आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच होने वाली बैठक टलने की खबरों के बीच सिंधिया की तरफ से सफाई आई है। इस बारे में सिंधिया ने कहा, ‘मैंने सोनिया गांधी से मिलने के लिए समय नहीं मांगा था, ऐसी खबरें गलत थीं, मैं महाराष्ट्र चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।’
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मंगलवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का मिलने वक्त नहीं मिल पाया. सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को महाराष्ट्र स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक है जिसे काफी अहम माना जा रहा है.
बता दें मध्य प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस की कलह पार्टी हाईकमान के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. कुछ दिनों पहले सोनिया ने प्रदेश नेताओं को निर्देश दिया था कि अगर किसी को किसी भी नेता या सरकार से कोई दिक्कत है तो वो पार्टी के अंदर उचित फोरम पर उठाए,उसकी समस्या का निदान ज़रूर होगा. अगर उचित फोरम बात न सुनी जाए तो पार्टी अध्यक्ष को भी मामलों से अवगत करा सकते हैं. सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी चर्चा की है.
सिंधिया को सोनिया द्वारा समय न दिये जाने पर सिंधिया की सफाई कुछ इस तरह से सामने आई है:
राज्य में लगभग डेढ़ दशक बाद सत्ता में आई कांग्रेस नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है. प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ वर्तमान में मुख्यमंत्री भी हैं और वे विधानसभा चुनाव के बाद से कई बार पार्टी हाईकमान के सामने नया अध्यक्ष बनाने का अनुरोध कर चुके हैं. इतना ही नहीं, वह अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश भी कर चुके हैं. इसके बाद से ही नए अध्यक्ष को लेकर पार्टी में मंथन का दौर जारी है.
कांग्रेस के भीतर चल रही खींचतान का ही नतीजा है कि एक साथ 10 से ज्यादा नेताओं के नाम पार्टी अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गए हैं. इनमें प्रमुख रूप से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री मुकेश नायक, वर्तमान मंत्री उमंग सिंघार के नाम शामिल हैं. इसके अलावा ओमकार सिंह, मरकाम कमलेश्वर पटेल, सज्जन वर्मा, बाला बच्चन, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन और पूर्व महिला अध्यक्ष शोभा ओझा के नाम की चर्चा भी जोरों पर है.