नई दिल्ली(ब्यूरो):
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के आरोपों का बेबाकी से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि हमें बार-बार ‘सूट-बूट की सरकार’ कहा जाता है. सूट-बूट की जो बात करते हैं वह यहां नहीं चलता है. उज्ज्वला योजना, आयुष्मान योजना और पीएम किसान सम्मान निधि में जिन लोगों को लाभ मिल रहा है, वे लोग हमारे भाई हैं क्या? 11 करोड़ लोगों के घर में शौचालय बनाए गए, वे लोग हमारे जीजा हैं क्या? हमारी पार्टी में जीजा नहीं होते, सभी लोग यहां कार्यकर्ता हैं.
वित्तमंत्री ने कहा कि अभी से मुझे कहा जा रहा है कि मैं सबसे खराब वित्त मंत्री हूं. वे मेरा कार्यकाल खत्म होने तक का इंतजार भी नहीं कर पा रहे हैं. मैंने उनसे कहा कि कृपया मुझे और सुझाव दें, हम इस पर काम करेंगे. अगर कोई सरकार है जो सुनती है, तो वह पीएम मोदी की सरकार है.
हर सवाल के जवाब दिए
सीतारमण ने आगे कहा, प्रधानमंत्री सबके सवाल भी सुनते हैं और आलोचनाएं भी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में हर सवाल के जवाब दिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं का फायदा सभी हो रहा है. किसानों को हमारी योजनाओं को फायदा हुआ. सीतारमण ने कहा कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में कमी नहीं आई है. नवंबर 2019 तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बढ़ा है.
वित्तमंत्री निर्मला ने कहा, ”हमें बताया गया है कि कॉर्पोरेट टैक्स कम करने से केवल अमीर को मदद मिलती है. मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि कॉर्पोरेट टैक्स कटौती कंपनी अधिनियम के अनुसार पंजीकृत सभी छोटे और बड़े व्यवसायों को मदद करती है.”
लोकसभा में सोमवार को चर्चा और पारित करने के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन लोकसभा में टैक्ससेशन कानून (संशोधन) विधेयक 2019 पेश किया. इस विधेयक से आयकर अधिनियम, 1961 और वित्त (नं. 2) अधिनियम, 2019 में संशोधन करना है.