आसनसोल के एक नामी स्कूल पर धार्मिक भेदभाव के आरोप
यह मामला पश्चिम बंगाल के आसनसोल शहर से सामने आया है, जहां नामी चेन स्कूल के आसनसोल स्थित शाखा पर अभिभावकों ने यह आरोप लगाया है.
आसनसोल :
जय श्री राम और हिंदू मुस्लिम को लेकर देश में चल रहे बवाल के बीच अब देश के नामी स्कूल प्रबंधन पर बच्चों और अभिभावकों में हिंदू-मुसलमान के नाम पर भेदभाव करने का आरोप लगा है. यही नहीं आरोप तब और ज्यादा पुख्ता हो जाता है, जब बच्चों के नाम वाले रजिस्टर तक में हिंदू और मुस्लिम वाले कॉलम लिखवा कर उन्हें अलग-अलग करने का प्रयास किया जा रहा है. यह मामला पश्चिम बंगाल के आसनसोल शहर से सामने आया है, जहां एक नामी चेन स्कूल के आसनसोल स्थित शाखा पर अभिभावकों ने यह आरोप लगाया है.
इस आरोप को लेकर शनिवार को स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओं ने जोरदार हंगामा मचाया. शिक्षकों का कहना है कि स्कूल में फातिमा नाम की प्रिंसिपल जब से आई है. तब से यह राजनीतिक ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है. कभी जय श्री राम तो कभी अल्लाह हू अकबर को लेकर आए दिन स्कूल में बच्चों और शिक्षकों तक में भी दरारें पड़ती रहती हैं.
यही नहीं शिक्षकों के साथ ही इस स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों का भी आरोप है कि करीब 800 बच्चों वाले इस स्कूल में पेरेंट्स मीटिंग के दौरान महज 7 या 8 मुस्लिम अभिभावकों को ही समस्या बताने के लिए बुलाया जाता है. बाकी के अभिभावकों मीटिंग तक के लिए भी नहीं बुलाया जाता है. यही नहीं हिंदू और मुस्लिम के विभाजन वाले इस आरोपों के बीच कुछ शिक्षक यहां तक आरोप लगा रहे हैं कि स्कूल में ही मुस्लिम बच्चों और अन्य मुस्लिम शिक्षकों तथा स्टाफ के लिए नमाज पढ़ने की व्यवस्था भी कराई गई है.
आरोप लगाया गया कि यहां नमाज पढ़ने की की गई व्यवस्था के बाद बच्चों के बीच मतभेद करने के साथ ही साथ यहां माहौल को हिंदू-मुस्लिम के रूप में विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है. एक स्कूल जैसी संस्था में इस तरह से हिंदू मुस्लिम को लेकर किए जा रहे विवाद और अलगाव के बाद यहां काफी हंगामा दिखा. लोगों का कहना है कि अगर स्कूल में ही बच्चों के बीच भेदभाव किया जाएगा तो बाद में इनके मन में हमेशा ही यह भावना बनी रहेगी और वह एक-दूसरे में फर्क करना शुरू कर देंगे.