पंचकूला, 12 सितंबर
वन विभाग हरियाणा द्वारा शिवालिक क्षेत्र की पहाड़ियों में हरियाली को बढ़ाने के लिये ड्रोन के माध्यम से विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों के बीज डालने की शुरूआत की गई है। इसकी शुरूआत आज मोरनी क्षेत्र के मांधना गांव से की गई। यह ड्रोन एक समय में दो किलो बीज लेकर उडान भर सकता है और पहाड़ी व दुर्गंम क्षेत्रों में जहां मनुष्य द्वारा पौधारोपण आसान नहीं है वहां पर विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों के बीज डालेंगे। आज से आरंभ किये गये इस नये प्रयोग के माध्यम से 18 सितंबर तक पूरे शिवालिक क्षेत्र में यह कार्य संपन्न किया जायेगा।
हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक अनिल हुडा और अतिरिक्त प्रधान मुख्य संरक्षक विनोद कुमार ने बताया कि यह नया प्रयोग प्रदेश की मुख्य सचिव श्रीमती केसनी आनंद अरोडा के प्रोत्साहन और मार्गदर्शन से किया गया हैं। पहाड़ी और जंगली क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों के बीज डालने के लिये इस ड्रोन को आईआईटी कानपुर द्वारा तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि पहाड़ों व जंगली क्षेत्र में मुश्किल रास्ते होने के कारण सामान्य विधि से पौधारोपण या बीजकरण मुश्किल होता है और ड्रोन बीजकरण आधारित प्रणाली काफी कारगर साबित होगी।
विनोद कुमार ने बताया कि इस ड्रोन के माध्यम से नीम, जामुन, आंवला, बरगद, पिलखण और खैर इत्यादी प्रजातियों के वृक्षों के बीज ड्रोन से गिराये जा रहे है। उन्होंने बताया कि वन विभाग हरियाणा द्वारा वन सीमा, वन क्षेत्र और वानिकी संसाधनों की जानकारी व मूल्यांकन के लिये भी ड्रोन तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने ंकहा कि बीजकरण के क्षेत्र में इस नये प्रयोग से पौधारोपण ज्यादा होगा और शिवालिक क्षेत्र की हरियाली बढ़ेगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त प्रधान मुख्य संरक्षक विनोद कुमार, मुख्य वन संरक्षक अतुल सिरसकर, वन मंडल अधिकारी पवन शर्मा, विशाल कौशिक, मुख्य प्रचार अधिकारी धर्मवीर, वन राजिक अधिकारी सुनील कुंडु व श्मशेर सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।