जो काँग्रेस राहुल की नहीं सुनती भला वो जनता की क्या सुनेगी
सरिका तिवारी, 15 अक्टूबर – पंचकुला :
भाजपा पर कटाक्ष करते अवतरित हुए राहुल गांधी ने सत्ता आसीन भाजपा को निष्क्रिय बताते हुए कहां की जनसाधारण कर अदा करते करते कर्जदार हो गया है। कड़ी भर्त्सना झेलने के बाद चुनाव पटल से ओझल हुए राहुल यकायक महाराष्ट्र में आरोप प्रत्यारोप लेकर आ धमके। महाराष्ट्र में हालांकि कांग्रेस न तो अपने आपको टीका पा रही है और ना ही फडणवीस का कोई विकल्प है फिर भी विपक्ष खिसियानी बिल्ली की तरह खंबा नोच रहा है या यूं कहा जाए कि अपना ही सर नोच रहा है।
अब तो महाराष्ट्र पहुंच ही गए हैं तो एक आध दिन में हरियाणा में भी चरण पड़ेंगे बेड़ा तो खैर क्या ही पार आएंगे या फिर रही सही साख का भी बंटाधार करेंगे।
युवराज अपने चहेते रणदीप सुरजेवाला के चुनाव क्षेत्र में तो जरूर ही पहुंचेंगे जबकि पहले ही अमित शाह वहां अपना सिक्का उछाल चुके हैं अब जानना यह है युवराज के मार्गदर्शक रहे रणदीप क्या यह चाहेंगे कि कि उनके चुनाव में उनके बगल में प्रचार के लिए राहुल खड़े हो ?
यकीनन संदीप सुरजेवाला यह सीट जीतना चाहते हैं और अपनी तमाम मेहनत राहुल गांधी के बयानों को स्पष्ट करने में नहीं लगाना चाहेंगे ।
दोनों राज्यों में विपक्ष मूर्छित है ही है लेकिन ऐसा नहीं के स्कोर जीवंत नहीं किया जा सकता था। कांग्रेसी दिग्गजों से नाराज राहुल विदेश यात्रा पर चले गए थे ए एन जी ,डीएलएफ जैसे घोटालों में संलिप्त दिग्गज दामाद जी को बचाने में लगे हैं और राहुल की एक भी नहीं सुन जा रही । जो काँग्रेस राहुल की नहीं सुन रही भला वो जनता की क्या सुनेगी अब फैसला जनता के हाथ।
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