानों में प्रशिक्षण भी दिया जाता है। ये युवा जोश, उमंगों व उम्मीदों से भरे होते है। उद्यमी थोडे धैर्य के साथ इन सब को प्रशिक्षित कर किसी भी कार्य में निपुण बना सकते है। इसलिए इन्हें अवसर दें। रोजगार मेले में रोजगार प्राप्त करने के लिए झूजते हुए युवा प्रार्थियों की वास्तविक समस्या को सबके सामने प्रदर्शित करने के लिए उन्होंने युवाओं को मंच पर आमंत्रित किया। युवा प्रार्थी रोहिणी ने उद्यमियों को बताया कि रोजगार देते हुए वे ‘‘अनुभव‘‘ की शर्त को बहुत अधिक महत्व देते हैं। पंरतु उनकी पीड़ा यह है कि वे पढ़ते हुए अनुभव कहां से लाएं। उन्हें अनुभव के लिए भी एक बार संस्थानों में काम पर तो रखना ही होगा। उपायुक्त ने प्रार्थियों की इस गंभीर समस्या को उद्यमियों के सामने रखा और उद्यमियों तथा संस्थानों से आग्रह किया कि वे अपने संस्थानों में पढ़ाई के साथ-साथ औद्यौगिक संस्थानों में साथ-साथ भेजकर काम की व्यवहारिक शिक्षा प्रदान करें। उद्यमी युवाओं पर भरोसा करें। उन्हें अवसर प्रदान करे वे निपुण हो जाएगें। उन्होंने कहा कि अभी यह मेला छोटे स्तर पर लगाया गया है। यह लगातार लगता रहना चाहिए व हर बार इसके स्तर में वृद्धि होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज यहां पंचकूला, बद्दी, मौहाली की स्थानीय कंपनियों ने भाग लिया है। आगे देश स्तर कि कंपनियां इसमें भाग लेंगीं।
उन्होंने कहा कि रोजगार के बिना जीवन संभव नहीं है। पढ़ाई के साथ युवाओं को व्यवहारिक भी होना चाहिए। जाॅब चाहे पार्ट टाईम हो या फुल टाईम उससे जीवन में अनुभव होता है। मेले में आए युवाओं को च्वाईस है कि वे अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर आये हुए कंपनियों में किसी भी काउंटर पर साक्षात्कार दे सकते है।
उद्योगपति सीबी गोयल ने कहा कि औद्योगिक जगत में रोजगार की कोई कमी नहीं है। हमें हुनरमंद और अनुभवी कर्मचारियों की जरूरत है। ऐसे कर्मचारियों के लिए कंपनियां तरसती है। उन्होंने कहा कि जिधर देखों उधर हर कंपनी के बाहर बोर्ड पर लिखा होता है कि हमें मेहनती व काम करने वालो की जरूरत है। आजकल उद्योग जगत में भी काफी प्रतियोगिता बढ़ गई है। सारा दारोमदार गुणवता और अच्छी सर्विस, अच्छा माल व कुशल कर्मचारियों पर इन सभी पर निर्भर करता है। सैलूश फार्मासूटिकल के वाईस प्रेजिडेंट राजेश भारद्वाज ने बताया कि हमारी प्रशासन के दिशा निर्देशों पर हमारा काम ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने का प्रयास करेगी।
जूनियर एपरेंटिस प्लेसमैंट सैल के अधिकारी यशपाल ने बताया कि हमने पल्लवी होटल व अन्य कंपनियों से डयूल ट्रेनिंग सिस्टम पर टाई अप कर रखा है। वे हमारे बच्चों को व्यवहारिक रूप से तैयार करते है। उन्होंने बताया कि आईटीआई में पढ़ रहे और पास हो चुके ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार देना मेले का मुख्य उद्देश्य है। पंचकूला आईटीआई की प्रधानाचार्य बलविन्द्र कौर, कालका आईटीआई की प्रधानाचार्य सोनिका तक्षक, शिवचरण शर्मा ने कार्याक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया।