Monday, December 23

पंचकूला के सेक्टर 14 का मामला

जगंशेर राणा:

दूसरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत…जी हां, यह हाल हरियाणा पुलिस का है। हरियाणा पुलिस नए ट्रैफिक नियमों के नाम पर राहगीरों को यातायात का पाठ पढ़ा रही है, लेकिन खुद पुलिस के जवान यातायात नियमों के प्रति बेपरवाह हैं। पुलिस न तो यातायात नियमों का पालन
करने में दिलचस्पी दिखा रही है और न ही उनमें चालान का कोई डर दिखाई देता है।

ऐसा ही नजारा पंचकूला के सेक्टर-14 में देखने को मिला। यहां पर पीसीआर नंबर-3 पर तैनात पुलिस कर्मी न तो सीट बैल्ट लगा रखी थी और न ही उसे निर्धारित स्थान पर पार्किंग किया था।
इस स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस नए यातायात नियमों के प्रति कितनी गंभीर है। पुलिस का काम यातायात नियमों का पालन करना नहीं है बल्कि नियमों का रौब दिखाकर राहगीरों को परेशान करना है। हर राहगीर पुलिस के रौब से त्रस्त है। बिना हेलमेट से लेकर सीट बैल्ट न बांधने वाले वाहन चालकों का न केवल पुलिस चालान करती है बल्कि उन्हें यातायात नियमों की पालना करने की नसीहत भी देती है। मगर खुद पुलिस वाले यातायात नियमों के पालन को लेकर सचेत नहीं है।

राहगीरों का कहना है कि पुलिस नए यातायात नियमों के नाम पर चालान का हवाला देकर वाहन चालकों से अच्छी खासी अवैध वसूली भी कर रही है। मामला यहीं नहीं थमता, पुलिस हर चौक व चौराहे पर वाहन चालकों को किसी न किसी उलझन में उलझाकर चालान कर रही है। यह स्थिति पूरे पंचकूला में है, मगर खुद पुलिस नियमों की पालना को लेकर पूरी तरह अनभिज्ञ है।

नए नियमों के नाम पर दिखाया जा रहा रौब

नए नियमों के नाम पर पुलिस पूरा रौब दिखा रही है। वाहन चालकों को पुलिस न केवल यातायात नियमों की उलझन में उलझाकर चालान के फेर में फंस रही है बल्कि चालान की एवज में मोटी राशि भी वसूली जा रही है।

हेडक्वार्टर का कानून पाठ भी नजर अंदाजा

पंचकूला में पुलिस का हेडक्वार्टर है। यहां पर हर पुलिस कर्मी को कानून का पाठ पढ़ाया जाता है। खुद पुलिस महानिदेशक पुलिस कर्मियों को आह्वान करते हैं कि यातायात नियमों से लेकर जनता के साथ अदब के साथ पेश आना है। मगर पुलिस जवान खुद महानिदेशक की अपील की अनदेखी कर रहे हैं, वे न तो यातायात नियमों का पालन कर रहे हैं और न ही जनता के साथ अदब के साथ पेश आ रहे हैं।