कन्यावंदन महोत्सव के माध्यम से दी बेटी बचाओ बेटी -पढ़ाओ की सत्प्रेरणा.। आज महिला सशक्तिकरणका जितना भी काम हुआ है वह सब बाल्यावस्था में कन्यों की शिक्षा देने से हुआ है . शिक्षित बच्चियां ही आगे संघर्ष पूर्वक आगे बढ सकती है. नवरात्री त्यौहार शक्तिसाधना एवं मातृशक्ति के वंदन एवं अभिनन्दन का ही त्यौहार है बेटियों को बचने और आगे बढ़ाना समय की मांग है।
जयपुर 30 सितम्बर 2019:
जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए कार्य करने वाली प्रमुख संस्था ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन जयपुर द्वारा आज प्रथम नवरात्री के अवसर पर कैर के बालाजी मंदिर प्रताप नगर में कन्यावंदन महोत्सव आयोजित किया गया प्रायोजक गुज्जू परिवार कपलसंगी परिवार व सह प्रायोजक रोटरी क्लब जयपुर ईस्ट थे. ह्यूमन लाइफ के सदस्यों ने भी इस कार्यक्रम के आयोजन में काफी सहयोग किया. बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के अंतर्गत दुर्गास्वरूपिनी कन्याओं के वंदन ,अभिनन्दन स्वीकार्यता व सम्मान के उद्देश्य से आयोजित इस संस्कृतिक कार्यक्रम में बालिकाओं नेबढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.
इस कार्यक्रम में कन्या भ्रूणहत्याओं के विरोध में व नारी के सम्मान में कई कविताएँ एवं गायन प्रस्तुत किये . महोत्सव का प्रारंभ गणेश वंदना पर नृत्य पर्फोर्मांस से हुआ. इसके बाद बेटियों ने ‘’ क्या पाप हूँ मैं क्या अभिशाप हूँ मैं….. कविता और ‘’मात मने मरवैये ना संसार देखना चाहू हूँ ’’ जैसे गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर कन्यावंदन करने आये लोगों एवं अन्य 220 बालिकाओं को भाव विभोर कर दिया .
आयोजक व ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन के फाउंडर हेमराज चतुर्वेदी ने बताया की इस आयोजन के माध्यम से बालिकाओं के साथ आये दिन हो रहे दुराचार, छेड़छाड़ भ्रूण हत्या एवं घटते लिंगानुपात, एवं लव जिहाद जैसे परेशानियों की तरफ सबका धयान आकर्षित करने का प्रयास किया . ये कार्यक्रम पहले तो केवल १०८ कन्याओं के वंदन का था किन्तु बच्चियों के उत्साह को देखते हुएइनकी संख्या बढ़कर 220 हो गई. तत्पचात कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने दुर्गास्वरूपिनी सभीकन्याओं को मुकुट पहनाकर माता की चुनरी ओढाई, टीका लगा और विधिवतपाद प्रक्षालन करके स्नेह पूर्वक नमस्कार किया और इसके बाद सभी को मिष्ठान्न भोजन करवाया गया. भोजनोपरान्त हेयरबैंड,रबर, पिन, रुमाल,बिस्कुट, व स्टेशनरी आइटम्स आदि अनेकों गिफ्ट एवं लिफाफे सभी कन्याओं को भेंटकर उनका सम्मान किया.
इस अवसर पर प्रायोजक गुज्जू परिवार, कपल संगी के श्री तरुण टांक ने अपने सम्वोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति में कन्याओं को दुर्गास्वरूपा मानकर सदियों से कन्यावंदन करने की परंपरा चली आ रही है क्योकि हमारे शास्त्रों में ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता’ बता कर नारी मातृशक्ति के सम्मान के सम्मान करने का आदेश दिया है , जिस पर हम सभी को गौरवान्वित होना चाहिए. कन्याओं एवं नारी के वंदन से दुर्गमाता स्वतः ही प्रसन्न हो जाती है.
विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता एवं प्रेरक पुर्व पुलिस अधीक्षक भूप सिंह जी ने ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन के द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यों की सराहना करते हुए बेटियों को पढ़ने और आगे बढ़ाने के कार्य कन्यावंदन की सार्थकता बताई. उन्होंने नवरात्री त्यौहार को शक्तिसाधना एवं मातृशक्तिके वंदन एवं अभिनन्दन का ही त्यौहार बताकर बेटियों को बचने और आगे बढ़ाना समय ही मांग बताई.
कार्यक्रम सहसंयोजक रोटरी क्लब जयपुर ईस्ट के अध्यक्ष शती सुधीर पालीवाल ने बालिकाओं के साथ भेदभाव करनेवाली मानसिकता पर चोत्कारते हुए कहा की बालिकाओं को किसी भी क्षेत्र में कमतर समझना ना समझी है. आज महिला सशक्तिकरणका जितना भी काम हुआ है वह सब बाल्यावस्था में कन्यों की शिक्षा देने से हुआ है . शिक्षित बच्चियां ही आगे संघर्ष पूर्वक आगे बढ सकती है.
अंत में ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन की ओर से संस्था संरक्षक प्रो. चेतन्य प्रकाश शर्मा , हेमराज चतुर्वेदी, रमेश कुमार, पंकज गंगवानी, रेखा चतुर्वेदी, प्रो. श्याम मोहन अग्रवाल द्वारा समस्त सहयोगियों एवं प्रायोजकों को प्रशंसा प्रमाणपत्र भेट कर से सम्मानित किया.