सन 2007 एचएसवीपी द्वारा गुरुग्राम में वितरित किये गए रिहायशी पलाटों के बारे में सन 2007 में एचएसवीपी गुरुग्राम द्वारा रिहायशी प्लॉट वितरित किये गए। 12 साल बीतने के पश्चात भी लोगों को प्लॉट अलाट नहीं किये गए और न ही हस्तांतरित किये गए।
जिसके फलस्वरूप अलाटियों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही हैं और साथ सरकार को भी रेवन्यू का नुकसान हो रहा हैं। पिछले कई सालों से सारा मामला मुख्य प्रशासक पंचकूला, चीफ टाऊन प्लानर, प्रशासक गुरुग्राम के आपसी पत्राचार में उलझा हुआ हैं।
बार बार पूछने के बाद भी अलाटियों को कोई सच्चाई नहीं बताई जा रही। अधिकारीयों तक पहुच न होने की वजह से अलाटियों को पिछले 12 सालों से परेशानी झेलनी पड़ रही हैं। ऐसे कई मामले हैं जो हरियाणा भर मे हजारों की संख्या मे हैं।
जनता द्वारा यह मांग उठाई जा रही हैं कि इस बात की पूरी जांच की जाए और सच्चाई जनता के सामने ले जाए।
इस मुद्दे को लेकर समाज सेवी अरुण अग्रवाल द्वारा “गूँज ” नाम की मुहिम चलाई गई हैं, जोकि प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टचार को जनता व सरकार के सामने लाई जा रही हैं।