Sunday, December 22

॰ पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने यूएन (UN) में अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के एक गृहमंत्री ने उनसे कहा था कि आरएसएस के कैंपों में आतंकी ट्रेनिंग दी जाती है.
॰ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल शर्मा ने कहा कि संघ केवल भारत में है. हमारी दुनिया के किसी भी हिस्से में कोई अन्य शाखा नहीं है.

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा आरएसएस को निशाना बनाए जाने के एक दिन बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि इमरान ने उसे निशाना बनाकर संघ और भारत को एक दूसरे का पर्याय बनाने का काम किया क्योंकि संगठन आतंकवाद के खिलाफ रहा है।आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने एक समारोह में कहा कि इमरान खान ने आरएसएस के नाम को फैलाने का काम किया और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को अब यहीं नहीं रुकना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आरएसएस केवल भारत में है और भारत के लिए है। उसकी दुनिया में कहीं और शाखा नहीं है। पाकिस्तान हमसे क्यों गुस्से में है?’

गोपाल ने कहा, इसका अर्थ हुआ कि अगर वह संघ से नाराज हैं, तो भारत से भी नाराज हैं। आरएसएस और भारत एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं। आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि दुनिया भारत और आरएसएस को एक रूप में देखें, अलग अलग रूप में नहीं देखे। इमरान खान ने इस काम को बखूबी किया है और हम इसके लिए उन्हें बधाई देते हैं। 

वे हमारे नाम का प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकवाद के पीड़ित हैं, इसके खिलाफ हैं, वे अब समझने लगे हैं कि आरएसएस आतंकवाद के खिलाफ है और इसलिए खान आरएसएस पर निशाना बना रहे हैं।

इमरान ने कहा था- पीएम मोदी आरएसएस के सक्रिय सदस्य 

पकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान ने यूएन में अपने भाषण के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाए थे। इमरान ने आरएसएस की तुलना हिटलर से करते हुए कहा था कि वह मुस्लिमों के जातीय नरसंहार पर यकीन करता है। आरएसएस मन मुस्लिमों और ईसाइयों को लेकर नफरत है। इसी विचारधारा ने गांधी की हत्या की थी। मोदी आरएसएस के सक्रिय सदस्य हैं।