कर्नाटक काँग्रेस को झटका देते हुए 2 विधायकों ने सौंपा इस्तीफा
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में 104 विधायकों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन कर राज्य में सरकार बनाई थी. इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अब ये संभावना प्रबल हो गई है कि अब सत्ता पक्ष से एक के बाद एक आधा दर्जन विधायक अपना इस्तीफा दे सकते हैं.
बेंगलुरु: कर्नाटक में जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से झटका लगा है. उसके दो विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. सोमवार को विधायक रमेश जारकीहोली और आनंद सिंह ने पार्टी के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. रमेश जारकीहोली पहले सरकार में मंत्री थे. लेकिन दूसरे विस्तार में उन्हें पद से हटा दिया गया.
कांग्रेस में मची इस उथल-पुथल पर कर्नाटक बीजेपी ने कहा है कि अभी कांग्रेस में कई और विधायक पार्टी का साथ छोड़ेंगे. अगर ऐसा हुआ तो पहले से संकटों में घिरी कर्नाटक सरकार कभी भी गिर सकती है. राज्य सरकार द्वारा 3,667 एकड़ भूमि को जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड को बेचने के फैसले से नाराज चल रहे कर्नाटक कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह ने सोमवार को राज्य के उत्तर पश्चिमी बल्लारी जिले में विजयनगर विधानसभा सीट से अपना इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैं गठबंधन सरकार द्वारा जिंदल स्टील फर्म को जमीन बेचने के फैसले से नाखुश हूं. इसलिए मैंने अपना त्यागपत्र राज्य विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार के आवास पर जाकर उन्हें सौंप दिया है.”
आनंद सिंह के बाद रमेश जारकीहोली ने भी दिया इस्तीफा
कर्नाटक की राजनीति एक बार फिर गर्म होती दिख रही है. सोमवार को कर्नाटक विधान सभा के एक के बाद एक दो विधायको ने विधानसभा की अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. शुरुआत सुबह बेल्लारी की विजयनगर सीट से कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह के इस्तीफे से हुई. आनंद सिंह ने अपना इस्तीफा विधान सभा के अध्यक्ष रमेश कुमार को सुबह उनके आवास पर सौंपा. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार लगातार ऐसे किसी इस्तीफे के प्राप्त होने से इंकार करते रहे. दोपहर को आनंद सिंह ने कर्नाटक के राज्यपाल वजू भाई वाला से मिलकर अपने त्यागपत्र की जानकारी दी. इसके तुरंत बाद आनंद सिंह ने मीडिया से बात करते हुए अपने इस्तीफे का कारण राज्य सरकार द्वारा जे एस डब्लू स्टील (जिंदल) के जमीन आवंटन को कारण बताया. उन्होंने अपने अगले कदम को स्पष्ट नहीं किया. आनंद सिंह के राज्यपाल से मिलने के साथ ही स्पीकर ने भी आनंद सिंह के इस्तीफे के मिलने की पुष्टि कर दी.
दोपहर 3 बजे कांग्रेस के गोकाक विधानसभा से कांग्रेस विधायक रामेश जरकेहोली ने भी अपना त्यागपत्र स्पीकर को सौंप दिया. रमेश जरकेहोली लंबे समय से पार्टी से नाराज़ चल रहे थे और उनकी गिनती बागी विधयकों में हो रही थी. इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अब ये संभावना प्रबल हो गई है कि अब सत्ता पक्ष से एक के बाद एक आधा दर्जन विधायक अपना इस्तीफा दे सकते हैं.
सोमवार को ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदयुरप्पा ने कहा कि वो किसी भी तरह इस सरकार को गिराने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. हालांकि वो इस बात से वाकिफ हैं कि 20 के आसपास विधायक वर्तमान की सरकार से नाराज़ चल रहे हैं और इस्तीफा दे सकते हैं. कांग्रेस विधायकों के ये बागी तेवर उस समय सामने आए हैं जब मुख्यमंत्री कुमार स्वामी देश में नहीं हैं. कुमारस्वामी एक कार्यक्रम में भाग लेंने अमेरिका की यात्रा पर हैं. पूर्व निर्धारित कर्यक्रम के मुताबिक वो 8 तारीख को भारत लौटेंगे पर जिस तरह के हालात फिलवक्त नज़र आ रहे हैं. हो सकता है वो अपना दौरा बीच मे ही समाप्त कर दें.
वर्तमान में कर्नाटक विधानसभा की कुल 224 सीटो में बीजेपी के 105 विधायक हैं. जबकि जनता दल सेक्युलर के पास 38 (37+1 BSP) विधायक हैं. कांग्रेस के विधायकों की संख्या 80 है. (79+1 speaker).
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