Saturday, December 21

पंचकूला, 24 सितंबर-

बांगलादेश प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने पंचकूला जिले का दौरा कर जिले की प्रशासनिक कार्य प्रणाली की जानकारी हासिल की। लघु सचिवालय के सभागार में उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा, पुलिस उपायुक्त कमलदीप गोयल, अतिरिक्त मनीता मलिक, नगराधीश नवीन आहूजा और जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी दमन सिंह ने इस प्रतिनिधि मंडल को जिला प्रशासन के कार्यों के बारे में अवगत करवाया। 

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने प्रतिनिधि मंडल को पंचकूला जिले के भौगोलिक, आर्थिक एवं प्रशासनिक ढांचे से अवगत करवाते हुए बताया कि पंचकूला हरियाणा की राजधानी से सटा हुआ एक महत्वपूर्ण जिला है, जिसमें राज्य सरकार के विभागों के मुख्यालय स्थापित है। जिले में दो विधानसभा क्षेत्र व 253 गांव है और तीन तहसील है। उपायुक्त ने बताया कि जिला उपायुक्त डीसी, डीएम और डिस्टिक काॅलेक्टर की शक्तियों के साथ जिले के प्रशासनिक कार्यों की अध्यक्षता करता है। गांवों के विकास के लिये पंचायत राज संस्थायें एवं जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी मिलकर कार्य करते है। शहरों की व्यवस्था नगर निगम, नगर पालिका जैसी स्वयं पोषित आॅटोनोमस बोडिज के द्वारा प्रशासन के साथ तालमेल से की जाती हैं। पंचकूला जिला आर्थिक, शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों का केंद्र है। प्रशासनिक व्यवस्था में शिक्षा और स्वास्थ्य महत्वपूर्ण घटक है, जिन्हें जिला शिक्षा अधिकारी व चिकित्सा अधिकारियों द्वारा संचालित किया जाता है।

  अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला ग्रामीण विकास अभिकरण की कार्यकारी अधिकारी मनीता मलिक ने प्रतिनिधि मंडल को ग्रामीण विकास से संबंधित अनेक कार्यक्रमों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि गांवों में अकौशल श्रमिकों के लिये गांरटी रोजगार की व्यवस्था की जाती है। सभी ग्रामीण एरिया को खुले में शौचमुक्त कर दिया गया है। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अमला पंचायतीराज संस्थाओं के साथ तालमेल से ग्रामीण विकास के कार्यक्रमों को लागू करता है।

   जिला पुलिस उपायुक्त ने प्रतिनिधि मंडल को कानून एवं व्यवस्था प्रबंधन के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि कानून एवं व्यवस्था को प्रशासनिक अधिकारियों तालमेल के साथ संभाला जाता है।