महागठबंधन से परहेज, आप व बसपा से गठबंधन के विकल्प खुले:दुष्यंत
भाजपा सरकार में हुए घोटालों पर श्वेत पत्र जारी करें सीएम
छात्रवृत्ति घोटाले अभी कई परतें बाकि सीबीआइ जांच कराए सरकार
जजपा नेताओं ने कई घोटालों पर सरकार को घेरा
चंडीगढ़:
हरियाणा में महागठबंधन की खबरों के बीच जननायक जनता पार्टी के संयोजक एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी महागठबंधन का हिस्सा नहीं बनेंगी, अलबत्ता आगामी चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन के विकल्प खुले हैं।
आज यहां पत्रकारों से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बसपा व आप के साथ उनकी विचारधारा मेल खाती है। दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दों पर घेरते हुए श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है। दुष्यंत चौटाला ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में मनोहर सरकार के करीब आधा दर्जन मंत्रियों को कटघरे में खड़ा कर दिया।
दुष्यंत चौटाला ने ताऊ देवीलाल के साथी रहे डॉ.महा सिंह को जननायक जनता पार्टी में भी शामिल करवाया। इस अवसर पर बोलते हुए दुष्यंत ने कहा कि प्रदेश का कोई कोना ऐसा नहीं बचा, जहां मंत्रियों ने घोटाले नहीं किए। दादरी में 150 करोड़ का ओवरलोडिंग घोटाला सरकार की नाक के नीचे हुआ है। साढ़े चार साल में यह राशि पांच हजार करोड़ रुपये बनती है। यमुनानगर, दादरी और भिवानी में अवैध खनन का काम सरकारी संरक्षण में चल रहा।
दुष्यंत ने बिजली के मीटर खरीद में 110 करोड़ का घोटाला होने का दावा करते हुए कहा कि रोडवेज में प्राइवेट बसें हायर करने के लिए किलोमीटर स्कीम में करोड़ों रुपये के घपले को अंजाम दिया गया। सहकारिता विभाग में शीरा घोटाला और करनाल में फर्जी टिकट घोटाला किसी से छिपा नहीं है। समाज कल्याण विभाग में तीन जिलों में 26 करोड़ का घोटाला विजिलेंस पकड़ चुकी है। हर जिले में आठ करोड़ का घोटाला होने पर 22 जिलों में यह राशि 180 करोड़ रुपये से ऊपर बनती है। सरकार छात्रवृत्ति घोटाले की सीबीआइ जांच के तुरंत आदेश दे। इसके बावजूद मुख्यमंत्री मनोहर लाल इन घोटालों पर कार्रवाई करने की बजाए अपने मंत्रियों को बचाने का काम कर रहे हैं। दुष्यंत ने इन घोटालों पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें जनता के बीच जाकर वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं है। लोकायुक्त जस्टिस एनके अग्रवाल की सिफारिशों पर सरकार द्वारा संज्ञान नहीं लिए जाने पर भी कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि यदि सरकार संज्ञान नहीं लेती तो लोकायुक्त को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
अब विधायक दल के नेता पर जजपा की नजर
जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने आज इस बात के साफ संकेत दिए कि जजपा की नजर अब विधायक दल के नेता पद पर है। हालांकि व्यवहारिक रूप से यह संभव नहीं है क्योंकि मौजूदा सरकार का यह अंतिम सत्र है। इसके बावजूद दुष्यंत ने इनेलो विधायकों द्वारा लगातार पार्टी छोडऩे के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि गिनती के लिहाज से इनेलो के पास अब आठ विधायक हैं। इनमें चार विधायक जननायक जनता पार्टी के साथ हैं और चार विधायक इनेलो के हैं। ऐसे में यदि इनेलो का एक भी विधायक कम हुआ तो जजपा समर्थक विधायक नए नेता का चयन कर सकते हैं।
फिलहाल अभय सिंह चौटाला इनेलो विधायक दल के नेता हैं। विपक्ष के नेता का पद उनसे पहले ही जा चुका है। चार विधायक नैना सिंह चौटाला, पिरथी नंबरदार, अनूप धानक और राजदीप फौगाट जननायक जनता पार्टी के पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला के साथ हैं, जबकि तीन विधायक वेद नारंग, मक्खन लाल सिंगला और ओमप्रकाश बारवा इनेलो विधायक दल के नेता अभय सिंह चौटाला के साथ हैं। अभय को मिलाकर उनकी संख्या भी चार हो गई है।