गोरखपुर में हिंसा करने वाले कई उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने ऐसे लोगों की तस्वीरें भी जारी हैं लोगों से इनके बारे में जानकारी मांगी है. इन उपद्रवियों की जानकारी देने वालों को सरकार की तरफ से इनाम भी दिया जाएगा.
लखनऊ:
नागरिकता (संशोधन) कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हो रहे हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. यूपी में हिंसा को लेकर डीजीपी ओपी सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को तलब किया, जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह सीएम से मिलने पहुंचे. करीब 20 मिनट तक चली इस बैठक में उन्होंने सीएम को हिंसा को लेकर अपडेट दी. इस बातचीत में सीएम योगी ने डीजीपी को कड़ाई से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए. इसके बाद सीएम योगी ने हिंसा की घटनाओं को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की है. सीएम योगी राज्यपाल से चर्चा कर रहे हैं.
वहीं मेरठ में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक 102 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मेरठ हिंसा में हुई हिंसा में कई पुलिसवाले घायल हुए थे. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हुई थी.
उधर, लखनऊ हिंसा मामला में पुलिस ने 1 लाख 25 हजार का नोटिस भेजा है. करीब एक दर्जन हिंसा करने वालों के घर नोटिस भेजा गया है. सभी को 1 लाख 25 हजार रूपये का नोटिस भेजा गया है. यूपी सरकार उपद्रवियों की पहचान करके नोटिस भेज रही है.
गोरखपुर में हिंसा करने वाले कई उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने ऐसे लोगों की तस्वीरें भी जारी हैं लोगों से इनके बारे में जानकारी मांगी है. इन उपद्रवियों की जानकारी देने वालों को सरकार की तरफ से इनाम भी दिया जाएगा.
वहीं, लखनऊ में हिंसा करने वाले कुछ उपद्रवी बांग्ला में बात कर रहे थे. पुलिस के हाथ लगी वीडियो फुटेज से यह खुलासा हुआ. लिहाजा, लखनऊ हिंसा का बंगाल कनेक्शन खंगालने में लखनऊ पुलिस जुटी है.
राज्य में नागरिकता कानून को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. ताजा अपडेट के अनुसार, यूपी के जिलों में CAA के विरोध में हुई हिंसा में शुक्रवार शाम तक 9 की मौतें हुईं. इनमें फिरोजाबाद में 1 (इलाज के दौरान आगरा मेडिकल कॉलेज में हुई मौत), संभल में 2, वाराणसी में 1, बिजनौर में 2, कानपुर में 1, आगरा में 1, जबकि मेरठ में 1 की मौत हुई है.
बता दें कि शुक्रवार (20 दिसंबर) को जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में जमकर बवाल हुआ. गोरखपुर, बिजनौर, फिरोजाबाद, संभल, कानपुर समेत कई जिलों में पुलिस पर पथराव और जगह जगह आगजनी की गई.
यूपी में संभावित विरोध-प्रदर्शनों और सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रखी गई हैं. ये जिले हैं आगरा, अलीगढ़, मऊ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, संभल, मेरठ, लखनऊ, बरेली, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, वाराणसी, प्रयागराज, बिजनौर और शाहजहांपुर.
वहीं, लखनऊ हिंसा मामले में एक रिटायर आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी को परिवर्तन चौक हिंसा मामले में को हज़रतगंज कोतवाली ने गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा 70 और लोगों को जेल भेजा गया. इनमें 80 लोगों को धारा 151 में हिरासत में लिया गया.
उधर, प्रयागराज में धारा 144 के उल्लंघन में 100 नामजद सहित 10,000 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है. शहर के अलग-अलग थानों में केस दर्ज हुए हैं. थानाध्यक्षों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई हैं. यहां 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
हिंसा के बाद योगी सरकार का बड़ा फैसला, यूपी में आज सभी स्कूल-कॉलेज बंद
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नागरिकता (संशोधन) कानून (CAA) के विरोध में हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद सरकार ने आज (शनिवार) राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों बंद रखने का फैसला लिया है. साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए.
उधर, प्रदेश में CAA के विरोध के बीच एहतियात के तौर पर यूपी में होने वाली TET परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है. 22 दिसंबर को होनी वाली परीक्षा में 75 जिलों के करीब 16 लाख छात्रों को शामिल होना था.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हिंसक विरोध जारी है. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में जमकर बवाल हुआ. गोरखपुर, बिजनौर, फिरोजाबाद, संभल, कानपुर समेत कई जिलों में पुलिस पर पथराव और जगह जगह आगजनी की गई.
उधर, फिरोजाबाद में भी हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक 9 लोग घायल बताए जा रहे हैं. जिनमें 4 पुलिसकर्मी शामिल हैं. साथ ही 2 गंभीर रूप से घायलों को आगरा रेफर कर दिया गया है. एहतियात के तौर पर फिरोजाबाद में भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.