हुसैन दलवई ने कहा कि जिन 14 मुसलमानों को इन कमेटियों में शामिल किया भी गया है, उसमें एक भी शिया समुदाय का नहीं, जबकि प्रतिनिधित्व सबको मिलना चाहिए. दरअसल को-ऑर्डिनेशन कमेटी समेत कई कमेटियों में हुसैन दलवई का नाम शामिल है, लेकिन स्ट्रेटेजी कमेटी में उनका नाम शामिल नहीं है. जबकि आरिफ नसीम खान को इसमें शामिल किया गया है. इस महत्वपूर्ण कमेटी में अपना नाम ना होने के कारण हुसैन दलवई नाराज़ दिख रहे हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हुसैन दलवई ने महाराष्ट्र कांग्रेस की नई कमेटियों में मुसलमानों को कम प्रतिनिधित्व मिलने पर सवाल खड़े किए हैं. हुसैन दलवई ने मुलसमानों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाने के साथ ही राहुल ग़ांधी को चिठ्ठी लिखी है और हालात ठीक करने की मांग की है.
हुसैन दलवई का कहना है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस ने 8 कमेटियां बनाई, जिसमें कुल 210 लोगों को शामिल किया गया है, लेकिन इनमें सिर्फ 14 मुस्लिम हैं. जबकि महाराष्ट्र में मुसलमान हमेशा कांग्रेस के साथ खड़ा रहा, लेकिन कांग्रेस उन्हें नज़र अंदाज़ कर रही है. दलवई ने आरोप लगाया कि इन तमाम बातों का असर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे में भी देखने को मिल सकता है, जो ठीक नहीं है.
हुसैन दलवई ने यहां तक कह दिया कि जिन 14 मुसलमानों को इन कमेटियों में शामिल किया भी गया है, उसमें एक भी शिया समुदाय का नहीं, जबकि प्रतिनिधित्व सबको मिलना चाहिए. अब उन्हें राहुल गांधी से उम्मीद है क्योंकि वो ही उनके नेता हैं.
दरअसल, महाराष्ट्र कांग्रेस ने प्रदेश स्तर पर 8 कमेटियों का एलान किया है, जिसमें को-ऑर्डिनेशन कमेटी समेत कई कमेटियों में हुसैन दलवई का नाम शामिल है, लेकिन स्ट्रेटेजी कमेटी में उनका नाम शामिल नहीं है. जबकि आरिफ नसीम खान को इसमें शामिल किया गया है. इस महत्वपूर्ण कमेटी में अपना नाम ना होने के कारण हुसैन दलवई नाराज़ दिख रहे हैं.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन राजनैतिक पार्टियों की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं. यही वजह है कि कांग्रेस ने कमेटियां गठित कर दी है लेकिन इन कमेटियों को लेकर ही पार्टी के सांसद ने सवाल खड़े कर दिए है.