पंचकूला, 16 जुलाई-
जलशक्ति अभियान के तहत आज जिला सचिवालय के बैठक हाल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता जिला परिषद की चेयरपर्सन श्रीमती रितु सिंगला ने किया और कार्यक्रम में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुश्री निशु सिंगल सहित अन्य संबंधित अधिकारी शामिल थे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्राम सचिवों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में तलाबों के जीर्णोद्धार के लिये कार्य योजना तैयार की जा रही है ताकि वर्षा के पानी का संग्रह करके वाॅटर रिचार्जजिंग को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि घटता जल स्तर चिंता का विषय है और इसके लिये प्रशासन व नागरिक मिलकर जल संरक्षण के लिये प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में जहां वाॅटर शैड इत्यादि के माध्यम से जल संरक्षण की संभावना है, उसके लिये भी संबंधित विभागों के माध्यम से प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत प्राकृतिक जल स्त्रोतों को सुरक्षित करने के अलावा जागरूकता गतिविधियों पर विशेष बल दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जहां किसानों को कम सिंचाई वाली फसलें उगाने के लिये सरकार द्वारा जल ही जीवन है कार्यक्रम चलाया गया है वहीं घरों और संस्थानों में प्रतिदिन प्रयोग होने वाले जल की बचत के लिये भी जागरूकता जीवन है। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ियों के लिये जल के पर्याप्त भंडारण के लिये आज से जल संरक्षण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस कार्यशाला में सिंचाई विभाग के अधिकारी अभियंता संदीप कुमार, पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता अशोक श्योकंद, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी डाॅ. दलजीत सिंह, सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी राहुल बढकोटिया, परियोजना अधिकारी राजेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने भी प्रतिभागियों को जलशक्ति अभियान के अलग अलग पहलुओं की जानकारी दी।