राहुल के परिवार के चहेतों की संख्या पाकिस्तान में बहुत है, उन्हे वहीं राजनीति करनी चाहिए: वसीम रिज़वी
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच एक बड़े मुस्लिम संगठन ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर बहुत बड़ा हमला बोला है। उत्तर प्रदेश के शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने इस विवाद में राहुल गांधी के रोल की सख्त मुखालफत की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी कांग्रेस को एक मुस्लिम पार्टी बनाकर देश में खतरनाक राजनीति कर रहे हैं और उन्हें ऐसा ही करना है तो पाकिस्तान में पार्टी की जमीन तैयार करनी चाहिए, जहां उनके परिवार के चहेतों की संख्या बहुत ही ज्यादा है। उन्होंने यहां तक कहा है कि अगर राहुल गांधी चाहें तो पाकिस्तान में इमरान खान को हटाकर प्रधानमंत्री जरूर बन सकते हैं।
नई दिल्ली(ब्यूरो):-
यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधने के लिए एक वीडियो मैसेज जारी किया है……इस वीडियो में वह कह रहे हैं, “राहुल जी जिस तरह से हिंदुस्तान में कांग्रेस को एक मुस्लिम पार्टी बनाकर जातिवाद पर राजनीति कर रहे हैं, वह हिंदुस्तान के लिए बेहद खतरनाक है। राहुल जी हिंदुस्तान पर रहम खाएं, इस्लाम कुबूल कर पाकिस्तान में कांग्रेस पार्टी के लिए सियासी जमीन तैयार करें। गांधी परिवार के चाहने वालों की पाकिस्तान में तादाद बहुत ज्यादा है। पाकिस्तान में अगर कांग्रेस पार्टी सियासत करेगी तो इमरान खान को हराकर पूर्ण बहुमत वाली सरकार राहुल गांधी वहां जरूर बना लेंगे, राहुल गांधी जी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन सकते हैं…”
एनआरसी लागू करने की मांग कर चुके हैं रिजवी
जहां तक वसीम रिजवी का सवाल है तो यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की ओर से सीएए के साथ-साथ एनआरसी लागू करने की भी खुली वकालत कर चुके हैं। रिजवी ने पिछले हफ्ते साफ किया था कि भारतीय मुसलमानों को नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स से कोई खतरा नहीं है, खतरा सिर्फ घुसपैठियों को है जो अपने निजी फायदे या भारत को नुकसान पहुंचाने के इरादे से भारत आते हैं। इतना ही नहीं इस मुद्दे पर उन्होंने स्पष्ट तौर पर विपक्षी दलों पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था- “घुसपैठिये टीएमसी और एसपी के वोट बैंक हैं। कांग्रेस बांग्लादेशी, पाकिस्तानी और अफगानिस्तानी घुसपैठियों की मतदाता पहचान पत्र बना रही है। अगर एनआरसी लागू हो जाएगा तो इनका असली चेहरा सबके सामने आ जाएगा।” शिया बोर्ड के चीफ ने जोर देकर दो टूक कहा था कि सिर्फ भारतीय मुलमान ही हिंदुस्तानी हैं और बाकी जो भी हैं वे घुसपैठिये हैं और उन्हें देश छोड़ देना चाहिए।
एनआरसी की आशंका में विरोध
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में विरोध का दौर जारी है, अलबत्ता अब हिंसा की खबरें नहीं मिल रही हैं। इस दौरान एनपीआर की प्रक्रिया शुरू होने से विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि एनपीआर के जरिए असल में मोदी सरकार नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स का ही काम करना चाहती है। जबकि, सरकार की ओर से साफ किया जा चुका है की एनआरसी पर अभी कोई आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है और न ही इसका एनपीआर से कोई लेना-देना है।
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