कश्मीर के मुद्दे पर इस समय पाकिस्तान भारत के खिलाफ हर संभव नापाक चाल चलने में लगा हुआ है. पहले उसने अपने अघोषित आका चीन के सामने गुहार लगाई. पाकिस्तान के कहने पर ही चीन ने ये मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाया. चीन के आग्रह पर ही यूएनएससी की एक बंद कमरे में रही बैठक में शुक्रवार को इस मुद्दे पर चर्चा हो रही थी. इधर बैठक से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फोन किया था.
दोनों नेताओं के बीच करीब 12 मिनट तक बातचीत हुई. इस बैठक से पहले इमरान का डोनाल्ड ट्रंप को फोन करना काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को चीन के अलावा किसी भी बड़े मुल्क का साथ नहीं मिला है. ऐसे में यूएनएससी में इस मुद्दे पर पाक को किसी का भी साथ मिलने की संभावना नहीं है.
पाकिस्तान अमेरिका की शरण में है. वह लगातार कह रहा है कि अमेरिका कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करे. लेकिन भारत सरकार ने दो टूक कह दिया है कि ये भारत का अंदरूनी मसला है. उस समय डोनाल्ड ट्रंप की फजीहत हुई थी, जब उन्होंने कह दिया था कि भारत ने उनसे मध्यस्थता करने के लिए कहा है. हालांकि बाद में ये बात झूठी निकली.
अब पाकिस्तान और इमरान खान डोनाल्ड ट्रंप को कश्मीर में मध्यस्थता का लालच दे रहे हैं. इस बीच भारत ने कश्मीर की भौगोलिक परिस्थितियों को बदलकर पूरी बहस पर ही विराम लगा दिया है. पाकिस्तान इसी बात से खिसियाया हुआ है.