वित्तमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि 2012 में जब महंगाई अपने चरम पर थी तो तब के एक वित्त मंत्री ने कहा था, ‘जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का बॉटल 15 रुपये में खरीद सकता है, आइसक्रीम 20 रुपये में खरीद सकता है तो महंगाई पर इतना शोर क्यों मचाते हैं.’
नई दिल्ली(ब्यूरो):
प्याज को लेकर केंद्र सरकार पर किए जा रहे हमलों का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को जवाब दिया है. निर्मला सीतारमण ने 106 दिनों बाद जेल से बाहर आए पूर्व गृह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा है. उन्होंने चिदंबरम के पुराने बयान को आधार बनाकर कांग्रेस पर पलटवार किया है. वित्तमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि 2012 में जब महंगाई अपने चरम पर थी तो तब के एक वित्त मंत्री ने कहा था, ‘जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का बॉटल 15 रुपये में खरीद सकता है, आइसक्रीम 20 रुपये में खरीद सकता है तो महंगाई पर इतना शोर क्यों मचाते हैं.’
सीतारमण ने गुरुवार को जवाब दिया है. निर्मला सीतारमण ने 106 दिनों बाद जेल से बाहर आए पूर्व गृह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा है. उन्होंने चिदंबरम के पुराने बयान को आधार बनाकर कांग्रेस पर पलटवार किया है. वित्तमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि 2012 में जब महंगाई अपने चरम पर थी तो तब के एक वित्त मंत्री ने कहा था, ‘जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का बॉटल 15 रुपये में खरीद सकता है, आइसक्रीम 20 रुपये में खरीद सकता है तो महंगाई पर इतना शोर क्यों मचाते हैं.’
यहां आपको बता दें कि साल 2012 में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा था, ‘धान, गेहूं और गन्ने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि हो रही है, जिसका असर जरूरी चीजों की कीमतों पर दिख रहा है. जब शहरी मध्यम वर्ग मिनरल वॉटर का एक बॉटल 15 रुपये में और 20 रुपये में आइसक्रीम खरीद सकता है तो वह महंगाई को लेकर इतना ज्यादा शोर क्यों मचा रहा है.’
चिदंबरम ने सीतारमण पर किया था हमला
इससे पहले पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को आर्थिक सुस्ती के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था का अक्षम प्रबंधक है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के प्याज पर दिए बयान के लिए भी निशाना साधा और कहा कि ‘यह सरकार की सोच को दर्शाता है.’ सीतारमण ने बुधवार को संसद में कहा था कि वह प्याज और लहसुन नहीं खाती हैं.
उन्होंने देरी से प्याज आयात पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘उन्हें पहले ही इसके लिए योजना बनानी चाहिए थी. इसे अब आयात करने का क्या मतलब है.’ चिदंबरम ने साथ ही कहा कि उनकी पार्टी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करती है.
जेल से बाहर आने के बाद अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में चिदंबरम ने कहा कि आर्थिक सुस्ती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था पर असामान्य रूप से चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने इसपर अनाप-शनाप बयानबाजी के लिए इसे अपने मंत्रियों के भरोसे छोड़ दिया है.’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यह गलत है. सरकार गलत है और वे गलत हैं, क्योंकि उन्हें कुछ खबर नहीं है.’