Friday, May 9

राजस्थान में सोमवार को देर रात बड़ा राजनैतिक उलटफेर हुआ. बीएसपी के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए. इन छह विधायकों के शामिल होने से गहलोत सरकार पूर्ण बहुमत में आ गई है. इससे पहले, 2008 में बसपा के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थें. संयोग देखिए कि उस वक्त भी राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोग ही थे.

  • राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के छह प्रत्याशी जीत कर विधायक बने
  • सभी छह विधायकों ने कांग्रेस सरकार को बाहर से दिया था समर्थन
  • अब सभी छह विधायकों ने बसपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया

जयपुर:

राजस्थान में सोमवार को देर रात बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ. बीएसपी  के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए. इन छह विधायकों के शामिल होने से गहलोत सरकार पूर्ण बहुमत में आ गई है. जोंगिदर अवाना समेत सभी विधायकों ने बीएसपी से नाता तोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. विधायकों ने विधानसभा स्पीकर डॉ सीपी जोशी को विलय पत्र सौंपा.

बीएसपी के सभी विधायकों ने की सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों को जानकारी दी और कहा कि विधायकों ने राजस्थान की जनता के हित में फैसला लिया है. सभी विधायक कल्याणकारी सरकार के साथ जुड़े हैं.

दरअसल, 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 99 जबकि बीजेपी को 73, बीएसपी को 6 सीटें मिली थीं. इन छह विधायकों के कांग्रेस में आ जाने से कांग्रेस पूर्ण बहुमत में आ गई है. गहलोत सरकार पूरी तरह से सुरक्षित हो गई है. 

निकाय और पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपना कुनबा और मजबूत कर लिया है. कांग्रेस निकाय और पंचायत चुनाव में जीत हासिल करने के लिए इस बार सदस्यता अभियान पर खासा जोर दे रही है. दूसरी ओर, बसपा के लिए ये बड़ा झटका है. यह दूसरा मौका है जब बसपा विधायक कांग्रेस में शामिल हुए हैं. इससे पहले, 2008 में बसपा के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थें. संयोग देखिए कि उस वक्त भी राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोग ही थे.