Monday, December 23

इस मार्च के दौरान वकीलों के हाथों में तख्तियां थी, जिनमें लिखा है कि, नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी भी व्यक्ति चाहे वो किसी भी धर्म का है, की नागरिकता को प्रभावित नहीं करता है।

नई दिल्ली(ब्यूरो):

नागरिकता कानून को लेकर जहां विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे हैं तो वहीं दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में वकीलों ने इस कानून को लेकर मार्च निकाला। इस कानून को लेकर वकीलों की तरफ से कहा गया कि लोग पहले इस कानून को पढ़ लें उसके बाद प्रदर्शन करें।

इस मार्च के दौरान वकीलों के हाथों में तख्तियां थी, जिनमें लिखा है कि, ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी भी व्यक्ति चाहे वो किसी भी धर्म का है, की नागरिकता को प्रभावित नहीं करता है। कानून को पहले पढ़े फिर प्रदर्शन करे। यह किसी व्यक्ति के अधिकार को नहीं छीनता है।’

वहीं, राजस्थान के सीकर जिले में वकील इसके समर्थन में उतर आए हैं। मामले में श्रीमाधोपर में वकीलों ने इस अधिनियम के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत अधिवक्ता जगह जगह जाकर नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में लोगों को समझाकर इसके पक्ष में उनसे हस्ताक्षर करवा रहे हैं।