- कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार गिरफ़्तार
- मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हुई गिरफ़्तारी
- बुधवार को डीके शिवकुमार की कोर्ट में होगी पेशी
- जेडीएस-कांग्रेस की ‘दोस्ती’ को बचाए रखने की डीके शिवकुमार ने की थी भरसक कोशिशें
- बागी विधायकों को मनाने पहुंचे तो मुंबई पुलिस ने होटेल के सामने से हिरासत में ले लिया था
नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेताओं के गिरफ्तार होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को कांग्रेस के बड़े नेता डीके शिवकुमार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. डीके शिवकुमार कर्नाटक में कांग्रेस के बड़े नेता हैं. इन्होंने जदयू और कांग्रेस की गठबंधन सरकार को कई मौकों पर गिरने से बचाया था, हालांकि अब यह सरकार गिर चुकी है.
यहां आपको बता दें कि कर्नाटक में डीके शिवकुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है. 2017 में आयकर विभाग ने डीके शिवकुमार के 64 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान डीके शिवकुमार के ठिकानों से करीब 8 करोड़ रुपये जब्त हुए थे. पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हो सकते हैं. कर्नाटक हाई कोर्ट ने गुरुवार को उनकी एक याचिका खारिज कर दी थी. इस याचिका में शिवकुमार ने ईडी के समन को निरस्त करने की मांग की थी.
याचिका खारिज होने के बाद शिवकुमार को ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन उन्होंने इसमें लापरवाही बरती, जिसके बाद मंगलवार को उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया.
तीन बार पहले भी शिवकुमार से हो चुकी है पूछताछ
डीके शिवकुमार इससे पहले तीन बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हो चुके हैं. डीके शिवकुमार से मनी लॉड्रिंग के एक मामले में शुक्रवार को ईडी ने चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. अधिकारियों ने बताया था कि शिवकुमार शाम करीब साढ़े छह बजे यहां खान मार्केट में लोक नायक भवन स्थित एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे. उनके साथ उनके समर्थक भी थे. वह रात करीब 11 बजकर 45 मिनट पर वहां से निकले. अधिकारियों ने बताया था कि धनशोधन रोकथाम कानून के तहत शिवकुमार का बयान दर्ज कर लिया गया है.
गुरुवार को कर्नाटक हाईकोर्ट ने कनकपुरा विधानसभा सीट से विधायक शिवकुमार की वह याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें उन्होंने ईडी द्वारा जारी किए गए समन को चुनौती दी थी. इसके बाद उन्हें एजेंसी के सामने पेश होना पड़ा.
शिवकुमार ने मीडिया में कहा था कि 2017 में राज्यसभा चुनाव के दौरान गुजरात के कांग्रेस विधायकों को कर्नाटक के एक रिसॉर्ट में सुरक्षित रखने में उनकी ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ आयकर छापों और बाद में ईडी की कार्रवाई का कारण है. केंद्रीय एजेंसी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार, नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन के एक कर्मचारी और अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया था. ईडी का मामला आयकर विभाग द्वारा पिछले साल बेंगलुरु की एक विशेष अदालत के समक्ष दायर एक आरोपपत्र पर आधारित है जिसमें करोड़ों रुपये की कर चोरी और हवाला लेनदेन का आरोप लगाया गया था.
मालूम हो कि लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस के बड़े नेता पी चिदंबरम फिलहाल गिरफ्तार हैं. इनके बेटे भी कार्ति चिदंबरम भी जेल जा चुके हैं. इसके अलावा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल पर भी ईडी का शिकंजा कसा हुआ है.