पंचकूला, 29 नवंबर-
हरियाणा सूचना जन संर्पक एवं भाषा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने कहा कि यह विभाग सरकार के अन्य विभागो की तुलना में एक अति महत्पूर्ण विभाग है तथा इसका मुख्य कार्य सरकार के विजन एवं कल्याणकारी योजनाओं को ‘‘शब्दसाधन‘‘ के माध्यम से लोगो तक पहंुचाना हैं। सूचना प्रौद्योगिकी के युग में नई-नई तक तकनिक आने के बाद भी शब्दसाधन का विभाग का कार्य निरतंर चलता रहेगा।
खुल्लर आज यहां सैक्टर- 1 स्थिर रेड बिशप मे विभाग के महा निदेशक समीर पाल सरौ के सेवा निवृति के अवसर पर आयोजित समान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरौ ने दो बार विभाग मे महा निदेशक के पद पर अपनी सेवाएं दी है। तथा इस दौरान उन्होंने एक टीम के रूप में कई बड़े कार्याक्रमों पर सफलतापूर्वक आयोजन करवा कर अपनी कार्य शैली सिद्ध की है, चाहे वह श्री गुरू गोबिंद सिंह का 350वां प्रकाशउत्सव का आयोजन हो या गुरू नानक देव जी का अभी हाल ही में सिरसा में 550वें प्रकाशउत्सव का आयोजन हो।
उन्होंने कहा कि अच्छे व निष्ठा से कार्य करने वाले अधिकारियों की सेवानिवृति नहीं होनी चाहिए, बल्कि सेवावृति होनी चाहिए। हालाकि यह तो कुदरत का नियम है कि जब कोई सरकारी सेवा को ज्वाइन करता है तो सेवानिवृति की तिथि भी उसी दिन तैय हो जाती है परंतु श्री समीर पाल सरौ के मामले में ऐसा नहीं हुआ। पहले जब वे वर्ष 2002 में भारतीय प्रशानिक सेवा के लिए नामित हुए तो दो वर्ष का सेवा कार्याकाल अपने आप बढ़ गया उनके अच्छे कार्य को देखते हुए सरकार ने उसके बाद भी तीन महीने और बढ़ा दिये और लगता है कि उनकी आगे भी सेवावृति ही होगी।
खुल्लर ने उनके सम्मान में कहा कि – एक चादर सांझ को सारे नगर पर डाल दी। फिर भी अंधेर की सड़क उस भौर तक जाती तो है। समीर पाल सरौ ने सेवानिवृति पर उनके लिए सम्मान समारोह के आयोजन के लिए मुख्यालय तथा फिल्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग के साथ उनके सुखद अनुभव रहे। उन्होंने कहा कि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर ने हमेशा उन्हें कार्य करने के लिए ऊर्जा दी है और उनकी प्रेरणा से ही बड़े-बड़े कार्यक्रमों का सफल आयोजन उनकी विजन ड्राफट से ही संभव हो पाया है। जब कभी भी चुनौतियां आई तो खुल्लर ने हमेशा ही प्रेरणा देकर उन चुनौतियों का समाधान करवायां इसलिए वे उनका सदैव अभारी रहेगें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष माॅरीशस में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दौरे के कार्यक्रम का वहां से सीधा प्रसारण करवाने के पीछे की सोच भी खुल्लर की ही रही उन्होंने कहा कि हमेशा ही हर कार्य सफलतापूर्वक करवाने के पीछे के कर्णधार खुल्लर ही रहे हैं। सरौ ने उपस्थित विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से आग्रह किया की अगर सेवा के दौरान कभी उनके साथ अच्छे, मिठे व कड़वे अनुभव के कारण कोई गिला-सिकवां रहा हो तो उन्हें मन से निकाल कर ही जाए।
अतिरिक्त निदेशक डाॅ. कुलदीप सैनी व श्रीमति राज पनू , सयुक्त निदेशक आर. एस. सांगवान, उप निदेशक डाॅ. साहिब राम गोदारा, राज सिंह कादियान व जगदीप दुहन, एक ओर सुधार कार्यक्रम के परियोजना निदेशक राॅकी मितल ने भी श्री समीर पाल सरौ के सम्मान समारोह को संम्बोधित किया और उनके साथ कार्य अनुभव को सांझा किया । सभी ने कहा कि निचिश्त रूप से श्री सरौ ने विभाग को एक नई दशा व दिशा दी है। कई नीतिगत फैसले तथा कर्मचारियों की पदोन्नित तथा कई नये पदों की सृजनता करवाना इसके उदाहरण हैं।
समारोह को हरियाणा उर्दू अकादमी के निदेशक डाॅ. चन्द्र त्रिखा, पंजाबी साहित्य अकादमी के निदेशक सरदार गुरविन्द्र सिंह, हिन्दी साहित्य अकादमी के निदेशक डाॅ. पूर्णमल गौड़ ने भी संबोधित किया। संयुक्त निदेशक (प्रशासन ) गगनदीप सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। सभी ने सरौ के सेवानिवृति उपरांत उनके सुखद व स्वस्थ जीवन की प्रर्थाना की और उनको शुभ कामनाए दी।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक श्रीमति वंदना शर्मा, संयुक्त निदेशक (प्रैस), श्रीमति अनिता दत्ता सयुक्त निदेशक (प्रिन्ट मिडिया) श्रीमति निर्जा भल्ला, उप निदेशक उर्वशी रंगारा, उप निदेशक (फिल्म), नीरज टुटेजा के इलावा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।