Sunday, December 29

“अगर मुख्यमंत्री जी यह कहते हैं कि फिर एक बार उनकी सरकार आएगी मैं उनको शुभकामना देता हूं. लोकतंत्र में जिसके पास बहुमत है, वह सरकार बनाते हैं. मुख्यमंत्री होता है विरोध करने का कोई कारण नहीं है. मैं भी कहता हूं कि मेरी पार्टी की तरफ से अगर हम चाहे तो सरकार बना सकते हैं, शिवसेना का मुख्यमंत्री बन सकता है. ” संजय राऊत

चंडीगढ़:

शिवसेना नेता संजय राउत ने देवेंद्र फड़णवीस के बयान पर पलटवार किया है. राउत ने कहा कि एनसीपी नेता शरद पवार से मिलने के बाद पत्रकारों से कहा कि मैंने और पवार साहब ने फड़णवीस की पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस सुनी है. जहां तक उनका इस्तीफा है तो वो परंपरा के मुताबिक देना होता है. शिवसेना की तरफ से प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर कोई बयानबाजी नहीं हुई.

राउत ने कहा, “ढाई ढाई साल का फॉर्मूला तय नहीं हुआ है, ये बात मुझे नहीं पता लेकिन उद्धव ठाकरे साहेब कह रहे हैं कि तय हुआ था. नितिन गडकरी उस वक़्त मौजूद नहीं थे. अगर मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बीजेपी की सरकार फिर आएगी तो हम उन्हें शुभकामना देते हैं. हम चाहें तो सरकार बना सकते हैं और शिवसेना का मुख्यमंत्री भी बन सकता है.”  

राउत ने पत्रकारों से कहा, “हमारा इतना ही कहना था जो मुख्यमंत्री साहब बोल रहे थे कि 50-50 की बातें नहीं हुई थी, 2.5 साल का फॉर्मूला तय नहीं होता. मुझे मालूम है कि इस बारे में उद्धव साहब का कहना है कि सरकार से बातचीत हुई थी, यह इनकी कमिटमेंट है. गडकरी साहब उस वक्त नहीं थे, जब चर्चा हुई तब गडकरी साहब मातोश्री में मौजूद नहीं थे.” 

राउत ने फड़णवीस के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा, “अगर मुख्यमंत्री जी यह कहते हैं कि फिर एक बार उनकी सरकार आएगी मैं उनको शुभकामना देता हूं. लोकतंत्र में जिसके पास बहुमत है, वह सरकार बनाते हैं. मुख्यमंत्री होता है विरोध करने का कोई कारण नहीं है. मैं भी कहता हूं कि मेरी पार्टी की तरफ से अगर हम चाहे तो सरकार बना सकते हैं, शिवसेना का मुख्यमंत्री बन सकता है.

उधर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर दोहराया कि शिवसेना के साथ कभी भी 50-50 फॉर्मूले पर बात नहीं हुई थी. उन्होंने कहा, “हम लोग महारष्ट्र में गठबंधन में  लड़े  थे. सामूहिक रूप से हम सरकार बना सकते हैं. पहले दिन ही शिवसेना ने कह दिया कि और विकल्प खुल गए हैं. हमारे सबसे लंबा गठबंधन है. मुझे अभी भी लगता है कि मिलकर दोनों सरकार बनाएंगे. मेरी अमित जी से बात हुई. उन्होंने भी 50-50 की  बात पर कहा कि ये लोकसभा के लिए कहा था, बाकी विधानसभा के लिए कहा कि उसको अभी छोड़ दो. तो कोई वादा नहीं किया. मै चाहता हूं कि गठबंधन का मार्ग खुले तो बीजेपी इसका समर्थन करेगी.”