कमलनाथ सरकार में 3 महीने से तनख्वाह न मिलने से परेशान सिपाही ने जज के घर लगाया फंदा

रायसिंह कुछ दिनों से परेशान चल रहा था उसकी गोहद में काुछ खेती की जमीन है जिस पर कब्जा हो गया है और पिछले तीन महिने से वेतन नहीं मिलने से भी वह रायसिंह तनाव से गुजर रहा था

ग्वालियर.

जज जाकिर हुसैन के बंगले पर पदस्थ होमगार्ड सैनिक ने जज के बंगले पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। होमगार्ड सैनिक ने आत्महत्या ऑन ड्यूटी की है। वर्दी पहने हुए उसकी लाश बंगले के अंदर लटकी हुई मली है। मृतक गार्ड का नाम सौनिक रायसिंह यादव निवासी बरोली मौ तहसील जिला भिण्ड बताया जा रहा है। पिछले 25 साल मृतक पुलिस विभाग में होमगार्ड नौकरी कर कर रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही सीएसपी मुनीस राजौरिया, टीआई नरेश यादव, महेश शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे साथ ही जज भी मौके पर पहुंचे उसके बाद मृतक के परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी गई।

सुबह बंगले में माली आया तो शव लटका हुआ था

स्टेशन के पास बाल भवन के पीछे बने सरकार बंगला नं. 47 पर तैनात होमगार्ड के जवान रायसिंह यादव (52) ने जज के बंगले में फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी। रायसिंह ने शुक्रवार रात 9 बजे ड्यूटी पर आया था उसकी ड्यूटी रात 9 से सुबह 6 बजे तक की थी। सुबह जब बंगले का माली आया तो उसने रायसिंह को लटका हुआ पाया तो तुरंत यह खबर जज जाकिर हुसैन को दी।

लाश की तलाशी ली जिसमें सुसाइड नोट मिला

जज ने घटना की जानकारी यूनिवर्सिटी पुलिस को दी इसके बाद तुरंत थाना के टीआई बंगले पर पहुंचे तो देखा की रायसिंह यादव का शव फंदे पर लटका हुआ है। पुलिस ने फोरेंसिक एक्सपर्ट को बुलाया और लाश की तलाशी ली जिसमें पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है लेकिन पुलिस ने सोसाइड में क्या लिखा है यह नहीं बताया। लाश को फंदे से उतार कर पीएम के लिए भिजवाया गया। मृतक जवान के परिवार को घटना की जानकारी दी गई। मृतक जवान के तीन बच्चे है।

माली ने किया खुलासा, खेती की जमीन है जिस पर कब्जा हो गया

पुलिस ने माली से घटना के बारे में पूछा तो उसने बताया कि मेनें तो सुबह रायसिंह की लाश देखी और सभी को सूचित किया। रायसिंह कुछ दिनों से परेशान चल रहा था उसकी गोहद में काुछ खेती की जमीन है जिस पर कब्जा हो गया है और पिछले तीन महिने से वेतन नहीं मिलने से भी वह रायसिंह तनाव से गुजर रहा था। यूनिवर्सिटी थाना प्रभारी ने कहा कि मामला आत्महत्या का लग रहा है बताया गया है कि रायसिंह मानसिंक रूप से परेशान चल रहा था।

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