कांग्रेस उम्मीदवार आशीष देशमुख की मांग को ठुकराते हुए चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के नामांकन फॉर्म को मंजूरी दे दी है. देवेंद्र फडणवीस नागपुर से चुनाव लड़ने वाले हैं. आशीष खेतान के आरोप के बाद रिटर्निंग ऑफिसर ने देवेंद्र फडणवीस का एफिडेविट सील कर दिया था. लेकिन चुनाव आयोग ने फडणवीस के नामांकन फॉर्म को मंजूरी दे दी.
नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी बिसात बिछ चुकी है. नामांकन भी हो चुके हैं. इस बीच शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नामांकन पत्र को लेकर कांग्रेस ने एक आपत्ति दर्ज कराई थी. कांग्रेस ने इस बात पर आपत्ति की थी कि फडणवीस द्वारा प्रस्तुत किए गए शपथ-पत्र के लिए पुराने स्टांप पेपर का इस्तेमाल किया गया है. ताजा जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग ने जांच के बाद कांग्रेस उम्मीदवार द्वारा लगाई गई आपत्ति को खारिज कर दिया है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नामांकन पत्र को वैध घोषित किया है. यह निर्णय नागपुर दक्षिण-पश्चिम के चुनाव अधिकारी ने दिया है.
कांग्रेस का आरोप था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के शपश-पत्र में नोटरी की अवधि समाप्त हो चुके स्टांप का इस्तेमाल किया गया है. कांग्रेस के आरोप के मुताबिक फडणवीस के शपथ-पत्र के लिए 28 दिसंबर 2018 की तारीख को खरीदे गए स्टांप पेपर का इस्तेमाल किया गया है.
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवार आशीष देशमुख और निदर्लीय उम्मीदवार प्रशांत पवार ने सीएम फडणवीस के शपथ-पत्र पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी. जिसके बाद सीएम के नामांकन फॉर्म की स्क्रूटनी की गई. कांग्रेस उम्मीदवार आशीष देशमुख ने सीएम फडणवीस का शपथ-पत्र अवैध होने का आरोप लगाते हुए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की मांग भी की थी. इसके साथ ही कांग्रेस ने सीएम फडणवीस द्वारा चुनाव निर्णय अधिकारियों पर दबाव डालने का आरोप भी लगाया था.
कौन कितनी सीट पर लड़ रहा है
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की कुल 288 सीट में से बीजेपी 150 सीट पर लड़ रही है. शिवसेना 124 सीट पर लड़ रही है और बची हुई 14 सीटों पर सहयोगी दल लड़ रहे हैं. यानी सीटों के बंटवारे को देखें तो बीजेपी के हिस्से में ज्यादा सीट आई हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी ही बड़े भाई के भूमिका में दिखाई दे रही है.