Tuesday, December 24

– लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सोमवार को कांग्रेस सांसदों के खिलाफ कोई फैसला ले सकते हैं
– स्मृति ईरानी लोकसभा में उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जलाए जाने की घटना पर बोल रही थीं
– जब बंगाल में रेप की घटनाएं राजनीतिक हथियार बनी थीं, तब विपक्ष चुप था- स्मृति
– स्मृति ने कहा- सोमवार को संसद में देखूंगी कि महिलाओं के लिए बोलने पर विपक्ष किस तरह सजा देता है

नई दिल्ली:

कांग्रेस के सांसदों को शुक्रवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से दुर्व्यवहार महंगा पड़ गया. चर्चा रंगपट्टनम जिले में एनकाउंटर केस हो रही थी लेकिन कांग्रेस के सांसदों ने स्मृति ईरानी के साथ जो दुर्व्यवहार किया, उसके चलते कांग्रेस खुद ही बचाव में आ गई.

लोकसभा में शून्यकाल के शुरू होते ही हैदराबाद एनकाउंटर पर चर्चा होनी शुरू हुई. कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी जब बोलने को खड़े हुए तो उन्होंने हैदराबाद एनकाउंटर केस को राजनीतिक रंग देते हुए सरकार पर निशाना साधा और कहा कि एक तरफ सरकार राम मंदिर बना रही है लेकिन दूसरी तरफ सीता को जलाया जा रहा है. बस अधीर रंजन के इसी बयान को लेकर सत्ता पक्ष के सांसदों ने विरोध जताया. कई सांसदों और मंत्रियों ने कहा कि चौधरी एक भयावह घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.

अधीर रंजन के बयान को राजनीतिक बताते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी बोलने के लिए खड़ी हुई. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं देश के दूसरे हिस्से में होती हैं, तो वो खामोश क्यों थे. इसी को लेकर कांग्रेस के सदस्यों को गुस्सा आ गया. स्मृति ईरानी बोल ही रही थी कि कांग्रेस के 3 सांसद आगे की तरफ बढ़े. इसमें से 2 सांसदो ने तो हद ही कर दी. वो बाजुओं को चढ़ाते हुए स्मृति ईरानी की तरफ लपके. हालात को देखते हुए स्मृति ईरानी के ठीक पीछे उड़ीसा के सांसद संगीता देवी बैठी हुई थी वह स्मृति ईरानी के बचाव में आगे आई और साथ में ही केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री पहलाद पटेल स्मृति ईरानी के सामने आ गए. उन्होंने जो कांग्रेस के सांसद आगे बढ़ रहे थे, उनको रोका और किसी तरह से बचाव किया. बाद में इस घटना को लेकर सत्तापक्ष के कई सांसदों और महिला सांसदों द्वारा इस मामले में माफी की मांग की गई.

कांग्रेस के सांसदों को एक घंटे का वक्त दिया गया कि वे स्मृति ईरानी से माफी मांगे. एक घंटे बाद फिर से लोकसभा शुरू हुई कांग्रेस के सदस्यों पर आरोप लगा था, केरल से जो सांसद हैं, वह लोकसभा से जा चुके थे, वापस नहीं आए. बीजेपी के सदस्यों ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इसकी निंदा की और कहा कि खासतौर से यदि महिलाओं के साथ लोकसभा के भीतर सदन के भीतर इस तरह की घटना होती है तो देश में महिलाएं फिर कहां सुरक्षित है. सदस्यों ने कहा कि इस मामले में ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए जिससे पूरे देश में एक मिसाल जाए क्योंकि यह घटना लोकसभा के भीतर हुई है और इसके बाद आम आदमी पार्टी के सांसद मान ने भी की निंदा की. 

जैसे ही कांग्रेस के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी बोलने को खड़े हुए सभी ने कहा कि आप ने जानबूझकर उन सदस्यों को वापस भेज दिया है, उनको बुलाया जाए हाउस में और वह सदस्य माफी मांगे लेकिन कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि वह सदस्य जा चके हैं. लिहाजा इस पर काफी शोरगुल हुआ और इसी बीच लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थिगित कर दिया गया.